मुंबई, 19 दिसंबर (आईएएनएस)। मुंबई में गुरुवार को भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस के दफ्तर में तोड़फोड़ की है। इस दौरान कार्यकर्ताओं पर कांग्रेस दफ्तर के दरवाजे, खिड़की तोड़ने और बाहर रखे कांग्रेस के शीर्ष नेताओं के पोस्टर पर काला रंग फेंकने का आरोप है।
मुंबई भाजपा युवा मोर्चा के अध्यक्ष तेजिंदर सिंह तिवाना ने अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर दक्षिण मुंबई स्थित मुंबई कांग्रेस दफ्तर में तोड़फोड़ की। तेजिंदर सिंह का आरोप है कि कांग्रेस ने डॉक्टर बाबा साहेब अंबेडकर का अपमान किया, जिसके विरोध में वह अपने कई समर्थकों के साथ मुंबई कांग्रेस दफ्तर में तोड़फोड़ करने के लिए पहुंचे थे।
भाजपा कार्यकर्ताओं ने मुंबई कांग्रेस दफ्तर के बाहर सोनिया गांधी और राहुल गांधी के पोस्टर पर काली स्याही भी फेंकी। पुलिस ने भीड़ को हटाने के लिए लाठीचार्ज की।
पूरे मामले को लेकर अब सियासी हंगामा देखने को मिल रहा है।
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरद पवार) से विधायक रोहित पवार ने पत्रकारों से बात करते हुए कांग्रेस कार्यालय पर हुए इस हमले को गलत बताया है। उन्होंने कहा, किसी और पक्ष के कार्यालय में जाकर तोड़-फोड़ करना गलत है। आज आप किसी और के ऑफिस में तोड़ फोड़ कर रहे हैं, कल किसी के घर में जाएंगे। अगर सत्ता पक्ष का हर कार्यकर्ता यह सोचेगा कि महाराष्ट्र अपना हो गया है और वह किसी के भी घर में जाकर चोरी और मारपीट करेगा, तो यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण होगा।
उन्होंने राज्य के गृह मंत्री और पुलिस प्रशासन पर विश्वास व्यक्त करते हुए कहा कि वे इस मामले में उचित कार्रवाई करेंगे। अगर वे दो दिन में कार्रवाई नहीं करेंगे तो महाराष्ट्र के लोग और विपक्षी दलों के कार्यकर्ता और पदाधिकारी इस कार्य का निषेध करेंगे।
महाराष्ट्र की कानून-व्यवस्था के सवाल पर रोहित पवार ने कहा, “सत्ता पक्ष के पदाधिकारियों को लग रहा है कि उनका राज आ गया है। अगर आगे चलकर को किसी पार्क में लड़की को परेशान करेगा और उनको लगेगा कि अपनी सरकार है, कोई कुछ नहीं करेगा तो यह चीज बढ़ती जाएगी और आगे चीजें हाथ से निकल जाएंगी। ऐसे में सरकार को अगर कंट्रोल करना है तो आज ही कंट्रोल करना होगा, नहीं तो आगे बहुत तकलीफ होगी। दूसरे की प्रॉपर्टी में जाकर तोड़-फोड़ करना महाराष्ट्र की संस्कृति नहीं है।”
–आईएएनएस
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