नैरोबी, 6 दिसंबर (आईएएनएस)। संयुक्त राष्ट्र बाल कोष (यूनिसेफ) ने पूर्वी और दक्षिणी अफ्रीका में कई समस्याओं से जूझ रहे 5.1 करोड़ बच्चों की सहायता के लिए 1.2 अरब डॉलर की मदद मांगी है। ये बच्चे जलवायु, स्वास्थ्य आपात स्थिति, संघर्ष और आर्थिक प्रभावों समेत कई संकटों का सामना कर रहे हैं।
समाचार एजेंसी शिन्हुआ के अनुसार, यूनिसेफ ने कहा कि यह आंकड़ा पिछले वर्ष की तुलना में 60 लाख बढ़ गया है, जो मानवीय स्थिति के और बिगड़ने का संकेत देता है।
संयुक्त राष्ट्र एजेंसी ने एक बयान में कहा, “यह धनराशि उसे क्षेत्र में वंचित बच्चों और समुदायों की जरूरत के लिए है, जहां 6.3 लाख से अधिक लोग स्वास्थ्य आपात स्थितियों से प्रभावित हैं।
यूनिसेफ की क्षेत्रीय निदेशक एटलेवा काडिली ने कहा, “पूर्वी और दक्षिणी अफ्रीका में लाखों बच्चे असाधारण चुनौतियों का सामना कर रहे हैं। विपरीत परिस्थितियों के बावजूद, हम आशा के साथ कार्रवाई और निवेश को प्राथमिकता देकर बच्चों को अवसर देने की दिशा में बड़ा बदलाव ला सकते हैं।
यूनिसेफ ने कहा, “सार्वजनिक स्वास्थ्य आपात स्थितियों में बढ़ोतरी दर्ज की गई। बढ़ती जनसंख्या के साथ इस क्षेत्र में संक्रामक रोगों की समस्या बढ़ी है, जिसमें एमपॉक्स, मारबर्ग, हैजा, मलेरिया, खसरा और पोलियो जैसी बीमारियां हैं।
यूनिसेफ ने कहा कि क्षेत्र में हर तीसरा बच्चा भोजन की कमी का सामना कर रहा है और 2.8 करोड़ बच्चे घटते खाद्य उत्पादन और बढ़ते कुपोषण के दुष्चक्र में फंसे हैं।
संयुक्त राष्ट्र एजेंसी के अनुसार, पूरे क्षेत्र में नामांकन दरों में सुधार के बावजूद, शिक्षा तक बच्चों की पहुंच बहुत खराब है, लगभग 4.7 करोड़ बच्चे स्कूल नहीं जा पा रहे हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि इस क्षेत्र के बच्चे वैश्विक शिक्षा संकट का हिस्सा हैं और 10 वर्ष की आयु तक के 90 फीसदी बच्चे साधारण पाठ भी नहीं पढ़ पाते।
यूनिसेफ ने कहा, “बाढ़ और सूखे जैसे जलवायु प्रभावों के साथ-साथ पड़ोसी देशों में बढ़ते संघर्ष के कारण समस्याओं में वृद्धि दर्ज की गई है। अप्रैल 2023 से 10 अक्टूबर 2024 तक 4,15,000 बच्चों समेत 8,26,000 से अधिक लोग युद्ध ग्रस्त इलाकों से भागकर सूडान आए हैं।”
–आईएएनएस
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