शहडोल, देशबन्धु. कोयलांचल नगरी धनपुरी में घर के सामने युवक को गोली मारकर मौत के घाट उतारने के बहुचर्चित हत्याकांड के फरार आरोपी इनामी वारंटी को आखिरकार दो दशक बाद पुलिस ने गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है. 20 साल पहले वर्ष 2003 में पोस्ट आफिस के पास रहने वाले ट्रांसपोर्टर रमेश उर्फ़ पप्पू गुप्ता पिता स्व. लक्ष्मी चंद गुप्ता 40 वर्ष की उसके उसके घर के सामने दिनदहाड़े गोली मारकर ह्त्या कर दी गयी थी.
इस ह्त्या काण्ड को शातिर बदमाश शंकर सिंह गोंड़ ने अपने साथियों के साथ अंजाम दिया था. जिसमें संतोष पासी भी शामिल था. मुख्य आरोपी शंकर सिंह गोंड़ की कुछ वर्ष पहले मौत हो चुकी है, जबकि एक अन्य आरोपी इस मामले में सजा काटकर जेल से बाहर आ चुका है.
इस संबंध में मिली जानकारी के अनुसार न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी न्यायालय बुढ़ार द्वारा 03 अलग-अलग वारंट संतोष पासी पिता रामदुलारे पासी उम्र 42 साल निवासी रजा मोहल्ला, धनपुरी नं. 04 थाना धनपुरी के विरूद्ध जारी किए गए थे.
संतोष पासी वर्ष 2003 से लगातार फरार चल रहा था, जिस पर पुलिस अधीक्षक शहडोल द्वारा वारंटी की गिरफ्तारी हेतु 10 हजार रूपए के नगद ईनाम की उद्घोषणा जारी की गई थी.
11 दिसंबर को थाना प्रभारी धनपुरी निरीक्षक खेम सिंह पेन्द्रो को सूचना प्राप्त हुई कि फरारी वारंटी संतोष पासी अपने घर रजा मोहल्ला में आया है, सूचना पर तत्काल धनपुरी पुलिस टीम द्वारा आरोपी के घर रजा मोहल्ला में दबिश दी गई तो वारंटी अपने घर पर मौजूद था. फरार वारंटी संतोष पासी तीनों वारंटो में अलग अलग गिरफ्तार कर माननीय न्यायालय पेश किया गया है.
उक्त गिरफ्तारी कार्यवाही में थाना प्रभारी निरीक्षक खेमसिंह पेन्द्रो के नेतृत्व में सउनि. रोहणी प्रसाद गौतम, प्रधान आरक्षक गजेन्द्र सिंह, आरक्षक अजय सिंह, सतवंत और शिवराखन सिंह की महत्वपूर्ण भूमिका रही.