नई दिल्ली, 14 नवंबर (आईएएनएस)। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी जब भी सार्वजनिक बैठकों में संविधान का उल्लेख करते हैं, तो वह इसे खाली बताते हैं। उनके लिए संविधान इसलिए खाली है क्योंकि उन्होंने जीवन में कभी संविधान को ठीक से पढ़ा ही नहीं है।
राहुल गांधी ने कहा था कि प्रधानमंत्री मोदी के पास कोई समझ नहीं है कि इस किताब में क्या लिखा गया है। इस मुद्दे पर भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता और सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता नलिन कोहली ने गुरुवार को आईएएनएस से बात करते हुए कहा कि यह समझना बहुत जरूरी है कि राहुल गांधी को कैसे पता चला कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संविधान पढ़ा या नहीं पढ़ा।
उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने संविधान को केवल पढ़ा ही नहीं, बल्कि उसे अपने जीवन में उतारा भी है। उनका सिद्धांत ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका प्रयास’ संविधान की भावना के अनुरूप है। यही संवैधानिक सोच है, जो उन्होंने देश में लागू की है।
नलिन कोहली ने कहा कि राहुल गांधी की बातों से यह साफ है कि उनके लिए संविधान केवल एक पुस्तक है, लेकिन प्रधानमंत्री मोदी के लिए यह जीवन का एक अभिन्न हिस्सा है। उन्होंने गरीब से गरीब लोगों के लिए, मध्यम वर्गीय परिवारों के लिए और देश के हर वर्ग के लिए योजनाएं बनाई हैं, जो संविधान के उद्देश्य के अनुसार हैं। पिछले 10 वर्षों में जो कार्य प्रधानमंत्री मोदी ने किए हैं, वह इस बात का प्रमाण है कि वह संविधान को न केवल समझते हैं, बल्कि उसका पालन भी करते हैं।
उन्होंने आगे कहा कि राहुल गांधी केवल बोलने वाले नेता हैं, जबकि प्रधानमंत्री मोदी ऐसे नेता हैं जो काम करते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री मोदी का दृष्टिकोण और उनकी कार्यशैली संविधान के सिद्धांतों के अनुरूप है और उनकी नीतियों में हर वर्ग का समावेश दिखता है।
–आईएएनएस
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