संयुक्त राष्ट्र, 25 फरवरी (आईएएनएस)। संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस बेंगलुरु में जी-20 के वित्त मंत्रियों की बैठक में अंतरराष्ट्रीय विकास बैंकों में सुधार के लिए साहसिक कदम उठाने और कई विकासशील देशों के सामने कर्ज संकट को हल करने के तरीके खोजने का आह्वान किया। यह जानकारी गुटेरेस के प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक ने दी।
दुजारिक ने शुक्रवार को कहा, महासचिव जी20 के वित्त मंत्रियों से बहुपक्षीय विकास बैंकों में सुधार के अपने प्रयासों में और ऋण राउंडटेबल के माध्यम से ऋण चुनौतियों का समाधान खोजने के प्रयास में बोल्ड होने का आह्वान करते हैं।
उन्होंने कहा, हमें लगता है कि जी20 में भारत की अध्यक्षता बहुत महत्वपूर्ण है और हम इसके लिए तत्पर हैं।
जी20 प्रमुख औद्योगीकृत और उभरती हुई अर्थव्यवस्थाओं का समूह है, जिसका नेतृत्व इस वर्ष भारत कर रहा है।
वैश्विक दक्षिण की अर्थव्यवस्थाएं कोविड महामारी से सबसे ज्यादा प्रभावित हुईं। यूक्रेन पर रूस के आक्रमण से ऊर्जा और खाद्य पदार्थो की कीमतें बढ़ गईं।
दक्षिण एशिया में पाकिस्तान और श्रीलंका सहित कई विकासशील देश आर्थिक तबाही के कगार पर हैं और उन्हें अंतरराष्ट्रीय राहत पैकेज की जरूरत है।
उन्होंने मुंबई में कहा, अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय प्रणाली नैतिक रूप से दिवालिया हो गई है। इसे अमीरों ने अमीरों के हितों की सेवा के लिए तैयार किया था। इसे बदलने का समय आ गया है।
उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय प्रणाली, विशेष रूप से विश्व बैंक और अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष जैसे बहुपक्षीय विकास बैंकों में सुधार की आवश्यकता पर बल दिया है।
इस महीने की शुरुआत में महासभा के समक्ष वर्ष के लिए अपनी प्राथमिकताओं को रखते हुए, उन्होंने ऋण संकट को तत्काल ध्यान देने वाली समस्याओं में से एक के रूप में सूचीबद्ध किया और एक नई ऋण संरचना का आह्वान किया, जिसमें मध्य-आय सहित कमजोर देशों के लिए ऋण राहत और पुनर्गठन शामिल है।
–आईएएनएस
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