नई दिल्ली, 15 दिसंबर (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को लोकसभा में कांग्रेस पर संविधान के साथ छेड़छाड़ करने का आरोप लगाया। इसे लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है।
केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि कांग्रेस का ट्रैक रिकॉर्ड संविधान और लोकतांत्रिक मानदंडों के प्रति घोर अनादर का रहा है। मैं प्रधानमंत्री मोदी का आभार व्यक्त करता हूं कि उन्होंने तथ्यों पर आधारित डेटा लोकसभा के पटल पर रखा, जिसमें बताया गया कि कैसे नेहरू से लेकर इंदिरा गांधी और राजीव गांधी ने प्रधानमंत्री पद पर रहते हुए संसद का अपमान किया और इसका मजाक बनाया।
उन्होंने कहा कि विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने एक बार कैबिनेट के फैसले को सार्वजनिक रूप से फाड़ दिया था। मेरा मानना है कि कांग्रेस पार्टी को अपने गलत कामों के लिए भारत की जनता से माफी मांगनी चाहिए। आज हम संविधान लागू होने के 75 साल पूरे होने का जश्न मना रहे हैं। वहीं जब संविधान के 25 साल पूरे हुए, तो कांग्रेस की सरकार ने देश में आपातकाल लगा दिया था। वे संसद का अपमान करने के दोषी हैं और उन्हें देश की जनता से माफी मांगनी चाहिए।
वहीं, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री जे.पी. नड्डा ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी द्वारा भारतीय संविधान के 75 वर्ष पूर्ण होने पर दिया गया वक्तव्य कांग्रेस और विपक्षी दलों द्वारा भारतीय संविधान और अन्य विषयों पर फैलाए जा रहे भ्रम जाल को तोड़ने वाला और देश को स्पष्ट दिशा देने वाला है। प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में देश की समृद्धि, सशक्तिकरण और सबको साथ लेकर चलने की बात कही है। 1975 में लगा आपातकाल, लोकतंत्र की हत्या का उदाहरण है। देश को जेलखाना बनाकर नागरिकों के मौलिक अधिकार छीनने वाली कांग्रेस, सत्ता के लालच में संविधान की दुहाई दे रही है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को लोकसभा में संविधान की 75 साल की गौरवशाली यात्रा पर चर्चा का जवाब देते हुए कांग्रेस पर संविधान की भावना की हत्या करने का आरोप लगाते हुए कहा कि “आपातकाल का पाप” देश की सबसे पुरानी पार्टी के माथे से कभी नहीं मिट सकता।
–आईएएनएस
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