नई दिल्ली, 25 फरवरी (आईएएनएस)। भारत की जी-20 की अध्यक्षता के तहत डब्ल्यू-20 (महिला 20) की महाराष्ट्र के औरंगाबाद में पहली बैठक का अयोजन होगा।
जी-20 के प्रत्येक गैर सरकारी भागीदारों को मिलाकर बनाया गया एक आधिकारिक कार्य समूह है, जिसे 2015 में तुर्की की अध्यक्षता के दौरान स्थापित किया गया था। इसका प्राथमिक उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि लैंगिक विचारों को जी-20 चर्चाओं में मुख्यधारा में शामिल किया जाए तथा लैंगिक समानता और महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण को बढ़ावा देने वाली नीतियों और प्रतिबद्धताओं के रूप में जी-20 नेताओं के घोषणापत्र में बदला जाए।
डब्ल्यू-20 भारत ने 12 दिसम्बर 2022 को डब्ल्यू-20 इंडोनेशिया से अध्यक्षता ग्रहण की। भारत की अध्यक्षता में, डब्ल्यू-20 समानता और निष्पक्षता की दुनिया बनाने के ²ष्टिकोण के साथ महिलाओं के नेतृत्व में विकास की संकल्पना को साकार करने पर केन्द्रित है जहां प्रत्येक महिला गरिमा के साथ रहती है और जहां हर महिला को अपने और दूसरों के जीवन को फलने-फूलने आगे बढ़ने और बदलने का अवसर मिलता है।
डब्ल्यू-20, 2023 महिलाओं के नेतृत्व वाले विकास की बाधाओं को दूर करने और महिलाओं के लिए एक ऐसा सक्षम वातावरण और इकोसिस्टम सुनिश्चित पर ध्यान केन्द्रित कर रहा है जहां उनकी पूरी क्षमता का पता चल से, उनके जीवन के साथ-साथ दूसरों का भी जीवन बदले।
डब्ल्यू-20 2023 द्वारा जो लक्ष्य निर्धारित किया गया है, वह एक मजबूत डब्ल्यू-20 वैश्विक और राष्ट्रीय नेटवर्क की स्थापना करते हुए पिछली अध्यक्षताओं से डब्ल्यू20 एजेंडे की निरंतरता सुनिश्चित करना है। इस समावेशी परामर्श और कार्य का डब्ल्यू-20 की आधिकारिक सूचनाओं और जी-20 नेताओं के घोषणापत्र के विकास पर प्रभाव पड़ेगा। डब्ल्यू-20, 2023 का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि डब्ल्यू-20 की आधिकारिक सूचना प्रदर्शक और व्यापक है और दुनिया भर में महिलाओं की स्थिति को बेहतर करने के लिए समाधान प्रदान करेगी।
भारत की अध्यक्षता के तहत डब्ल्यू-20 के पांच प्राथमिकता वाले क्षेत्र हैं, जिनमें शामिल हैं, उद्यमिता में महिलाएं, जमीनी स्तर पर महिला नेतृत्व, लैंगिक डिजिटल विभाजन को कम करना, शिक्षा और कौशल विकास और जलवायु लचीलेपन कार्य में परिवर्तन निमार्ताओं के रूप में महिलाएं और लड़कियां।
संगीत नाटक अकादमी की अध्यक्ष डॉ. संध्या पुरेचा डब्ल्यू-20 की अध्यक्ष हैं। समूह की अन्य प्रतिष्ठित भारतीय प्रतिनिधियों में 5वें राजस्थान वित्त आयोग की पूर्व अध्यक्ष डॉ. ज्योति किरण शुक्ला, प्रधानमंत्री की आर्थिक परिषद की सदस्य प्रो. शमिका रवि, सेवानिवृत्त आईपीएस भारती घोष, अभिनेत्री रवीना टंडन, सुप्रीम कोर्ट की वकील बांसुरी स्वराज और डब्ल्यू-20 सचिवालय के मुख्य समन्वयक के रूप में उद्यमी और समाजसेवी धारित्री पटनायक शामिल हैं।
डब्ल्यू-20 में 19 देशों का प्रतिनिधित्व करने वाले 100 प्रतिनिधि हैं और यूरोपीय संघ जो पांच कार्य बलों, नीतिगत सिफारिशों और आधिकारिक सूचना के प्रारूप पर सहयोग से और गहनता से काम करता है। डब्ल्यू-20 इंडोनेशिया से कार्यभार संभालने के बाद से, डब्ल्यू-20 भारत ने ज्ञान और नेटवर्क भागीदारों के रूप में विभिन्न संगठनों के साथ 15 से अधिक समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए हैं, भारत के 10 राज्यों की हजारों महिलाओं के साथ 40 जन भागीदारी कार्यक्रमों का आयोजन किया है।
महाराष्ट्र के औरंगाबाद में पहली बैठक 27-28 फरवरी को आयोजित की जाएगी। इसके बाद 13-14 अप्रैल को जयपुर, राजस्थान में डब्ल्यू-20 की दो अन्य अंतर्राष्ट्रीय बैठकें होंगी और 15-16 जून को तमिलनाडु के महाबलीपुरम में डब्ल्यू-20 शिखर सम्मेलन होगा।
औरंगाबाद शहर डब्ल्यू-20 की पहली बैठक का विषय महिलाओं के नेतृत्व वाले विकास के लिए लैंगिक समानता, निष्पक्षता और गरिमा की खोज है और इसमें लैंगिक मुद्दों को लक्षित करने के लिए एक ठोस रणनीति पर चर्चा, विचार-विमर्श और विकास की परिकल्पना की गई है। बैठक में जी-20 देशों, अतिथि देशों और अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के अंतर्राष्ट्रीय प्रतिनिधियों का स्वागत किया जाएगा।
डब्ल्यू-20 की पहली बैठक में महिला एवं बाल विकास और अल्पसंख्यक कार्य मंत्री स्मृति जुबिन ईरानी की उपस्थिति होगी। वित्त मंत्रालय में राज्य मंत्री डॉ. भगत किशनराव कराड़ और महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस भी इस बैठक में भाग लेंगे।
पहली बैठक के दौरान विभिन्न पैनल चचार्ओं में नैनो, सूक्ष्म और स्टार्ट अप उद्यमों में महिलाओं को सशक्त बनाने, जलवायु परिवर्तन कार्रवाई में परिवर्तन निमार्ताओं के रूप में महिलाओं की भूमिका, जमीनी स्तर पर महिला मार्गदर्शकों के लिए एक सक्षम इकोसिस्टम बनाने, शिक्षा, कौशल विकास और उद्यमिता के लिए रास्ते बनाने और भारत में महिलाओं के नेतृत्व वाले विकास पर विचार-विमर्श किया जाएगा। भारत में रुढ़िमुक्त महिलाओं की कहानियां, भारतीय नौसेना सहित विभिन्न क्षेत्रों में बाधाओं को तोड़ते हुए, जमीनी स्तर पर उद्यमिता आदि में भी प्रतिनिधियों के साथ साझा की जाएंगी।
इसके अलावा, पहली बैठक में महाराष्ट्र की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक विरासत को प्रदर्शित करने के लिए औरंगाबाद के विरासत स्थलों, प्राचीन एलोरा की गुफाओं का दौरा किया जाएगा।
–आईएएनएस
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