रायपुर, 24 फरवरी (आईएएनएस)। कांग्रेस ने शुक्रवार को घोषणा की कि वह एससी, एसटी, ओबीसी, अल्पसंख्यकों, महिलाओं और 50 साल से कम उम्र के लोगों को पार्टी की शीर्ष निर्णय लेने वाली संस्था कांग्रेस वर्किं ग कमेटी में उचित प्रतिनिधित्व देने के लिए अपने संविधान में संशोधन करेगी।
पिछले साल मई में उदयपुर के चिंतन शिविर में आए प्रस्तावों में से एक में पार्टी 26 अनुच्छेदों और 32 नियमों में संशोधन कर ये प्रावधान करेगी। यदि प्रस्तावित संशोधन पूर्ण सत्र में पारित हो जाते हैं, तो पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, पूर्व पार्टी प्रमुख सोनिया गांधी और राहुल गांधी सीडब्ल्यूसी के आजीवन सदस्य बन जाएंगे।
जयराम रमेश ने कहा कि सबसे महत्वपूर्ण प्रस्ताव कार्यसमिति में अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, ओबीसी, अल्पसंख्यक, महिलाओं और युवाओं को 50 फीसदी आरक्षण देने का है।
सीडब्ल्यूसी की ताकत बढ़ाने का भी प्रस्ताव है, जो अभी संसद में पार्टी के नेताओं और पार्टी अध्यक्ष सहित 25 है। कांग्रेस संचालन समिति ने शुक्रवार सुबह सर्वसम्मति से पार्टी अध्यक्ष को सीडब्ल्यूसी में सदस्यों को नामित करने का अधिकार देने का फैसला किया।
हमने इस मुद्दे पर 2-1/2 घंटे की चर्चा की है। हम कल और परसों अपनी पार्टी के संविधान में 16 अनुच्छेदों और 32 नियमों में संशोधन करने जा रहे हैं।
रमेश ने कहा कि इन दोनों फेक्टर को ध्यान में रखते हुए संचालन समिति का सर्वसम्मत विचार यह था कि कांग्रेस अध्यक्ष को कांग्रेस कार्यसमिति में सदस्यों को नामांकित करने का अधिकार देने का यही समय है।
हालांकि, सूत्रों ने कहा कि अभिषेक मनु सिंघवी, दिग्विजय सिंह और अजय माकन ने सीडब्ल्यूसी चुनावों के लिए चुनाव की वकालत की लेकिन अंतत बहुमत के ²ष्टिकोण से गठबंधन किया। सूत्रों ने कहा कि जी-23 के सदस्यों और समूह के उनके समर्थकों ने चुनाव के पक्ष में बात नहीं की।
–आईएएनएस
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