नोएडा, 25 नवंबर (आईएएनएस). नोएडा-ग्रेनो मेट्रो लाइन के 16 स्टेशनों पर नोएडा मेट्रो पार्किंग शुरू करने की तैयारी की जा रही है. इसके लिए जल्द कंपनी का चयन किया जाएगा. इसके अलावा इन सभी पार्किंग में इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए चार्जिंग स्टेशन बनाए जाएंगे. प्रत्येक पार्किंग में तीन सेट ईवी चार्जिंग स्टेशन होंगे. इससे यहां आने वाले वाहन चालकों को परेशानी नहीं होगी. एनएमआरसी के एग्जिक्यूटिव डायरेक्टर महेंद्र प्रसाद ने बताया कि इलेक्ट्रिक व्हीकल को बढ़ावा देने के लिए ऐसा किया जा रहा है.
दरअसल प्राधिकरण का प्लान है शहर में कार्बन उत्सर्जन की मात्रा को कम किया जाए. इसके लिए नोएडा प्राधिकरण के साथ नोएडा मेट्रो भी पार्किंग में ईवी लगाने जा रहा है. जिससे सालाना प्रति ई कार 4.04 टन कार्बन उत्सर्जन में कमी आएगी. पार्किंग में ईवी चार्जिंग स्टेशन लगने से मुसाफिरों को फायदा होगा. वे यहां कार पार्क करके चार्जिंग करवा सकेंगे. साथ ही मेट्रो से सफर को पूरा कर सकते हैं.
एनएमआरसी के अधिकारियों ने बताया कि 21 में से 16 स्टेशन पर ही पार्किंग की जगह उपलब्ध है. बाकी 5 पर जगह नहीं है. ऐसे में 16 स्टेशन पर पार्किंग के लिए टेंडर जारी कर दिया गया थ. 25 नवंबर को आवेदन करने की आखिरी तारीख थी. ऐसे में एक या दो दिन में टेंडर खोले जाएंगे. जिसके बाद कंपनी का चयन किया जाएगा.
अधिकारियों ने बताया कि 16 में से सेक्टर-51, परी चौक समेत तीन-चार स्टेशन पर ही अभी पार्किंग चल रही हैं. जो एजेंसियां इन पार्किंग को संचालित कर रही थीं, उनके एग्रीमेंट का समय पूरा हो गया है. ऐसे में इन जगह भी नए सिरे से पार्किंग शुरू की जाएगी.
अधिकारियों ने बताया कि इस लाइन पर रोजाना करीब 54 हजार लोग सफर कर रहे हैं. बढ़ती सवारियों को देखते हुए स्टेशनों पर पार्किंग की जरूरत पड़ने लगी है. सबसे ज्यादा पार्किंग सेक्टर-51 स्टेशन पर फुल रहती है.
दरअसल नोएडा में प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ रहा है. ऐसे में इलेक्ट्रिक व्हीकल को बढ़ावा देने का प्रयास किया जा रहा है. जिसको लेकर 16 पार्किंग में ईवी की व्यवस्था होगी. यहां लोग अपने व्हीकल लाकर खड़े करके चार्ज कर सकते है. चार्जिंग के लिए अलग कंपनी का चयन किया जाएगा. चार्जिंग के लिए प्रतियूनिट के हिसाब से पेमेंट करना होगा.
एनएमआरसी मेट्रो की अगर बात करें तो लगातार इसमें मुसाफिरों की संख्या बढ़ती जा रही है. 2024-25 के आंकड़ों के मुताबिक राइडर शिप 54,276 हो गई है. जबकि 2023- 24 में 47,000, 2022-23 में 36000 और 2021-22 में राइडर शिप सिर्फ 15000 थी.
–आईएएनएस
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