मुंबई, 18 दिसंबर (आईएएनएस)। भारतीय शेयर बाजार बुधवार को सपाट खुले, क्योंकि निवेशक अमेरिकी फेडरल रिजर्व के ब्याज दर निर्णय का इंतजार कर रहे हैं।
सुबह करीब 9:33 बजे, सेंसेक्स 33.01 अंक या 0.04 प्रतिशत की गिरावट के बाद 80,651.44 पर कारोबार कर रहा था, जबकि निफ्टी 7.25 अंक या 0.03 प्रतिशत की गिरावट के बाद 24,328.75 पर कारोबार कर रहा था।
बाजार का रुख नकारात्मक रहा। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) पर 882 शेयर हरे निशान में कारोबार कर रहे थे, जबकि 1,306 शेयर लाल निशान में थे।
वैश्विक बाजारों का ध्यान फेड द्वारा आज रात आने वाले निर्णय पर रहेगा। बाजार द्वारा 25 आधार अंकों की दर कटौती की कीमत लगाई गई है।
बाजार के जानकारों ने कहा, “बाजार का ध्यान आज फेड की टिप्पणी पर रहेगा। भारतीय बाजार में एक महत्वपूर्ण प्रवृत्ति व्यापक बाजार से बेहतर प्रदर्शन है, जहां अच्छे नतीजों की बाजार में सराहना हो रही है और एफआईआई की बिकवाली की कोई चिंता नहीं है।”
निफ्टी बैंक 152.85 अंक या 0.29 प्रतिशत की गिरावट के साथ 52,681.95 पर था। निफ्टी मिडकैप 100 इंडेक्स 201.35 अंक या 0.34 प्रतिशत की गिरावट के बाद 58,900.55 पर कारोबार कर रहा था। निफ्टी स्मॉलकैप 100 इंडेक्स 52.05 अंक या 0.27 प्रतिशत की गिरावट के बाद 19,346.40 पर था।
सेंसेक्स पैक में टाटा मोटर्स, पावर ग्रिड, एलएंडटी, मारुति, आईसीआईसीआई बैंक, इंडसइंड बैंक, अल्ट्राटेक सीमेंट, एसबीआई और एनटीपीसी टॉप लूजर्स थे। वहीं, सन फार्मा, एचसीएलटेक, टेक महिंद्रा, टीसीएस, आईटीसी, भारती एयरटेल और एमएंडएम टॉप गेनर्स थे।
एशियाई बाजारों में जापान और बैंकॉक को छोड़कर चीन, हांगकांग, सोल और जकार्ता के बाजार हरे निशान में कारोबार कर रहे थे।
अमेरिकी शेयर बाजारों पिछले कारोबारी सत्र में नैस्डैक कंपोजिट और एसएंडपी 500 क्रमश: 0.32 फीसदी और 0.39 प्रतिशत नीचे बंद हुए और डॉव जोन्स इंडस्ट्रियल एवरेज 0.61 प्रतिशत नीचे बंद हुआ।
विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने 17 दिसंबर को 6,409.86 करोड़ रुपये के शेयर बेचे, जबकि घरेलू संस्थागत निवेशकों ने उसी दिन 2,706.48 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे।
जानकारों ने कहा, “निकट भविष्य में बाजार की स्थिति कमजोर हो गई है, क्योंकि एफआईआई तेजी के दौरान बिकवाली कर रहे हैं। दिसंबर की शुरुआत में एफआईआई की खरीदारी का रुझान, जैसा कि आशंका थी, कुछ समय भर के लिए ही था। कल नकद बाजार में एफआईआई द्वारा 6410 करोड़ रुपये की भारी बिकवाली से संकेत मिलता है कि बाजार में उछाल के कारण और अधिक बिकवाली की संभावना है।”
–आईएएनएस
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