गांधीग्राम. शुक्रवार को सुबह से ही शीतलहर अपने शवाब पर रही. गांधीग्राम सहित आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में सर्द हवाओं ने अपना असर दिखाया. शुक्रवार को सुबह से शाम तक ठंडी हवाओं का लहरा चलता रहा.इस कारण गलन लोगों को ठिठुराती रही.शाम में भी ठंडी हवा चलने से अंचल कांपता नजर आया. सर्दी से बचने के लिए लोगों ने कहीं गर्म पेय पदार्थ तो कहीं पर अलाव का सहारा लेना पड़ा. सर्दी बचने के लिए लोगों ने होटलों व दुकानों के बाहर जली अलाव पर शरण ली.
*व्यवस्था पर सवाल, लोग हो रहे बेहाल…लोग व्यवस्था पर भी सवाल उठा रहे हैं. लोगों का कहना है कि ग्राम पंचायतों में अलाव जलाने की योजना ही नहीं बनाई हैं.लोगों को आग जलाने लकड़ी तक नहीं मिलती.धूप निकली जरूर पर शीतलहर धूप पर भारी रही.
शुक्रवार से शीतलहर प्रारम्भ हो गई है. धूप से लोगों को सर्दी से राहत महसूस नही हो पा रही है. तड़के सुबह से शाम तक गांधीग्राम शीतलहर से मौसम बदल गया. मौसम में अचानक हुए बदलाव से व शीतलहर चलने से गलन वाली ठण्ड का असर लोगों की सेहत पर पड़ रहा है.वहीं अंचल में दिनभर चली शीतलहर ने लोगों को कंपकंपा दिया. ठंडी हवा से बचने के लोग दिन अलाव के सामने चिपके रहे.
ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों ने दिन तो आग के पास बैठकर निकाल दिया, दिन में थोड़ा सहारा धूप ने दिया लेकिन शीतलहर भारी थी. शाम को चली ठंडी हवा ने लोगों को ठिठुरा दिया. अंचल में पड़ रही कड़कड़ाती सर्दी के कारण दुकानदार भी अपनी दुकानों को जल्दी बंद करके घर जाने लगे.
*हाईवे पर भी सन्नाटा–वही जबलपुर-कटनी राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक 30 गांधीग्राम- सिहोरा हाईवे फोरलेन सड़क मार्ग पर ठंड की वजह से दोपहिया वाहन इक्की दुक्की देखें गये वही अन्य वाहनों की संख्या अपेक्षाकृत कम रहे ठंड की वजह से चार पहिया वाहन इत्यादि ढावों, होटलों में शरण लिए हुए आग तापते दिख रहे थे.