जबलपुर. जिले में पुलिस विभाग इन दिनों पूरी तरह भगवान भरोसे चल रहा हैं. पीडि़तों का आरोप हैं कि कुछ थाने, चौकियों में ही नहीं जिले की साइबर सेल सहित अन्य इकाईयों में भी शाम ढ़लते ही ताले जड़ जाते हैं और पुलिस शहर को अपराधियों के सुपुर्द कर चैन की नींद सो रही हैं. इसकी बानगी शहर के साईबर सेल में देखने मिली जब देर शाम एक डिजिटल अरेस्ट का शिकार युवक एफआईआर दर्ज कराने पहुंचा.
पीडि़त युवक से मिली जानकारी के अनुसार उसकी गलती महज इतनी थी कि उसने कोरियर करने के लिए गूगल पर एक अंजली कोरियर सर्विस का नंबर ढ़ूढ़ा. कोरियर कंपनी के नाम पर दिए गए नंबर पर पीडि़त युवक का सामना साइबर ठगों से हुआ जिन्होंने पहले तो एक दिन में उन्हें कोरियर पहुंचाने.
आश्वस्त किया लेकिन दूसरे दिन कॉल करने पर न सिर्फ एक घंटे तक बातों के मकडज़ाल में उलझाए रखा बल्कि बार-बार फोन न काटने की बात कहते हुए युवक के खाते से 15 हजार रुपए की ठगी कर ली. पीडि़त ने बताया कि सागर से कोरियर जबलपुर पहुंचाने के नाम पर कंपनी ने एक दिन पूर्व सहमति दी लेकिन कोरियर समय पर न पहुंचने पर जब युवक ने गूगल पर कंपनी का नंबर देखकर संपर्क किया तो वह ठगी का शिकार हुआ.
पीडि़त युवक का आरोप हैं कि इस मामले की शिकायत लेकर देर शाम जब वह जिले की साइबर सेल यूनिट पहुंचा तो वहां ताला जड़ा मिला. जिसके चलते वह बिना शिकायत किए बैरंग ही वापस लौटने विवश हो गया. पीडि़त युवक का कहना हैं कि कम से कम पुलिस जैसे विभाग के कर्मियों को तो 24 घंटे शिफ्टों में सेवाएं देनी चाहिए, हादसे या फिर साइबर क्राइम समय देख कर नहीं होते.