दमोह. जिले के सरकारी अस्पताल से रेफर होने वाले मरीजों को 108 एंबुलेंस वाहन समय पर नहीं मिल पाना काफी भारी पड़ रहा है. इलाज के अभाव में न सिर्फ कई मरीज तड़पते रहते हैं बल्कि कुछ मरीज समय पर उपचार न मिल पाने की वजह असमय काल का ग्रास बन रहे हैं. इसकी बानगी हालही में तब सामने आई जब जिला अस्पताल के आईसीयू वार्ड में भर्ती एक महिला को समय पर 108 वाहन उपलब्ध न होने की वजह से जबलपुर में इलाज के दौरान मौत हो गई है.
मृतका के परिजनों ने यह बात कहते हुए आरोप लगाया कि समय पर एंबुलेंस न मिलने की वजह से उनके परिवार की महिला की असमय मौत हो गई. सिविल सर्जन डॉ. राकेश राय ने भी यह बात स्वीकारते हुए कहा कि 108 एंबुलेंस के समय पर नहीं आई. उन्होंने बताया कि महिला मरीज को ऑक्सीजन की कमी थी. मरीज की जान बचाने के लिए अस्पताल से तत्काल ऑक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध कराया गया था.
जानकारी के अनुसार मंगलवार रात सिविल वार्ड क्रमांक 1 निवासी 46 वर्षीय हेमलता सोनी की तबीयत खराब होने के चलते उन्हें जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया. हालत गंभीर होने की वजह से उन्हें आइसीयू वार्ड में शिफ्ट किया गया. इसके बावजूद भी उनकी हालत में सुधार नहीं हुआ. महिला की बिगड़ती तबीयत को देखते हुए चिकित्सकों ने उन्हें जबलपुर रेफर किया. जिसके बाद महिला के बेटे हर्ष सोनी ने 108 एंबुलेंस को फोन लगाया लेकिन उस समय उसकी लोकेशन बनवार में थी और कहा गया एक घंटे बाद एंबुलेंस मिलेगी.
1 घंटे बाद भी नहीं पहुंची एंबुलेंस
एक घंटे बार एंबुलेंस पहुंचने की बात पर परिजन इंतजार करते रहे. करीब एक घंटे बाद पुन: फोन लगाया तो जबाव मिला कि वाहन में ऑक्सीजन की कमी है. इतना कहकर फोन काट दिया. इधर लगातार बढ़ रहे दर्द की वजह से महिला की हालत बिगड़ती जा रही थी. जिसके बाद वार्डबॉय की मदद से एक ऑक्सीजन सिलेंडर की व्यवस्था कर महिला को 108 वाहन से जबलपुर भेजा गया लेकिन समय पर इलाज न मिलने की वजह से उसकी मौत हो गई.
इस घटना को लेकर परिजनो ने 108 एंबुलेंस व निजी एंबुलेंस के बीच सांठगांठ कर मरीजों की जान से खिलवाड़ करने का आरोप लगाया है. इस संबंध में सिविल सर्जन डॉ. राकेश राय का कहना है कि 108 वाहन समय पर नहीं आई. बाद में बताया कि ऑक्सीजन की कमी है. मरीज की जान बचाने के लिए अस्पताल से तत्काल ऑक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध कराया गया था.