शिमला, 8 दिसम्बर (आईएएनएस)। हिमाचल प्रदेश विधानसभा के लिए वोटों की गिनती गुरुवार सुबह कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच शुरू हुई।
राज्य में मतदान 12 नवंबर को हुआ था, जहां ईवीएम में 24 महिलाओं सहित 412 उम्मीदवारों के चुनावी भाग्य को सील कर दिया गया था। 75.60 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया, जिसने 2017 के 75.57 प्रतिशत के रिकॉर्ड को तोड़ दिया।
59 स्थानों के 68 केंद्रों पर सुबह आठ बजे से मतगणना शुरू हुई।
नतीजे भाजपा नेता और मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर और उनके 10 मंत्री सहयोगियों के अलावा कांग्रेस विधायक दल के नेता मुकेश अग्निहोत्री और राज्य कांग्रेस के पूर्व प्रमुख सुखविंदर सुक्खू के राजनीतिक भाग्य का फैसला करेंगे।
ठाकुर ने रिवाज बदलेगा के नारे के साथ अपने अभियान का नेतृत्व किया, जैसा कि हाल ही में उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश और हरियाणा के चुनावों में भाजपा सरकारों ने दोहराया है।
इस छोटे से पहाड़ी राज्य में 1985 के बाद से किसी भी सत्ताधारी दल की सत्ता में वापसी नहीं हुई है। तब से दोनों चिरप्रतिद्वंद्वी – कांग्रेस और भाजपा – ने बारी-बारी से आठ कार्यकालों में राज्य पर शासन किया।
ठाकुर के नेतृत्व में चुनाव लड़ने के साथ, जो सिराज विधानसभा क्षेत्र से मैदान में हैं, जहां से उन्होंने 1998 से लगातार पांच बार चुनाव जीता, चुनाव प्रचार के दौरान भाजपा प्रमुख जे.पी. नड्डा ने घोषणा की है कि, अगर पार्टी जीतती है, तो वह मुख्यमंत्री होंगे।
हालांकि, अधिकांश एग्जिट पोल सर्वेक्षणों ने मौजूदा बीजेपी और विपक्षी कांग्रेस के बीच कड़ी टक्कर की भविष्यवाणी की है, जिसमें पूर्व में थोड़ी बढ़त है।
उन्होंने अनुमान लगाया कि, राज्य में भाजपा को अधिकतम 40 सीटें मिल सकती हैं, जो 68 सदस्यीय सदन में आधे रास्ते के निशान 34 से सिर्फ छह सीटें अधिक हैं।
आजतक ने कांग्रेस के लिए 26-31 सीटों की भविष्यवाणी की है, भाजपा को 24-34 सीटें जीतने का अनुमान है।
इंडिया टीवी-मैट्रिज ने कांग्रेस को राज्य में 26-31 सीटें जीतने का अनुमान लगाया है, जबकि भाजपा को भी 26-31 सीटें मिलने की संभावना है।
–आईएएनएस
पीटी/
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शिमला, 8 दिसम्बर (आईएएनएस)। हिमाचल प्रदेश विधानसभा के लिए वोटों की गिनती गुरुवार सुबह कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच शुरू हुई।
राज्य में मतदान 12 नवंबर को हुआ था, जहां ईवीएम में 24 महिलाओं सहित 412 उम्मीदवारों के चुनावी भाग्य को सील कर दिया गया था। 75.60 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया, जिसने 2017 के 75.57 प्रतिशत के रिकॉर्ड को तोड़ दिया।
59 स्थानों के 68 केंद्रों पर सुबह आठ बजे से मतगणना शुरू हुई।
नतीजे भाजपा नेता और मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर और उनके 10 मंत्री सहयोगियों के अलावा कांग्रेस विधायक दल के नेता मुकेश अग्निहोत्री और राज्य कांग्रेस के पूर्व प्रमुख सुखविंदर सुक्खू के राजनीतिक भाग्य का फैसला करेंगे।
ठाकुर ने रिवाज बदलेगा के नारे के साथ अपने अभियान का नेतृत्व किया, जैसा कि हाल ही में उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश और हरियाणा के चुनावों में भाजपा सरकारों ने दोहराया है।
इस छोटे से पहाड़ी राज्य में 1985 के बाद से किसी भी सत्ताधारी दल की सत्ता में वापसी नहीं हुई है। तब से दोनों चिरप्रतिद्वंद्वी – कांग्रेस और भाजपा – ने बारी-बारी से आठ कार्यकालों में राज्य पर शासन किया।
ठाकुर के नेतृत्व में चुनाव लड़ने के साथ, जो सिराज विधानसभा क्षेत्र से मैदान में हैं, जहां से उन्होंने 1998 से लगातार पांच बार चुनाव जीता, चुनाव प्रचार के दौरान भाजपा प्रमुख जे.पी. नड्डा ने घोषणा की है कि, अगर पार्टी जीतती है, तो वह मुख्यमंत्री होंगे।
हालांकि, अधिकांश एग्जिट पोल सर्वेक्षणों ने मौजूदा बीजेपी और विपक्षी कांग्रेस के बीच कड़ी टक्कर की भविष्यवाणी की है, जिसमें पूर्व में थोड़ी बढ़त है।
उन्होंने अनुमान लगाया कि, राज्य में भाजपा को अधिकतम 40 सीटें मिल सकती हैं, जो 68 सदस्यीय सदन में आधे रास्ते के निशान 34 से सिर्फ छह सीटें अधिक हैं।
आजतक ने कांग्रेस के लिए 26-31 सीटों की भविष्यवाणी की है, भाजपा को 24-34 सीटें जीतने का अनुमान है।
इंडिया टीवी-मैट्रिज ने कांग्रेस को राज्य में 26-31 सीटें जीतने का अनुमान लगाया है, जबकि भाजपा को भी 26-31 सीटें मिलने की संभावना है।
–आईएएनएस
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शिमला, 8 दिसम्बर (आईएएनएस)। हिमाचल प्रदेश विधानसभा के लिए वोटों की गिनती गुरुवार सुबह कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच शुरू हुई।
राज्य में मतदान 12 नवंबर को हुआ था, जहां ईवीएम में 24 महिलाओं सहित 412 उम्मीदवारों के चुनावी भाग्य को सील कर दिया गया था। 75.60 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया, जिसने 2017 के 75.57 प्रतिशत के रिकॉर्ड को तोड़ दिया।
59 स्थानों के 68 केंद्रों पर सुबह आठ बजे से मतगणना शुरू हुई।
नतीजे भाजपा नेता और मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर और उनके 10 मंत्री सहयोगियों के अलावा कांग्रेस विधायक दल के नेता मुकेश अग्निहोत्री और राज्य कांग्रेस के पूर्व प्रमुख सुखविंदर सुक्खू के राजनीतिक भाग्य का फैसला करेंगे।
ठाकुर ने रिवाज बदलेगा के नारे के साथ अपने अभियान का नेतृत्व किया, जैसा कि हाल ही में उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश और हरियाणा के चुनावों में भाजपा सरकारों ने दोहराया है।
इस छोटे से पहाड़ी राज्य में 1985 के बाद से किसी भी सत्ताधारी दल की सत्ता में वापसी नहीं हुई है। तब से दोनों चिरप्रतिद्वंद्वी – कांग्रेस और भाजपा – ने बारी-बारी से आठ कार्यकालों में राज्य पर शासन किया।
ठाकुर के नेतृत्व में चुनाव लड़ने के साथ, जो सिराज विधानसभा क्षेत्र से मैदान में हैं, जहां से उन्होंने 1998 से लगातार पांच बार चुनाव जीता, चुनाव प्रचार के दौरान भाजपा प्रमुख जे.पी. नड्डा ने घोषणा की है कि, अगर पार्टी जीतती है, तो वह मुख्यमंत्री होंगे।
हालांकि, अधिकांश एग्जिट पोल सर्वेक्षणों ने मौजूदा बीजेपी और विपक्षी कांग्रेस के बीच कड़ी टक्कर की भविष्यवाणी की है, जिसमें पूर्व में थोड़ी बढ़त है।
उन्होंने अनुमान लगाया कि, राज्य में भाजपा को अधिकतम 40 सीटें मिल सकती हैं, जो 68 सदस्यीय सदन में आधे रास्ते के निशान 34 से सिर्फ छह सीटें अधिक हैं।
आजतक ने कांग्रेस के लिए 26-31 सीटों की भविष्यवाणी की है, भाजपा को 24-34 सीटें जीतने का अनुमान है।
इंडिया टीवी-मैट्रिज ने कांग्रेस को राज्य में 26-31 सीटें जीतने का अनुमान लगाया है, जबकि भाजपा को भी 26-31 सीटें मिलने की संभावना है।
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शिमला, 8 दिसम्बर (आईएएनएस)। हिमाचल प्रदेश विधानसभा के लिए वोटों की गिनती गुरुवार सुबह कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच शुरू हुई।
राज्य में मतदान 12 नवंबर को हुआ था, जहां ईवीएम में 24 महिलाओं सहित 412 उम्मीदवारों के चुनावी भाग्य को सील कर दिया गया था। 75.60 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया, जिसने 2017 के 75.57 प्रतिशत के रिकॉर्ड को तोड़ दिया।
59 स्थानों के 68 केंद्रों पर सुबह आठ बजे से मतगणना शुरू हुई।
नतीजे भाजपा नेता और मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर और उनके 10 मंत्री सहयोगियों के अलावा कांग्रेस विधायक दल के नेता मुकेश अग्निहोत्री और राज्य कांग्रेस के पूर्व प्रमुख सुखविंदर सुक्खू के राजनीतिक भाग्य का फैसला करेंगे।
ठाकुर ने रिवाज बदलेगा के नारे के साथ अपने अभियान का नेतृत्व किया, जैसा कि हाल ही में उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश और हरियाणा के चुनावों में भाजपा सरकारों ने दोहराया है।
इस छोटे से पहाड़ी राज्य में 1985 के बाद से किसी भी सत्ताधारी दल की सत्ता में वापसी नहीं हुई है। तब से दोनों चिरप्रतिद्वंद्वी – कांग्रेस और भाजपा – ने बारी-बारी से आठ कार्यकालों में राज्य पर शासन किया।
ठाकुर के नेतृत्व में चुनाव लड़ने के साथ, जो सिराज विधानसभा क्षेत्र से मैदान में हैं, जहां से उन्होंने 1998 से लगातार पांच बार चुनाव जीता, चुनाव प्रचार के दौरान भाजपा प्रमुख जे.पी. नड्डा ने घोषणा की है कि, अगर पार्टी जीतती है, तो वह मुख्यमंत्री होंगे।
हालांकि, अधिकांश एग्जिट पोल सर्वेक्षणों ने मौजूदा बीजेपी और विपक्षी कांग्रेस के बीच कड़ी टक्कर की भविष्यवाणी की है, जिसमें पूर्व में थोड़ी बढ़त है।
उन्होंने अनुमान लगाया कि, राज्य में भाजपा को अधिकतम 40 सीटें मिल सकती हैं, जो 68 सदस्यीय सदन में आधे रास्ते के निशान 34 से सिर्फ छह सीटें अधिक हैं।
आजतक ने कांग्रेस के लिए 26-31 सीटों की भविष्यवाणी की है, भाजपा को 24-34 सीटें जीतने का अनुमान है।
इंडिया टीवी-मैट्रिज ने कांग्रेस को राज्य में 26-31 सीटें जीतने का अनुमान लगाया है, जबकि भाजपा को भी 26-31 सीटें मिलने की संभावना है।
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शिमला, 8 दिसम्बर (आईएएनएस)। हिमाचल प्रदेश विधानसभा के लिए वोटों की गिनती गुरुवार सुबह कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच शुरू हुई।
राज्य में मतदान 12 नवंबर को हुआ था, जहां ईवीएम में 24 महिलाओं सहित 412 उम्मीदवारों के चुनावी भाग्य को सील कर दिया गया था। 75.60 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया, जिसने 2017 के 75.57 प्रतिशत के रिकॉर्ड को तोड़ दिया।
59 स्थानों के 68 केंद्रों पर सुबह आठ बजे से मतगणना शुरू हुई।
नतीजे भाजपा नेता और मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर और उनके 10 मंत्री सहयोगियों के अलावा कांग्रेस विधायक दल के नेता मुकेश अग्निहोत्री और राज्य कांग्रेस के पूर्व प्रमुख सुखविंदर सुक्खू के राजनीतिक भाग्य का फैसला करेंगे।
ठाकुर ने रिवाज बदलेगा के नारे के साथ अपने अभियान का नेतृत्व किया, जैसा कि हाल ही में उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश और हरियाणा के चुनावों में भाजपा सरकारों ने दोहराया है।
इस छोटे से पहाड़ी राज्य में 1985 के बाद से किसी भी सत्ताधारी दल की सत्ता में वापसी नहीं हुई है। तब से दोनों चिरप्रतिद्वंद्वी – कांग्रेस और भाजपा – ने बारी-बारी से आठ कार्यकालों में राज्य पर शासन किया।
ठाकुर के नेतृत्व में चुनाव लड़ने के साथ, जो सिराज विधानसभा क्षेत्र से मैदान में हैं, जहां से उन्होंने 1998 से लगातार पांच बार चुनाव जीता, चुनाव प्रचार के दौरान भाजपा प्रमुख जे.पी. नड्डा ने घोषणा की है कि, अगर पार्टी जीतती है, तो वह मुख्यमंत्री होंगे।
हालांकि, अधिकांश एग्जिट पोल सर्वेक्षणों ने मौजूदा बीजेपी और विपक्षी कांग्रेस के बीच कड़ी टक्कर की भविष्यवाणी की है, जिसमें पूर्व में थोड़ी बढ़त है।
उन्होंने अनुमान लगाया कि, राज्य में भाजपा को अधिकतम 40 सीटें मिल सकती हैं, जो 68 सदस्यीय सदन में आधे रास्ते के निशान 34 से सिर्फ छह सीटें अधिक हैं।
आजतक ने कांग्रेस के लिए 26-31 सीटों की भविष्यवाणी की है, भाजपा को 24-34 सीटें जीतने का अनुमान है।
इंडिया टीवी-मैट्रिज ने कांग्रेस को राज्य में 26-31 सीटें जीतने का अनुमान लगाया है, जबकि भाजपा को भी 26-31 सीटें मिलने की संभावना है।
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शिमला, 8 दिसम्बर (आईएएनएस)। हिमाचल प्रदेश विधानसभा के लिए वोटों की गिनती गुरुवार सुबह कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच शुरू हुई।
राज्य में मतदान 12 नवंबर को हुआ था, जहां ईवीएम में 24 महिलाओं सहित 412 उम्मीदवारों के चुनावी भाग्य को सील कर दिया गया था। 75.60 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया, जिसने 2017 के 75.57 प्रतिशत के रिकॉर्ड को तोड़ दिया।
59 स्थानों के 68 केंद्रों पर सुबह आठ बजे से मतगणना शुरू हुई।
नतीजे भाजपा नेता और मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर और उनके 10 मंत्री सहयोगियों के अलावा कांग्रेस विधायक दल के नेता मुकेश अग्निहोत्री और राज्य कांग्रेस के पूर्व प्रमुख सुखविंदर सुक्खू के राजनीतिक भाग्य का फैसला करेंगे।
ठाकुर ने रिवाज बदलेगा के नारे के साथ अपने अभियान का नेतृत्व किया, जैसा कि हाल ही में उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश और हरियाणा के चुनावों में भाजपा सरकारों ने दोहराया है।
इस छोटे से पहाड़ी राज्य में 1985 के बाद से किसी भी सत्ताधारी दल की सत्ता में वापसी नहीं हुई है। तब से दोनों चिरप्रतिद्वंद्वी – कांग्रेस और भाजपा – ने बारी-बारी से आठ कार्यकालों में राज्य पर शासन किया।
ठाकुर के नेतृत्व में चुनाव लड़ने के साथ, जो सिराज विधानसभा क्षेत्र से मैदान में हैं, जहां से उन्होंने 1998 से लगातार पांच बार चुनाव जीता, चुनाव प्रचार के दौरान भाजपा प्रमुख जे.पी. नड्डा ने घोषणा की है कि, अगर पार्टी जीतती है, तो वह मुख्यमंत्री होंगे।
हालांकि, अधिकांश एग्जिट पोल सर्वेक्षणों ने मौजूदा बीजेपी और विपक्षी कांग्रेस के बीच कड़ी टक्कर की भविष्यवाणी की है, जिसमें पूर्व में थोड़ी बढ़त है।
उन्होंने अनुमान लगाया कि, राज्य में भाजपा को अधिकतम 40 सीटें मिल सकती हैं, जो 68 सदस्यीय सदन में आधे रास्ते के निशान 34 से सिर्फ छह सीटें अधिक हैं।
आजतक ने कांग्रेस के लिए 26-31 सीटों की भविष्यवाणी की है, भाजपा को 24-34 सीटें जीतने का अनुमान है।
इंडिया टीवी-मैट्रिज ने कांग्रेस को राज्य में 26-31 सीटें जीतने का अनुमान लगाया है, जबकि भाजपा को भी 26-31 सीटें मिलने की संभावना है।
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शिमला, 8 दिसम्बर (आईएएनएस)। हिमाचल प्रदेश विधानसभा के लिए वोटों की गिनती गुरुवार सुबह कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच शुरू हुई।
राज्य में मतदान 12 नवंबर को हुआ था, जहां ईवीएम में 24 महिलाओं सहित 412 उम्मीदवारों के चुनावी भाग्य को सील कर दिया गया था। 75.60 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया, जिसने 2017 के 75.57 प्रतिशत के रिकॉर्ड को तोड़ दिया।
59 स्थानों के 68 केंद्रों पर सुबह आठ बजे से मतगणना शुरू हुई।
नतीजे भाजपा नेता और मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर और उनके 10 मंत्री सहयोगियों के अलावा कांग्रेस विधायक दल के नेता मुकेश अग्निहोत्री और राज्य कांग्रेस के पूर्व प्रमुख सुखविंदर सुक्खू के राजनीतिक भाग्य का फैसला करेंगे।
ठाकुर ने रिवाज बदलेगा के नारे के साथ अपने अभियान का नेतृत्व किया, जैसा कि हाल ही में उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश और हरियाणा के चुनावों में भाजपा सरकारों ने दोहराया है।
इस छोटे से पहाड़ी राज्य में 1985 के बाद से किसी भी सत्ताधारी दल की सत्ता में वापसी नहीं हुई है। तब से दोनों चिरप्रतिद्वंद्वी – कांग्रेस और भाजपा – ने बारी-बारी से आठ कार्यकालों में राज्य पर शासन किया।
ठाकुर के नेतृत्व में चुनाव लड़ने के साथ, जो सिराज विधानसभा क्षेत्र से मैदान में हैं, जहां से उन्होंने 1998 से लगातार पांच बार चुनाव जीता, चुनाव प्रचार के दौरान भाजपा प्रमुख जे.पी. नड्डा ने घोषणा की है कि, अगर पार्टी जीतती है, तो वह मुख्यमंत्री होंगे।
हालांकि, अधिकांश एग्जिट पोल सर्वेक्षणों ने मौजूदा बीजेपी और विपक्षी कांग्रेस के बीच कड़ी टक्कर की भविष्यवाणी की है, जिसमें पूर्व में थोड़ी बढ़त है।
उन्होंने अनुमान लगाया कि, राज्य में भाजपा को अधिकतम 40 सीटें मिल सकती हैं, जो 68 सदस्यीय सदन में आधे रास्ते के निशान 34 से सिर्फ छह सीटें अधिक हैं।
आजतक ने कांग्रेस के लिए 26-31 सीटों की भविष्यवाणी की है, भाजपा को 24-34 सीटें जीतने का अनुमान है।
इंडिया टीवी-मैट्रिज ने कांग्रेस को राज्य में 26-31 सीटें जीतने का अनुमान लगाया है, जबकि भाजपा को भी 26-31 सीटें मिलने की संभावना है।
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शिमला, 8 दिसम्बर (आईएएनएस)। हिमाचल प्रदेश विधानसभा के लिए वोटों की गिनती गुरुवार सुबह कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच शुरू हुई।
राज्य में मतदान 12 नवंबर को हुआ था, जहां ईवीएम में 24 महिलाओं सहित 412 उम्मीदवारों के चुनावी भाग्य को सील कर दिया गया था। 75.60 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया, जिसने 2017 के 75.57 प्रतिशत के रिकॉर्ड को तोड़ दिया।
59 स्थानों के 68 केंद्रों पर सुबह आठ बजे से मतगणना शुरू हुई।
नतीजे भाजपा नेता और मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर और उनके 10 मंत्री सहयोगियों के अलावा कांग्रेस विधायक दल के नेता मुकेश अग्निहोत्री और राज्य कांग्रेस के पूर्व प्रमुख सुखविंदर सुक्खू के राजनीतिक भाग्य का फैसला करेंगे।
ठाकुर ने रिवाज बदलेगा के नारे के साथ अपने अभियान का नेतृत्व किया, जैसा कि हाल ही में उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश और हरियाणा के चुनावों में भाजपा सरकारों ने दोहराया है।
इस छोटे से पहाड़ी राज्य में 1985 के बाद से किसी भी सत्ताधारी दल की सत्ता में वापसी नहीं हुई है। तब से दोनों चिरप्रतिद्वंद्वी – कांग्रेस और भाजपा – ने बारी-बारी से आठ कार्यकालों में राज्य पर शासन किया।
ठाकुर के नेतृत्व में चुनाव लड़ने के साथ, जो सिराज विधानसभा क्षेत्र से मैदान में हैं, जहां से उन्होंने 1998 से लगातार पांच बार चुनाव जीता, चुनाव प्रचार के दौरान भाजपा प्रमुख जे.पी. नड्डा ने घोषणा की है कि, अगर पार्टी जीतती है, तो वह मुख्यमंत्री होंगे।
हालांकि, अधिकांश एग्जिट पोल सर्वेक्षणों ने मौजूदा बीजेपी और विपक्षी कांग्रेस के बीच कड़ी टक्कर की भविष्यवाणी की है, जिसमें पूर्व में थोड़ी बढ़त है।
उन्होंने अनुमान लगाया कि, राज्य में भाजपा को अधिकतम 40 सीटें मिल सकती हैं, जो 68 सदस्यीय सदन में आधे रास्ते के निशान 34 से सिर्फ छह सीटें अधिक हैं।
आजतक ने कांग्रेस के लिए 26-31 सीटों की भविष्यवाणी की है, भाजपा को 24-34 सीटें जीतने का अनुमान है।
इंडिया टीवी-मैट्रिज ने कांग्रेस को राज्य में 26-31 सीटें जीतने का अनुमान लगाया है, जबकि भाजपा को भी 26-31 सीटें मिलने की संभावना है।
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शिमला, 8 दिसम्बर (आईएएनएस)। हिमाचल प्रदेश विधानसभा के लिए वोटों की गिनती गुरुवार सुबह कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच शुरू हुई।
राज्य में मतदान 12 नवंबर को हुआ था, जहां ईवीएम में 24 महिलाओं सहित 412 उम्मीदवारों के चुनावी भाग्य को सील कर दिया गया था। 75.60 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया, जिसने 2017 के 75.57 प्रतिशत के रिकॉर्ड को तोड़ दिया।
59 स्थानों के 68 केंद्रों पर सुबह आठ बजे से मतगणना शुरू हुई।
नतीजे भाजपा नेता और मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर और उनके 10 मंत्री सहयोगियों के अलावा कांग्रेस विधायक दल के नेता मुकेश अग्निहोत्री और राज्य कांग्रेस के पूर्व प्रमुख सुखविंदर सुक्खू के राजनीतिक भाग्य का फैसला करेंगे।
ठाकुर ने रिवाज बदलेगा के नारे के साथ अपने अभियान का नेतृत्व किया, जैसा कि हाल ही में उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश और हरियाणा के चुनावों में भाजपा सरकारों ने दोहराया है।
इस छोटे से पहाड़ी राज्य में 1985 के बाद से किसी भी सत्ताधारी दल की सत्ता में वापसी नहीं हुई है। तब से दोनों चिरप्रतिद्वंद्वी – कांग्रेस और भाजपा – ने बारी-बारी से आठ कार्यकालों में राज्य पर शासन किया।
ठाकुर के नेतृत्व में चुनाव लड़ने के साथ, जो सिराज विधानसभा क्षेत्र से मैदान में हैं, जहां से उन्होंने 1998 से लगातार पांच बार चुनाव जीता, चुनाव प्रचार के दौरान भाजपा प्रमुख जे.पी. नड्डा ने घोषणा की है कि, अगर पार्टी जीतती है, तो वह मुख्यमंत्री होंगे।
हालांकि, अधिकांश एग्जिट पोल सर्वेक्षणों ने मौजूदा बीजेपी और विपक्षी कांग्रेस के बीच कड़ी टक्कर की भविष्यवाणी की है, जिसमें पूर्व में थोड़ी बढ़त है।
उन्होंने अनुमान लगाया कि, राज्य में भाजपा को अधिकतम 40 सीटें मिल सकती हैं, जो 68 सदस्यीय सदन में आधे रास्ते के निशान 34 से सिर्फ छह सीटें अधिक हैं।
आजतक ने कांग्रेस के लिए 26-31 सीटों की भविष्यवाणी की है, भाजपा को 24-34 सीटें जीतने का अनुमान है।
इंडिया टीवी-मैट्रिज ने कांग्रेस को राज्य में 26-31 सीटें जीतने का अनुमान लगाया है, जबकि भाजपा को भी 26-31 सीटें मिलने की संभावना है।
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राज्य में मतदान 12 नवंबर को हुआ था, जहां ईवीएम में 24 महिलाओं सहित 412 उम्मीदवारों के चुनावी भाग्य को सील कर दिया गया था। 75.60 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया, जिसने 2017 के 75.57 प्रतिशत के रिकॉर्ड को तोड़ दिया।
59 स्थानों के 68 केंद्रों पर सुबह आठ बजे से मतगणना शुरू हुई।
नतीजे भाजपा नेता और मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर और उनके 10 मंत्री सहयोगियों के अलावा कांग्रेस विधायक दल के नेता मुकेश अग्निहोत्री और राज्य कांग्रेस के पूर्व प्रमुख सुखविंदर सुक्खू के राजनीतिक भाग्य का फैसला करेंगे।
ठाकुर ने रिवाज बदलेगा के नारे के साथ अपने अभियान का नेतृत्व किया, जैसा कि हाल ही में उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश और हरियाणा के चुनावों में भाजपा सरकारों ने दोहराया है।
इस छोटे से पहाड़ी राज्य में 1985 के बाद से किसी भी सत्ताधारी दल की सत्ता में वापसी नहीं हुई है। तब से दोनों चिरप्रतिद्वंद्वी – कांग्रेस और भाजपा – ने बारी-बारी से आठ कार्यकालों में राज्य पर शासन किया।
ठाकुर के नेतृत्व में चुनाव लड़ने के साथ, जो सिराज विधानसभा क्षेत्र से मैदान में हैं, जहां से उन्होंने 1998 से लगातार पांच बार चुनाव जीता, चुनाव प्रचार के दौरान भाजपा प्रमुख जे.पी. नड्डा ने घोषणा की है कि, अगर पार्टी जीतती है, तो वह मुख्यमंत्री होंगे।
हालांकि, अधिकांश एग्जिट पोल सर्वेक्षणों ने मौजूदा बीजेपी और विपक्षी कांग्रेस के बीच कड़ी टक्कर की भविष्यवाणी की है, जिसमें पूर्व में थोड़ी बढ़त है।
उन्होंने अनुमान लगाया कि, राज्य में भाजपा को अधिकतम 40 सीटें मिल सकती हैं, जो 68 सदस्यीय सदन में आधे रास्ते के निशान 34 से सिर्फ छह सीटें अधिक हैं।
आजतक ने कांग्रेस के लिए 26-31 सीटों की भविष्यवाणी की है, भाजपा को 24-34 सीटें जीतने का अनुमान है।
इंडिया टीवी-मैट्रिज ने कांग्रेस को राज्य में 26-31 सीटें जीतने का अनुमान लगाया है, जबकि भाजपा को भी 26-31 सीटें मिलने की संभावना है।
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59 स्थानों के 68 केंद्रों पर सुबह आठ बजे से मतगणना शुरू हुई।
नतीजे भाजपा नेता और मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर और उनके 10 मंत्री सहयोगियों के अलावा कांग्रेस विधायक दल के नेता मुकेश अग्निहोत्री और राज्य कांग्रेस के पूर्व प्रमुख सुखविंदर सुक्खू के राजनीतिक भाग्य का फैसला करेंगे।
ठाकुर ने रिवाज बदलेगा के नारे के साथ अपने अभियान का नेतृत्व किया, जैसा कि हाल ही में उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश और हरियाणा के चुनावों में भाजपा सरकारों ने दोहराया है।
इस छोटे से पहाड़ी राज्य में 1985 के बाद से किसी भी सत्ताधारी दल की सत्ता में वापसी नहीं हुई है। तब से दोनों चिरप्रतिद्वंद्वी – कांग्रेस और भाजपा – ने बारी-बारी से आठ कार्यकालों में राज्य पर शासन किया।
ठाकुर के नेतृत्व में चुनाव लड़ने के साथ, जो सिराज विधानसभा क्षेत्र से मैदान में हैं, जहां से उन्होंने 1998 से लगातार पांच बार चुनाव जीता, चुनाव प्रचार के दौरान भाजपा प्रमुख जे.पी. नड्डा ने घोषणा की है कि, अगर पार्टी जीतती है, तो वह मुख्यमंत्री होंगे।
हालांकि, अधिकांश एग्जिट पोल सर्वेक्षणों ने मौजूदा बीजेपी और विपक्षी कांग्रेस के बीच कड़ी टक्कर की भविष्यवाणी की है, जिसमें पूर्व में थोड़ी बढ़त है।
उन्होंने अनुमान लगाया कि, राज्य में भाजपा को अधिकतम 40 सीटें मिल सकती हैं, जो 68 सदस्यीय सदन में आधे रास्ते के निशान 34 से सिर्फ छह सीटें अधिक हैं।
आजतक ने कांग्रेस के लिए 26-31 सीटों की भविष्यवाणी की है, भाजपा को 24-34 सीटें जीतने का अनुमान है।
इंडिया टीवी-मैट्रिज ने कांग्रेस को राज्य में 26-31 सीटें जीतने का अनुमान लगाया है, जबकि भाजपा को भी 26-31 सीटें मिलने की संभावना है।
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शिमला, 8 दिसम्बर (आईएएनएस)। हिमाचल प्रदेश विधानसभा के लिए वोटों की गिनती गुरुवार सुबह कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच शुरू हुई।
राज्य में मतदान 12 नवंबर को हुआ था, जहां ईवीएम में 24 महिलाओं सहित 412 उम्मीदवारों के चुनावी भाग्य को सील कर दिया गया था। 75.60 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया, जिसने 2017 के 75.57 प्रतिशत के रिकॉर्ड को तोड़ दिया।
59 स्थानों के 68 केंद्रों पर सुबह आठ बजे से मतगणना शुरू हुई।
नतीजे भाजपा नेता और मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर और उनके 10 मंत्री सहयोगियों के अलावा कांग्रेस विधायक दल के नेता मुकेश अग्निहोत्री और राज्य कांग्रेस के पूर्व प्रमुख सुखविंदर सुक्खू के राजनीतिक भाग्य का फैसला करेंगे।
ठाकुर ने रिवाज बदलेगा के नारे के साथ अपने अभियान का नेतृत्व किया, जैसा कि हाल ही में उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश और हरियाणा के चुनावों में भाजपा सरकारों ने दोहराया है।
इस छोटे से पहाड़ी राज्य में 1985 के बाद से किसी भी सत्ताधारी दल की सत्ता में वापसी नहीं हुई है। तब से दोनों चिरप्रतिद्वंद्वी – कांग्रेस और भाजपा – ने बारी-बारी से आठ कार्यकालों में राज्य पर शासन किया।
ठाकुर के नेतृत्व में चुनाव लड़ने के साथ, जो सिराज विधानसभा क्षेत्र से मैदान में हैं, जहां से उन्होंने 1998 से लगातार पांच बार चुनाव जीता, चुनाव प्रचार के दौरान भाजपा प्रमुख जे.पी. नड्डा ने घोषणा की है कि, अगर पार्टी जीतती है, तो वह मुख्यमंत्री होंगे।
हालांकि, अधिकांश एग्जिट पोल सर्वेक्षणों ने मौजूदा बीजेपी और विपक्षी कांग्रेस के बीच कड़ी टक्कर की भविष्यवाणी की है, जिसमें पूर्व में थोड़ी बढ़त है।
उन्होंने अनुमान लगाया कि, राज्य में भाजपा को अधिकतम 40 सीटें मिल सकती हैं, जो 68 सदस्यीय सदन में आधे रास्ते के निशान 34 से सिर्फ छह सीटें अधिक हैं।
आजतक ने कांग्रेस के लिए 26-31 सीटों की भविष्यवाणी की है, भाजपा को 24-34 सीटें जीतने का अनुमान है।
इंडिया टीवी-मैट्रिज ने कांग्रेस को राज्य में 26-31 सीटें जीतने का अनुमान लगाया है, जबकि भाजपा को भी 26-31 सीटें मिलने की संभावना है।
–आईएएनएस
पीटी/
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शिमला, 8 दिसम्बर (आईएएनएस)। हिमाचल प्रदेश विधानसभा के लिए वोटों की गिनती गुरुवार सुबह कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच शुरू हुई।
राज्य में मतदान 12 नवंबर को हुआ था, जहां ईवीएम में 24 महिलाओं सहित 412 उम्मीदवारों के चुनावी भाग्य को सील कर दिया गया था। 75.60 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया, जिसने 2017 के 75.57 प्रतिशत के रिकॉर्ड को तोड़ दिया।
59 स्थानों के 68 केंद्रों पर सुबह आठ बजे से मतगणना शुरू हुई।
नतीजे भाजपा नेता और मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर और उनके 10 मंत्री सहयोगियों के अलावा कांग्रेस विधायक दल के नेता मुकेश अग्निहोत्री और राज्य कांग्रेस के पूर्व प्रमुख सुखविंदर सुक्खू के राजनीतिक भाग्य का फैसला करेंगे।
ठाकुर ने रिवाज बदलेगा के नारे के साथ अपने अभियान का नेतृत्व किया, जैसा कि हाल ही में उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश और हरियाणा के चुनावों में भाजपा सरकारों ने दोहराया है।
इस छोटे से पहाड़ी राज्य में 1985 के बाद से किसी भी सत्ताधारी दल की सत्ता में वापसी नहीं हुई है। तब से दोनों चिरप्रतिद्वंद्वी – कांग्रेस और भाजपा – ने बारी-बारी से आठ कार्यकालों में राज्य पर शासन किया।
ठाकुर के नेतृत्व में चुनाव लड़ने के साथ, जो सिराज विधानसभा क्षेत्र से मैदान में हैं, जहां से उन्होंने 1998 से लगातार पांच बार चुनाव जीता, चुनाव प्रचार के दौरान भाजपा प्रमुख जे.पी. नड्डा ने घोषणा की है कि, अगर पार्टी जीतती है, तो वह मुख्यमंत्री होंगे।
हालांकि, अधिकांश एग्जिट पोल सर्वेक्षणों ने मौजूदा बीजेपी और विपक्षी कांग्रेस के बीच कड़ी टक्कर की भविष्यवाणी की है, जिसमें पूर्व में थोड़ी बढ़त है।
उन्होंने अनुमान लगाया कि, राज्य में भाजपा को अधिकतम 40 सीटें मिल सकती हैं, जो 68 सदस्यीय सदन में आधे रास्ते के निशान 34 से सिर्फ छह सीटें अधिक हैं।
आजतक ने कांग्रेस के लिए 26-31 सीटों की भविष्यवाणी की है, भाजपा को 24-34 सीटें जीतने का अनुमान है।
इंडिया टीवी-मैट्रिज ने कांग्रेस को राज्य में 26-31 सीटें जीतने का अनुमान लगाया है, जबकि भाजपा को भी 26-31 सीटें मिलने की संभावना है।
–आईएएनएस
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शिमला, 8 दिसम्बर (आईएएनएस)। हिमाचल प्रदेश विधानसभा के लिए वोटों की गिनती गुरुवार सुबह कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच शुरू हुई।
राज्य में मतदान 12 नवंबर को हुआ था, जहां ईवीएम में 24 महिलाओं सहित 412 उम्मीदवारों के चुनावी भाग्य को सील कर दिया गया था। 75.60 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया, जिसने 2017 के 75.57 प्रतिशत के रिकॉर्ड को तोड़ दिया।
59 स्थानों के 68 केंद्रों पर सुबह आठ बजे से मतगणना शुरू हुई।
नतीजे भाजपा नेता और मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर और उनके 10 मंत्री सहयोगियों के अलावा कांग्रेस विधायक दल के नेता मुकेश अग्निहोत्री और राज्य कांग्रेस के पूर्व प्रमुख सुखविंदर सुक्खू के राजनीतिक भाग्य का फैसला करेंगे।
ठाकुर ने रिवाज बदलेगा के नारे के साथ अपने अभियान का नेतृत्व किया, जैसा कि हाल ही में उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश और हरियाणा के चुनावों में भाजपा सरकारों ने दोहराया है।
इस छोटे से पहाड़ी राज्य में 1985 के बाद से किसी भी सत्ताधारी दल की सत्ता में वापसी नहीं हुई है। तब से दोनों चिरप्रतिद्वंद्वी – कांग्रेस और भाजपा – ने बारी-बारी से आठ कार्यकालों में राज्य पर शासन किया।
ठाकुर के नेतृत्व में चुनाव लड़ने के साथ, जो सिराज विधानसभा क्षेत्र से मैदान में हैं, जहां से उन्होंने 1998 से लगातार पांच बार चुनाव जीता, चुनाव प्रचार के दौरान भाजपा प्रमुख जे.पी. नड्डा ने घोषणा की है कि, अगर पार्टी जीतती है, तो वह मुख्यमंत्री होंगे।
हालांकि, अधिकांश एग्जिट पोल सर्वेक्षणों ने मौजूदा बीजेपी और विपक्षी कांग्रेस के बीच कड़ी टक्कर की भविष्यवाणी की है, जिसमें पूर्व में थोड़ी बढ़त है।
उन्होंने अनुमान लगाया कि, राज्य में भाजपा को अधिकतम 40 सीटें मिल सकती हैं, जो 68 सदस्यीय सदन में आधे रास्ते के निशान 34 से सिर्फ छह सीटें अधिक हैं।
आजतक ने कांग्रेस के लिए 26-31 सीटों की भविष्यवाणी की है, भाजपा को 24-34 सीटें जीतने का अनुमान है।
इंडिया टीवी-मैट्रिज ने कांग्रेस को राज्य में 26-31 सीटें जीतने का अनुमान लगाया है, जबकि भाजपा को भी 26-31 सीटें मिलने की संभावना है।
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शिमला, 8 दिसम्बर (आईएएनएस)। हिमाचल प्रदेश विधानसभा के लिए वोटों की गिनती गुरुवार सुबह कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच शुरू हुई।
राज्य में मतदान 12 नवंबर को हुआ था, जहां ईवीएम में 24 महिलाओं सहित 412 उम्मीदवारों के चुनावी भाग्य को सील कर दिया गया था। 75.60 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया, जिसने 2017 के 75.57 प्रतिशत के रिकॉर्ड को तोड़ दिया।
59 स्थानों के 68 केंद्रों पर सुबह आठ बजे से मतगणना शुरू हुई।
नतीजे भाजपा नेता और मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर और उनके 10 मंत्री सहयोगियों के अलावा कांग्रेस विधायक दल के नेता मुकेश अग्निहोत्री और राज्य कांग्रेस के पूर्व प्रमुख सुखविंदर सुक्खू के राजनीतिक भाग्य का फैसला करेंगे।
ठाकुर ने रिवाज बदलेगा के नारे के साथ अपने अभियान का नेतृत्व किया, जैसा कि हाल ही में उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश और हरियाणा के चुनावों में भाजपा सरकारों ने दोहराया है।
इस छोटे से पहाड़ी राज्य में 1985 के बाद से किसी भी सत्ताधारी दल की सत्ता में वापसी नहीं हुई है। तब से दोनों चिरप्रतिद्वंद्वी – कांग्रेस और भाजपा – ने बारी-बारी से आठ कार्यकालों में राज्य पर शासन किया।
ठाकुर के नेतृत्व में चुनाव लड़ने के साथ, जो सिराज विधानसभा क्षेत्र से मैदान में हैं, जहां से उन्होंने 1998 से लगातार पांच बार चुनाव जीता, चुनाव प्रचार के दौरान भाजपा प्रमुख जे.पी. नड्डा ने घोषणा की है कि, अगर पार्टी जीतती है, तो वह मुख्यमंत्री होंगे।
हालांकि, अधिकांश एग्जिट पोल सर्वेक्षणों ने मौजूदा बीजेपी और विपक्षी कांग्रेस के बीच कड़ी टक्कर की भविष्यवाणी की है, जिसमें पूर्व में थोड़ी बढ़त है।
उन्होंने अनुमान लगाया कि, राज्य में भाजपा को अधिकतम 40 सीटें मिल सकती हैं, जो 68 सदस्यीय सदन में आधे रास्ते के निशान 34 से सिर्फ छह सीटें अधिक हैं।
आजतक ने कांग्रेस के लिए 26-31 सीटों की भविष्यवाणी की है, भाजपा को 24-34 सीटें जीतने का अनुमान है।
इंडिया टीवी-मैट्रिज ने कांग्रेस को राज्य में 26-31 सीटें जीतने का अनुमान लगाया है, जबकि भाजपा को भी 26-31 सीटें मिलने की संभावना है।
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शिमला, 8 दिसम्बर (आईएएनएस)। हिमाचल प्रदेश विधानसभा के लिए वोटों की गिनती गुरुवार सुबह कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच शुरू हुई।
राज्य में मतदान 12 नवंबर को हुआ था, जहां ईवीएम में 24 महिलाओं सहित 412 उम्मीदवारों के चुनावी भाग्य को सील कर दिया गया था। 75.60 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया, जिसने 2017 के 75.57 प्रतिशत के रिकॉर्ड को तोड़ दिया।
59 स्थानों के 68 केंद्रों पर सुबह आठ बजे से मतगणना शुरू हुई।
नतीजे भाजपा नेता और मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर और उनके 10 मंत्री सहयोगियों के अलावा कांग्रेस विधायक दल के नेता मुकेश अग्निहोत्री और राज्य कांग्रेस के पूर्व प्रमुख सुखविंदर सुक्खू के राजनीतिक भाग्य का फैसला करेंगे।
ठाकुर ने रिवाज बदलेगा के नारे के साथ अपने अभियान का नेतृत्व किया, जैसा कि हाल ही में उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश और हरियाणा के चुनावों में भाजपा सरकारों ने दोहराया है।
इस छोटे से पहाड़ी राज्य में 1985 के बाद से किसी भी सत्ताधारी दल की सत्ता में वापसी नहीं हुई है। तब से दोनों चिरप्रतिद्वंद्वी – कांग्रेस और भाजपा – ने बारी-बारी से आठ कार्यकालों में राज्य पर शासन किया।
ठाकुर के नेतृत्व में चुनाव लड़ने के साथ, जो सिराज विधानसभा क्षेत्र से मैदान में हैं, जहां से उन्होंने 1998 से लगातार पांच बार चुनाव जीता, चुनाव प्रचार के दौरान भाजपा प्रमुख जे.पी. नड्डा ने घोषणा की है कि, अगर पार्टी जीतती है, तो वह मुख्यमंत्री होंगे।
हालांकि, अधिकांश एग्जिट पोल सर्वेक्षणों ने मौजूदा बीजेपी और विपक्षी कांग्रेस के बीच कड़ी टक्कर की भविष्यवाणी की है, जिसमें पूर्व में थोड़ी बढ़त है।
उन्होंने अनुमान लगाया कि, राज्य में भाजपा को अधिकतम 40 सीटें मिल सकती हैं, जो 68 सदस्यीय सदन में आधे रास्ते के निशान 34 से सिर्फ छह सीटें अधिक हैं।
आजतक ने कांग्रेस के लिए 26-31 सीटों की भविष्यवाणी की है, भाजपा को 24-34 सीटें जीतने का अनुमान है।
इंडिया टीवी-मैट्रिज ने कांग्रेस को राज्य में 26-31 सीटें जीतने का अनुमान लगाया है, जबकि भाजपा को भी 26-31 सीटें मिलने की संभावना है।