बेंगलुरू, 25 फरवरी (आईएएनएस)। मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने कहा कि कर्नाटक में तटीय पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए उडुपी जिले के बिंदूर में देश का पहला मरीना बनाया जाएगा।
बोम्मई ने कहा कि तटीय विनियमन क्षेत्र नियमों में छूट के लिए केंद्र सरकार से अनुमति लेने के बाद, तटीय क्षेत्रों में समुद्र तट पर्यटन और तीर्थ पर्यटन को शुरू करने का प्रस्ताव है।
शनिवार को पर्यटन विभाग के कन्नड़ प्रभा और एशियानेट सुवर्णा न्यूज द्वारा आयोजित कार्यक्रम कर्नाटक के सेवन वंडर्स में बोलते हुए उन्होंने कहा किऐतिहासिक पर्यटन को विकसित करने के लिए गंगा, कदम्ब, राष्ट्रकूट, चालुक्य और होयसला जैसे महान राजवंशों का इतिहास पुरातत्व विभाग से एकत्र किया जाएगा। इससे न केवल पर्यटन के विकास में बल्कि लोगों को कर्नाटक के समृद्ध इतिहास को समझने में भी मदद मिलेगी।
सीएम ने कहा कि सरकार ने बनवासी में मधुकेश्वर और गणगापुरा में दत्तात्रेय जैसे प्राचीन मंदिरों का कॉरिडोर बनाने और यात्रा पर्यटन को बढ़ावा देने का प्रस्ताव दिया है। बेनाकल क्षेत्र को विकसित करने के निर्देश दिए हैं। अंजनाद्री बेट्टा का विकास जारी है। मान्यता प्राप्त पर्यटक गाइडों को 5000 रुपये मासिक मानदेय देने की योजना बनाई गई है। सरकार की तरफ से उन्हें और सुविधाएं मुहैया कराई जाएंगी।
बोम्मई ने कहा कि सरकार पर्यटन को नई दिशा देने के लिए कर्नाटक के सात आश्चर्य कार्यक्रम में हर संभव सहयोग करेगी। यदि सुवर्णा न्यूज चैनल ने छिपे हुए सात अजूबों की खोज के हिस्से के रूप में, उन 5,000 स्थानों की जानकारी साझा की, जिन्हें उन्होंने खोजा है, तो सरकार उन स्थानों पर पर्यटन को विकसित करने के लिए कदम उठाएगी। समाचार चैनल को हर साल ऐसे कार्यक्रम आयोजित करने चाहिए और सरकार ऐसे उपक्रमों का समर्थन करेगी। हर गांव में ऐतिहासिक अवशेष हैं जिन पर शोध करने की आवश्यकता है।
उन्होंने कहा कि सृष्टि अद्भुत है लेकिन मनुष्य की ²ष्टि उससे कहीं बड़ी है। सृष्टि पांच तत्वों से शुरू होती है और बड़े-बड़े शिलाखंडों, पहाड़ियों और समुद्र तल में एक चमत्कार है। श्रवणबेलगोला में बाहुबली की मूर्ति की कल्पना कोई नहीं कर सकता। विजयपुरा में गोल गुंबज की वास्तुकला और व्हिस्परिंग गैलरी उन दिनों वायरलेस की अवधारणा को दर्शाती है। हमें प्रकृति की सुंदरता का आनंद लेना चाहिए और इसकी रक्षा करनी चाहिए। मैं सुवर्णा न्यूज और कन्नड़ प्रभु को कर्नाटक के सात अजूबों का पता लगाने के लिए बधाई देता हूं।
उन्होंने कहा कि यात्रा करना मनुष्य की स्वाभाविक आदत है और इसने विकास का मार्ग प्रशस्त किया है। सीएम ने कहा- कर्नाटक को प्रकृति का वरदान प्राप्त है। इसमें 350 किमी का तटीय क्षेत्र, 10 अलग-अलग मौसम क्षेत्र, 400 किमी पश्चिमी घाट, एक समृद्ध जैव विविधता है जहां 300 दिनों तक सूर्य की किरणें रहेंगी, और कई नदियां हैं। प्रकृति उनके पक्ष में है लेकिन वह उसके विरुद्ध नहीं जा सकते। इसी वजह से ग्रीन बजट तैयार किया गया था। प्रकृति को हुए नुकसान को तुरंत ठीक किया जाना चाहिए।
–आईएएनएस
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