मुंबई, 18 दिसंबर (आईएएनएस)। ग्लोबल बैंकिंग और वेल्थ मैनेजमेंट ग्रुप इन्वेस्टेक ने बुधवार को अंबुजा सीमेंट्स को बाय रेटिंग दी है। साथ ही 950 रुपये का टारगेट प्राइस दिया है, जो कि अनुमानित मौजूदा प्राइस 577 रुपये से 65.1 प्रतिशत अधिक है।
एक नोट में, इन्वेस्टेक ने लिखा कि उसे “प्रबंधन में सहजता महसूस होती है, जो अपने विकास और,लागत लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए चल रही पहलों की पुष्टि करता है।”
इन्वेस्टेक ने कहा, “ग्रोथ पाइपलाइन, लीज एक्सपायर, एसीईएम (अंबुजा सीमेंट्स) में प्रमोटर की आर्थिक रुचि को ध्यान में रखते हुए, हम एसीसी के बजाय एसीईएम को प्राथमिकता देते हैं। हम इस क्षेत्र के लिए कंसोलिडेशन, सस्टेनेबिलिटी, ईएसजी को प्रमुख विषयों के रूप में उजागर करते हैं और पाते हैं कि एसीईएम लाभ प्राप्त करने के लिए सबसे उपयुक्त है।”
कंसोलिडेशन, स्ट्रीमलाइन ऑपरेशन और विशाल उत्पादन क्षमता पर ध्यान केंद्रित करते हुए, अंबुजा सीमेंट बाजार में अग्रणी के रूप में अपनी स्थिति को मजबूत कर रहा है और निवेशकों और हितधारकों के लिए एक बेहतर भविष्य आगे बना हुआ है।
अंबुजा सीमेंट्स के बोर्ड ने मंगलवार को अपनी हाल ही में अधिग्रहीत संस्थाओं सांघी इंडस्ट्रीज लिमिटेड और पेन्ना सीमेंट इंडस्ट्रीज लिमिटेड के विलय को अलग-अलग व्यवस्था योजनाओं के जरिए मंजूरी दे दी।
अदाणी समूह की प्रमुख सीमेंट कंपनी, 10 रुपये फेस वैल्यू वाले सांघी इंडस्ट्रीज के प्रत्येक 100 इक्विटी शेयरों के लिए 2 रुपये फेस वैल्यू के 12 इक्विटी शेयर जारी करेगी।
एक्सचेंज फाइलिंग के अनुसार, सांघी इंडस्ट्रीज के पात्र शेयरधारक अंबुजा सीमेंट्स के शेयरधारक बन जाएंगे। इसमे आगे कहा गया है कि अपेक्षित अप्रूवल के अधीन, लेनदेन 9-12 महीनों के भीतर पूरा होने की उम्मीद है।
अंबुजा सीमेंट्स के पास सांघी इंडस्ट्रीज में 58.08 प्रतिशत हिस्सेदारी है और वह पेन्ना सीमेंट का पूर्ण स्वामित्व रखती है।
इन्वेस्टेक के अनुसार, यह कदम “संगठनात्मक संरचना को सुव्यवस्थित करेगा, अनुपालन आवश्यकताओं को सरल करेगा और आरपीटी (लेटेड पार्टी ट्रांजेक्शन) को खत्म करेगा।”
2023 में 5,000 करोड़ रुपये के एंटरप्राइज वैल्यू पर अंबुजा द्वारा अधिग्रहित सांघी इंडस्ट्रीज की क्लिंकर कैपेसिटी 6.6 मिलियन टन प्रति वर्ष, सीमेंट क्षमता 6.1 एमटीपीए और चूना पत्थर भंडार एक बिलियन टन है।
इसका सांघीपुरम प्लांट भारत की सबसे बड़ी सिंगल-लोकेशन सीमेंट और क्लिंकर यूनिट है, जिसमें कैप्टिव जेटी और कैप्टिव पावर प्लांट है।
अदाणी समूह के सीमेंट व्यवसाय के सीईओ अजय कपूर के अनुसार, विलय का उद्देश्य अंबुजा सीमेंट्स को अधिक प्रतिस्पर्धी और कुशल बनाना है, जिसमें बेहतर कार्यशील पूंजी प्रबंधन और व्यवसाय विकास का समर्थन करने के लिए आंतरिक निधि शामिल है।
–आईएएनएस
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