पन्ना. लोक निर्माण विभाग पन्ना प्रथम के अन्तर्गत पाठा मुख्य मार्ग से बिलखुरा में जालम सिंह के घर तक 5.70 किलोमीटर लंबाई की सड़क का निर्माण किया जा रहा है. जिसकी लागत पांच करोड़ चौबिस लाख अठारह हजार स्वीकृत की गई थी तथा उक्त सड़क का ठेका संतोष गुप्ता ठेकेदार को दिया गया था.
चर्चाओं मे रहने वाले ठेकेदार संतोष गुप्ता नें वहीं कारनामा करके दिखाया जो उनकी कार्य शैली है. सबसे पहले उन्होने आचार संहिता के दौरान बिना विभाग की स्वीकृति आदेश के सड़क तथा पुलियों का निर्माण कार्य प्रारंभ कर दिया.
जबकी उस दौरान चुनावी आचार संहिता लगी हुई थी. आचार संहिता के दौरान कोई भी नया कार्य प्रारंभ नहीं किया जाता है. वह भी बिना विभाग की स्वीकृति आदेश के लेकिन ठेकेदार संतोष गुप्ता अपने आप को शासन एवं चुनाव आयोग उपर मानते है. इसी लिए उन्होने ने आचार संहिता के दौरान कार्य प्रारंभ कर दिया.
वह भी बिना विभाग की स्वीकृति आदेश के, श्री गुप्ता नें बिलखुरा में बनीं प्राचीन तालाब की मेंड़ के उपर से सड़क का निर्माण प्रारंभ कर दिया, जबकी उक्त सड़क तालाब के नीचे से बनाई जानी थी. लेकिन पुराई अधिक होने के चलते ठेकेदार नें तालाब की मेंड़ के उपर से ही सड़क बनाना दी गई तथा तालाब की मिट्टी एवं पत्थरो को खोदकर पूर्व से बनीं तालाब की पिचिंग को भी नष्ट कर दिया गया.
जिसके संबंध में स्थानीय लोगो द्वारा शिकायत भी की गई थी, लेकिन कोई कार्यवाही नहीं हुई. ठेकेदार द्वारा निर्माण के दौरान मनमाने ढंग से पांच पुलियों का भी घटिया निर्माण किया गया. उक्त पुलिया बेहद घटिया एवं बिना वेश के पाईप डालकर बना दी गई. करोड़ो की राशि से बनने वाली सड़क में व्याप्क भ्रष्टचार किया जा रहा है.
उक्त मामले की शिकायत स्थानीय बिलखुरा निवासी चन्द्रभान सिंह तथा अन्य लोगो द्वारा की गई थी, जिसकी जांच कार्य पालन यंत्री द्वारा एसडीओं से कराई गई. लेकिन महिनो बीत जाने के बावजूद भी उक्त जांच विभाग को नहीं मिली है.
तत्पश्चात् कार्यपालन यंत्री जेपी सोनकर द्वारा स्वंय पंहुचकर पुलियों का निरीक्षण किया गया. लेकिन निरीक्षण के बाद क्या कार्यवाही की गई, यह उनके द्वारा अभी तक स्पष्ट नहीं किया गया है. ज्ञात हो कि लोक निर्माण विभाग द्वारा लगातार घटिया कार्य कराये जा रहे है. क्षेत्रीय लोगो ने संबंधित सड़क निर्माण कार्य की जांच कराये जाने तथा दोषी ठेकेदार संतोष गुप्ता के खिलाफ कार्यवाही करने की मांग की है.