दमोह. दमोह जिले में सागर लोकायुक्त ने शुक्रवार को एक पटवारी को 15 हजार रुपये रिश्वत लेते रंगे हाथ धरदबोचा. आरोपी पटवारी तखत सिंह पर जमीन के सीमांकन के बदले रिश्वत मांगने का आरोप हैं.
कथित तौर पर रिश्वत मांगे जाने से परेशान होकर आवेदक ने लोकायुक्त में शिकायत की जिस पर पुलिस ने भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया.
दमोह में शुक्रवार को सागर लोकायुक्त की टीम ने जमीन के सीमांकन के बदले 15 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए एक पटवारी को रंगे हाथ पकड़ लिया. इमलाई गांव के निवासी शुभम चौधरी ने लोकायुक्त कार्यालय में शिकायत दर्ज कराई थी कि उनके पिता के नाम के प्लाट के सीमांकन के लिए पटवारी तखत सिंह 25,000 रुपये की रिश्वत मांग रहे थे. आवेदक शुभम के बार-बार निवेदन करने के बाद भी पटवारी ने काम नहीं किया और अंतत: 15,000 रुपये में बात तय हुई.
शुभम इस रिश्वत को देना नहीं चाहता था, इसलिए उसने सागर लोकायुक्त को पूरे मामले की जानकारी दी और एक वॉइस रिकॉर्डिंग भी सौंपी. शुक्रवार को रिश्वत की राशि देने का समय निर्धारित किया गया, जिसके बाद लोकायुक्त ने कार्रवाई की योजना बनाई.
सागर लोकायुक्त कार्यालय ने शुभम को रंग लगे हुए 15,000 रुपये के नोट दिए और उसे इमलाई पंचायत में पटवारी से मिलने के लिए भेजा. जैसे ही पटवारी तखत सिंह ने रिश्वत की रकम ली, मौके पर मौजूद लोकायुक्त की टीम ने उसे रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया.
इस मामले में भ्रष्टाचार अधिनियम की धारा 7 के तहत पटवारी के खिलाफ कार्रवाई की गई है. इस ट्रैप ऑपरेशन में निरीक्षक रंजीत सिंह और रोशनी जैन समेत लोकायुक्त का स्टाफ शामिल रहा. इस कार्रवाई से क्षेत्र में भ्रष्टाचार के खिलाफ एक सख्त संदेश गया है. वहीं, आवेदक शुभम चौधरी ने लोकायुक्त की मदद से बिना रिश्वत दिए सीमांकन का काम पूरा करवाने की उम्मीद जताई है.