पाटन देशबन्धु. प्रदेश सरकार बच्चों की प्रारम्भिक शिक्षा,जनहित से जुड़ी सरकार की विभिन्न योजनाएं,टीकाकरण,गर्भवती महिलाओं के लिए पोषण आहार सहित और भी शासकीय कार्य आंगनबाड़ी केंद्रों से संचालित करने के निर्देश है. जो आंगनबाड़ी केंद्र किराए के भवनों में संचालित हो रही हैं उनके लिए शासन स्तर पर आंगनबाड़ी भवन निर्माण के लिए राशि उपलब्ध कराई जा रही है.
वही जिले की कुछ आंगनबाड़ी केंद्रों की बिल्डिंग निर्माण में जिम्मेदारों ने तीन से चार वर्षों का समय लगा दिया इसके अलावा कुछ आंगनबाड़ी केंद्रों के भवन बनकर तैयार हैं लेकिन विभाग की उदासीनता के चलते उक्त भवन आज भी धूल खा रहे हैं और बिल्डिंग के चारों ओर गाजर घास ऊंग आई है वही विभाग के आला अधिकारी इस पूरे मामले पर अपनी चुप्पी साधे हुए हैं.
ये है मामला
जिले की पाटन जनपद के अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत गुरूपिपरिया में 7.80 लाख की लागत से लगभग 750 स्क्वायर फीट में आंगनबाड़ी भवन एवं बाउंड्री वॉल का निर्माण दिनांक 30 अक्टूबर 2020 को,निर्माण एजेंसी ग्राम पंचायत गुरूपिपरिया के द्वारा शुरू किया गया था लेकिन जिम्मेदारों की लापरवाही के चलते आंगनबाड़ी केन्द्र की बिल्डिंग निर्माण ने कछुआ चाल पकड़ ली और उक्त निर्माण में लगभग 3 वर्ष से भी अधिक का समय लगा दिया वही प्रशासन की अनदेखी की वजह से अब आंगनबाड़ी केंद्र का भवन धूल खा रहा है एवं बिल्डिंग के चारों तरफ झाड़ झाड़ियों का जंगल खड़ा हो गया है.
यह दृश्य देखकर ऐसा प्रतीक होता है कि निर्माण एजेंसी की भांति ही शासन प्रशासन ने भी आंगनबाड़ी केंद्र को नई बिल्डिंग में शिफ्ट करने हेतु कछुआ चाल पकड़ ली है यही वजह है कि निर्माण हुए लगभग 9 माह से भी अधिक का समय बीत चुका है लेकिन आज भी आंगनबाड़ी प्राथमिक शाला गुरु पिपरिया में लग रही है जहां न तो बच्चों के लिए शौचालय की व्यवस्था है न ही नन्हे मुन्ने बच्चों की सुरक्षा के लिए बाउंड्रीवॉल है. अब देखना होगा गुरु पिपरिया आंगनबाड़ी केंद अपने नए भवन में कब से संचालित होती है.