शहडोल, देशबन्धु. मेडिकल कॉलेज एडमिशन में छात्र-छात्राओं को प्रवेश दिलाने के नाम पर भारी भरकम राशि के लेन देन होने का भंडाफोड़ हुआ है. कोतवाली पुलिस ने छत्तीसगढ़ निवासी एक ऐसे युवक को गिरफ्तार किया है जिसने एक व्यक्ति की बेटी का मेडिकल कॉलेज में एडमिशन करवाने के नाम पर 10 लाख रुपए ठग लिए.
इसके बाद भी वह और रुपयों की मांग कर रहा था. लेकिन रुपए लेने के लिए जब वह शहडोल पहुंचा तो कोतवाली पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया.
इस संबंध में कोतवाली पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार बाणगंगा कॉलोनी निवासी गंगासागर सिंह की बेटी ने 2024 में नीट की परीक्षा पास की थी. मेडिकल कॉलेज में एडमिशन के लिए भिलाई के एक बिचौलिए अजय पांडेय से उनका 10 लाख रुपए में सौदा तय हुआ.
जिसके बाद गंगासागर ने एडमिशन के लिए बिचौलिए अजय पांडेय को 10 लाख रुपए दे दिए, लेकिन इसके बाद भी उनकी बेटी का मेडिकल कॉलेज में एडमिशन नहीं हो सका. जब छात्रा का एडमिशन जोधपुर में हो गया तो गंगासागर ने बिचौलिए अजय पांडेय से अपने दस लाख रुपए वापस मांगे तो उसने जोधपुर में एडमिशन कराने के नाम पर रुपए खर्च होना बता दिया और इसी बात को लेकर दोनों में विवाद हो गया.
बिचौलिया अजय पांडेय 8 लाख रुपए अतिरिक्त मांग रहा था. रुपए नहीं देने पर उसने पीड़ित के सोशल मीडिया अकाउंट में धमकी भरा मैसेज भी भेज दिया. इसके बाद गंगासागर ने बिचौलिए अजय पांडेय को बकाया रुपए देने के लिए भिलाई से शहडोल बुलाया. इतना ही नहीं गंगासागर ने इस बात की पूरी जानकारी कोतवाली पुलिस को पूर्व में दे दी और बिचौलिया अजय पांडेय शहडोल रुपए लेने पहुंचा कोतवाली पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया.
कोतवाली प्रभारी राघवेंद्र तिवारी ने बताया कि
फरियादी गंगा सागर सिंह उम्र 50 वर्ष, निवासी वार्ड नं. 15, बाणगंगा तिराहा, रीवा रोड, शहडोल की शिकायत पर आरोपी अजय पाण्डेय, निवासी भिलाई (छत्तीसगढ़) के खिलाफ धारा 316(2), 318, 308(3), 308(4), 308(5), 351(3) बीएनएस के तहत अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया.
उन्होंने बताया कि आरोपी अजय पाण्डेय को कोतवाली पुलिस द्वारा गिरफ्तार कर न्यायालय पेश किया गया जहां से उसे जेल भेज दिया गया है.