नई दिल्ली, 25 नवंबर (आईएएनएस)। संसद का शीतकालीन सत्र सोमवार 25 नवंबर से शुरू हो गया। हालांकि हंगामे के कारण लोकसभा और राज्यसभा दोनों ही सदनों के सत्र को बुधवार सुबह 11 बजे तक स्थगित कर दिया गया।
विपक्षी सांसदों के हंगामे को लेकर भाजपा सांसद मनोज तिवारी ने कहा कि विपक्ष केवल अपने पतन की ओर बढ़ रहा है। प्रधानमंत्री मोदी खुद समय पर संसद में आकर बैठते हैं। संसद चर्चा के लिए और विचारों के आदान-प्रदान के लिए है। जनहित के मुद्दों पर बात करिए, लेकिन आप संसद में झूठ नहीं फैला सकते। आप सदन में झूठी और भ्रामक जानकारी नहीं दे सकते। विपक्ष चर्चा से भाग रहा है। देश उन्हें उनकी जगह दिखा रहा है और आगे भी जगह दिखाता रहेगा।
संभल हिंसा पर उन्होंने कहा कि वहां जो हुआ वह न्यायपालिका पर हमला है। इस देश में ऐसी साजिशों के पीछे की सभी ताकतों की पहचान की जानी चाहिए, जो भीड़ की हिंसा की पूर्व योजना बनाते हैं और न्यायपालिका पर हमला करते हैं। साथ ही जांच में बाधा डालते हैं। ऐसे लोगों की पहचान कर उन्हें सजा देना जरूरी है।
वहीं भाजपा सांसद रविशंकर प्रसाद ने कहा कि जब पीएम मोदी ने कहा कि सरकार सभी मुद्दों पर चर्चा करने के लिए तैयार है, तब विपक्ष संसद को बाधित करने का काम क्यों कर रहा है। विपक्ष अगर हार से हताश है, तो इसका आशय यह नहीं कि वो संसद का प्रतिकार करे। विपक्ष का यह व्यवहार निंदनीय है।
उन्होंने कहा कि संभल मस्जिद सर्वे का काम न्यायपालिका के आदेश के बाद हो रहा है। हम संभल के मुद्दे पर चर्चा के लिए भी तैयार हैं। ईवीएम को लेकर विपक्ष बेबुनियाद आरोप क्यों लगाता है? विपक्ष जनता के जनादेश का सम्मान करना और अपनी हार को स्वीकार करना सीखे।
–आईएएनएस
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