मुरादाबाद, 9 दिसंबर (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में जनवरी में लगने वाले महाकुंभ में डॉ. भीमराव अंबेडकर पुलिस अकादमी के घोड़े भी सुरक्षा करेंगे। सुरक्षा व्यवस्था के लिए पुलिस के 15 घोड़ों को भेजा जाएगा। इनके साथ 15 जवान भी जाएंगे। महाकुंभ में क्राउड मैनेजमेंट के लिए अकादमी के घोड़ों ने मैदान पर अभ्यास भी शुरू कर दिया है।
अपर पुलिस अधीक्षक महेंद्र कुमार ने बताया कि पुलिस अकादमी मुरादाबाद से 15 घोड़े महाकुंभ में मांगे गए हैं। घुड़सवार पुलिस का साधन घोड़ा होता है। यह बड़े समागम और भीड़ के जमावड़े में अनुशासन और मार्गदर्शन बनाने के अच्छे साधन होते हैं। जहां अन्य साधन त्वरित गति से नहीं पहुंच पाते, वहां घुड़सवार पहुंच जाते हैं। यह गश्त पिकेट जहां भी क्राउड कंट्रोल के लिए जरूरत होती है, वहां उपयोग की जाती है। इनका छह माह का कोर्स होता है। उन्हें हर तरह का अभ्यास कराया जाता है। सुबह-शाम दैनिक परेड में यह सब चीजें उनके रूटीन में शामिल होती है। नेशनल गेम्स और क्राउड कंट्रोल में इनका उपयोग होता है। जितने घोड़े हैं, सब के घुड़सवार जाएंगे।
घुड़सवार कर्मी पैदल सुरक्षा कर रहे कर्मियों से ज्यादा कारगर साबित होते हैं। खासकर घोड़े पर बैठा पुलिस का जवान ऊंचाई पर रहने के कारण अधिक दूरी तक नजर बनाए रखने में सक्षम होता है। किसी भी संदिग्ध परिस्थिति को देखते ही वह न सिर्फ खुद बल्कि अन्य पुलिसकर्मियों को मैसेज भेजकर स्थिति को नियंत्रण में करने के लिए नियत स्थान पर पहुंच सकता है। घुड़सवार पुलिस के जवान का एक मनोवैज्ञानिक असर भी भीड़ पर होता है। कम बल लगाकर ही वो अधिक भीड़ को नियंत्रित करने में सक्षम होता है।
2025 में डॉ. भीमराव अंबेडकर पुलिस अकादमी के घोड़ों की भी ड्यूटी प्रयागराज में लगने जा रही है। कुंभ में सुरक्षा व्यवस्था के लिए माउंटेन पुलिस के 15 घोड़ों को भेजा जाएगा। इनमें मोंटीना, रिमझिम, चेतक, अग्नि वीर, गौरव, राठौर, उर्वी, फरिश्ता, रिमझिम, दामिनी, राजा, नीलकंठ, स्वास्तिक, नगीना, सरताज, बादल, जैसे शानदार घोड़े शामिल हैं। इनके साथ 15 जवान भी जाएंगे।
–आईएएनएस
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