deshbandhu

deshbandu_logo
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर
deshbandu_logo
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर
Menu
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर
Facebook Twitter Youtube
  • भोपाल
  • इंदौर
  • उज्जैन
  • ग्वालियर
  • जबलपुर
  • रीवा
  • चंबल
  • नर्मदापुरम
  • शहडोल
  • सागर
  • देशबन्धु जनमत
  • पाठक प्रतिक्रियाएं
  • हमें जानें
  • विज्ञापन दरें
ADVERTISEMENT
Home अंतरराष्ट्रीय

खालिस्तानी अलगाववादी की भारतीय राजदूत को धमकी ‘गंभीर’ मुद्दा : विदेश मंत्रालय

by
December 20, 2024
in अंतरराष्ट्रीय
0
खालिस्तानी अलगाववादी की भारतीय राजदूत को धमकी ‘गंभीर’ मुद्दा : विदेश मंत्रालय
0
SHARES
2
VIEWS
Share on FacebookShare on Whatsapp
ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 20 दिसंबर (आईएएनएस)। भारत सरकार ने खालिस्तानी अलगाववादी गुरपतवंत सिंह पन्नू की ओर से अमेरिका में भारत के राजदूत विनय मोहन क्वात्रा के खिलाफ ताजा धमकी को ‘गंभीरता’ से लिया है। विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार को बताया कि इस मुद्दे को वाशिंगटन में अधिकारियों के समक्ष उठाया गया है।

READ ALSO

शी चिनफिंग ने चीन-सीईएलएसी मंच के चौथे मंत्री स्तरीय सम्मेलन के उद्घाटन समारोह में भाषण दिया

वांग यी ने चीन-लैटिन अमेरिका मंच में उपस्थित विभिन्न देशों के विदेश मंत्रियों से भेंट की

हाल ही में एक वीडियो में पन्नू ने धमकी दी कि क्वात्रा अमेरिका में खालिस्तान समर्थक सिखों के रडार पर है।

खालिस्तानी अलगाववादी ने दावा किया कि क्वात्रा कथित तौर पर रूसी अधिकारियों के संपर्क में हैं, जो संयुक्त राज्य अमेरिका में खालिस्तानी नेटवर्क पर भारतीय खुफिया एजेंसियों को इनपुट प्रदान कर रहे हैं।

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने शुक्रवार को नई दिल्ली में साप्ताहिक मीडिया ब्रीफिंग के दौरान कहा, “जब भी ऐसी धमकियां दी जाती हैं, हम उन्हें बहुत गंभीरता से लेते हैं और अमेरिकी सरकार के समक्ष उठाते हैं। इस विशेष मामले में भी, हमने इसे अमेरिकी सरकार के समक्ष उठाया है और हमें उम्मीद है कि संयुक्त राज्य सरकार हमारी सुरक्षा चिंताओं को गंभीरता से लेगी और इस पर कार्रवाई करेगी।”

पूर्व विदेश सचिव क्वात्रा ने इस साल अगस्त में तरनजीत सिंह संधू की जगह संयुक्त राज्य अमेरिका में भारत के राजदूत का पदभार संभाला था।

क्वात्रा की नियुक्ति ऐसे समय में हुई है जब खालिस्तानी अलगाववादी अमेरिका में हिंदू समुदाय, हिंदू धार्मिक स्थलों और भारतीय दूतावास को निशाना बना रहे हैं।

खालिस्तानियों को कैलिफोर्निया और न्यूयॉर्क सहित अन्य स्थानों पर मंदिरों को क्षतिग्रस्त करने की घटनाओं में शामिल रहे। उन्होंने सैन फ्रांसिस्को में भारतीय दूतावास में आगजनी और तोड़फोड़ की घटनाओं को भी अंजाम दिया।

मिशिगन राज्य से प्रतिनिधि सभा के लिए चुने गए डेमोक्रेट थानेदार सहित कई सांसदों ने संयुक्त राज्य अमेरिका में हिंदुओं और उनके पूजा स्थलों पर हमलों में ‘काफी वृद्धि’ पर चिंता जताई।

थानेदार ने हाल ही में मंदिरों और वाणिज्य दूतावास में हुई घटनाओं के पीछे के दोषियों को पकड़ने में विफल रहने के लिए जांच एजेंसी के प्रति निराशा व्यक्त की थी। उन्होंने कहा, “ऐसा प्रतीत होता है कि इन पूजा स्थलों पर हमला करने का प्रयास बहुत ही संगठित है, जिससे समुदाय में काफी डर का माहौल है। अक्सर हमने देखा है कि कानून प्रवर्तन, स्थानीय कानून प्रवर्तन एजेंसियां ​​इन जांचों में शामिल हो जाती हैं लेकिन शायद ही कभी किसी संदिग्ध की पहचान हो पाती है, और यह जांच कहीं नहीं पहुंच पाती है।

–आईएएनएस

एमके/

ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 20 दिसंबर (आईएएनएस)। भारत सरकार ने खालिस्तानी अलगाववादी गुरपतवंत सिंह पन्नू की ओर से अमेरिका में भारत के राजदूत विनय मोहन क्वात्रा के खिलाफ ताजा धमकी को ‘गंभीरता’ से लिया है। विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार को बताया कि इस मुद्दे को वाशिंगटन में अधिकारियों के समक्ष उठाया गया है।

हाल ही में एक वीडियो में पन्नू ने धमकी दी कि क्वात्रा अमेरिका में खालिस्तान समर्थक सिखों के रडार पर है।

खालिस्तानी अलगाववादी ने दावा किया कि क्वात्रा कथित तौर पर रूसी अधिकारियों के संपर्क में हैं, जो संयुक्त राज्य अमेरिका में खालिस्तानी नेटवर्क पर भारतीय खुफिया एजेंसियों को इनपुट प्रदान कर रहे हैं।

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने शुक्रवार को नई दिल्ली में साप्ताहिक मीडिया ब्रीफिंग के दौरान कहा, “जब भी ऐसी धमकियां दी जाती हैं, हम उन्हें बहुत गंभीरता से लेते हैं और अमेरिकी सरकार के समक्ष उठाते हैं। इस विशेष मामले में भी, हमने इसे अमेरिकी सरकार के समक्ष उठाया है और हमें उम्मीद है कि संयुक्त राज्य सरकार हमारी सुरक्षा चिंताओं को गंभीरता से लेगी और इस पर कार्रवाई करेगी।”

पूर्व विदेश सचिव क्वात्रा ने इस साल अगस्त में तरनजीत सिंह संधू की जगह संयुक्त राज्य अमेरिका में भारत के राजदूत का पदभार संभाला था।

क्वात्रा की नियुक्ति ऐसे समय में हुई है जब खालिस्तानी अलगाववादी अमेरिका में हिंदू समुदाय, हिंदू धार्मिक स्थलों और भारतीय दूतावास को निशाना बना रहे हैं।

खालिस्तानियों को कैलिफोर्निया और न्यूयॉर्क सहित अन्य स्थानों पर मंदिरों को क्षतिग्रस्त करने की घटनाओं में शामिल रहे। उन्होंने सैन फ्रांसिस्को में भारतीय दूतावास में आगजनी और तोड़फोड़ की घटनाओं को भी अंजाम दिया।

मिशिगन राज्य से प्रतिनिधि सभा के लिए चुने गए डेमोक्रेट थानेदार सहित कई सांसदों ने संयुक्त राज्य अमेरिका में हिंदुओं और उनके पूजा स्थलों पर हमलों में ‘काफी वृद्धि’ पर चिंता जताई।

थानेदार ने हाल ही में मंदिरों और वाणिज्य दूतावास में हुई घटनाओं के पीछे के दोषियों को पकड़ने में विफल रहने के लिए जांच एजेंसी के प्रति निराशा व्यक्त की थी। उन्होंने कहा, “ऐसा प्रतीत होता है कि इन पूजा स्थलों पर हमला करने का प्रयास बहुत ही संगठित है, जिससे समुदाय में काफी डर का माहौल है। अक्सर हमने देखा है कि कानून प्रवर्तन, स्थानीय कानून प्रवर्तन एजेंसियां ​​इन जांचों में शामिल हो जाती हैं लेकिन शायद ही कभी किसी संदिग्ध की पहचान हो पाती है, और यह जांच कहीं नहीं पहुंच पाती है।

–आईएएनएस

एमके/

ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 20 दिसंबर (आईएएनएस)। भारत सरकार ने खालिस्तानी अलगाववादी गुरपतवंत सिंह पन्नू की ओर से अमेरिका में भारत के राजदूत विनय मोहन क्वात्रा के खिलाफ ताजा धमकी को ‘गंभीरता’ से लिया है। विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार को बताया कि इस मुद्दे को वाशिंगटन में अधिकारियों के समक्ष उठाया गया है।

हाल ही में एक वीडियो में पन्नू ने धमकी दी कि क्वात्रा अमेरिका में खालिस्तान समर्थक सिखों के रडार पर है।

खालिस्तानी अलगाववादी ने दावा किया कि क्वात्रा कथित तौर पर रूसी अधिकारियों के संपर्क में हैं, जो संयुक्त राज्य अमेरिका में खालिस्तानी नेटवर्क पर भारतीय खुफिया एजेंसियों को इनपुट प्रदान कर रहे हैं।

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने शुक्रवार को नई दिल्ली में साप्ताहिक मीडिया ब्रीफिंग के दौरान कहा, “जब भी ऐसी धमकियां दी जाती हैं, हम उन्हें बहुत गंभीरता से लेते हैं और अमेरिकी सरकार के समक्ष उठाते हैं। इस विशेष मामले में भी, हमने इसे अमेरिकी सरकार के समक्ष उठाया है और हमें उम्मीद है कि संयुक्त राज्य सरकार हमारी सुरक्षा चिंताओं को गंभीरता से लेगी और इस पर कार्रवाई करेगी।”

पूर्व विदेश सचिव क्वात्रा ने इस साल अगस्त में तरनजीत सिंह संधू की जगह संयुक्त राज्य अमेरिका में भारत के राजदूत का पदभार संभाला था।

क्वात्रा की नियुक्ति ऐसे समय में हुई है जब खालिस्तानी अलगाववादी अमेरिका में हिंदू समुदाय, हिंदू धार्मिक स्थलों और भारतीय दूतावास को निशाना बना रहे हैं।

खालिस्तानियों को कैलिफोर्निया और न्यूयॉर्क सहित अन्य स्थानों पर मंदिरों को क्षतिग्रस्त करने की घटनाओं में शामिल रहे। उन्होंने सैन फ्रांसिस्को में भारतीय दूतावास में आगजनी और तोड़फोड़ की घटनाओं को भी अंजाम दिया।

मिशिगन राज्य से प्रतिनिधि सभा के लिए चुने गए डेमोक्रेट थानेदार सहित कई सांसदों ने संयुक्त राज्य अमेरिका में हिंदुओं और उनके पूजा स्थलों पर हमलों में ‘काफी वृद्धि’ पर चिंता जताई।

थानेदार ने हाल ही में मंदिरों और वाणिज्य दूतावास में हुई घटनाओं के पीछे के दोषियों को पकड़ने में विफल रहने के लिए जांच एजेंसी के प्रति निराशा व्यक्त की थी। उन्होंने कहा, “ऐसा प्रतीत होता है कि इन पूजा स्थलों पर हमला करने का प्रयास बहुत ही संगठित है, जिससे समुदाय में काफी डर का माहौल है। अक्सर हमने देखा है कि कानून प्रवर्तन, स्थानीय कानून प्रवर्तन एजेंसियां ​​इन जांचों में शामिल हो जाती हैं लेकिन शायद ही कभी किसी संदिग्ध की पहचान हो पाती है, और यह जांच कहीं नहीं पहुंच पाती है।

–आईएएनएस

एमके/

ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 20 दिसंबर (आईएएनएस)। भारत सरकार ने खालिस्तानी अलगाववादी गुरपतवंत सिंह पन्नू की ओर से अमेरिका में भारत के राजदूत विनय मोहन क्वात्रा के खिलाफ ताजा धमकी को ‘गंभीरता’ से लिया है। विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार को बताया कि इस मुद्दे को वाशिंगटन में अधिकारियों के समक्ष उठाया गया है।

हाल ही में एक वीडियो में पन्नू ने धमकी दी कि क्वात्रा अमेरिका में खालिस्तान समर्थक सिखों के रडार पर है।

खालिस्तानी अलगाववादी ने दावा किया कि क्वात्रा कथित तौर पर रूसी अधिकारियों के संपर्क में हैं, जो संयुक्त राज्य अमेरिका में खालिस्तानी नेटवर्क पर भारतीय खुफिया एजेंसियों को इनपुट प्रदान कर रहे हैं।

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने शुक्रवार को नई दिल्ली में साप्ताहिक मीडिया ब्रीफिंग के दौरान कहा, “जब भी ऐसी धमकियां दी जाती हैं, हम उन्हें बहुत गंभीरता से लेते हैं और अमेरिकी सरकार के समक्ष उठाते हैं। इस विशेष मामले में भी, हमने इसे अमेरिकी सरकार के समक्ष उठाया है और हमें उम्मीद है कि संयुक्त राज्य सरकार हमारी सुरक्षा चिंताओं को गंभीरता से लेगी और इस पर कार्रवाई करेगी।”

पूर्व विदेश सचिव क्वात्रा ने इस साल अगस्त में तरनजीत सिंह संधू की जगह संयुक्त राज्य अमेरिका में भारत के राजदूत का पदभार संभाला था।

क्वात्रा की नियुक्ति ऐसे समय में हुई है जब खालिस्तानी अलगाववादी अमेरिका में हिंदू समुदाय, हिंदू धार्मिक स्थलों और भारतीय दूतावास को निशाना बना रहे हैं।

खालिस्तानियों को कैलिफोर्निया और न्यूयॉर्क सहित अन्य स्थानों पर मंदिरों को क्षतिग्रस्त करने की घटनाओं में शामिल रहे। उन्होंने सैन फ्रांसिस्को में भारतीय दूतावास में आगजनी और तोड़फोड़ की घटनाओं को भी अंजाम दिया।

मिशिगन राज्य से प्रतिनिधि सभा के लिए चुने गए डेमोक्रेट थानेदार सहित कई सांसदों ने संयुक्त राज्य अमेरिका में हिंदुओं और उनके पूजा स्थलों पर हमलों में ‘काफी वृद्धि’ पर चिंता जताई।

थानेदार ने हाल ही में मंदिरों और वाणिज्य दूतावास में हुई घटनाओं के पीछे के दोषियों को पकड़ने में विफल रहने के लिए जांच एजेंसी के प्रति निराशा व्यक्त की थी। उन्होंने कहा, “ऐसा प्रतीत होता है कि इन पूजा स्थलों पर हमला करने का प्रयास बहुत ही संगठित है, जिससे समुदाय में काफी डर का माहौल है। अक्सर हमने देखा है कि कानून प्रवर्तन, स्थानीय कानून प्रवर्तन एजेंसियां ​​इन जांचों में शामिल हो जाती हैं लेकिन शायद ही कभी किसी संदिग्ध की पहचान हो पाती है, और यह जांच कहीं नहीं पहुंच पाती है।

–आईएएनएस

एमके/

ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 20 दिसंबर (आईएएनएस)। भारत सरकार ने खालिस्तानी अलगाववादी गुरपतवंत सिंह पन्नू की ओर से अमेरिका में भारत के राजदूत विनय मोहन क्वात्रा के खिलाफ ताजा धमकी को ‘गंभीरता’ से लिया है। विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार को बताया कि इस मुद्दे को वाशिंगटन में अधिकारियों के समक्ष उठाया गया है।

हाल ही में एक वीडियो में पन्नू ने धमकी दी कि क्वात्रा अमेरिका में खालिस्तान समर्थक सिखों के रडार पर है।

खालिस्तानी अलगाववादी ने दावा किया कि क्वात्रा कथित तौर पर रूसी अधिकारियों के संपर्क में हैं, जो संयुक्त राज्य अमेरिका में खालिस्तानी नेटवर्क पर भारतीय खुफिया एजेंसियों को इनपुट प्रदान कर रहे हैं।

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने शुक्रवार को नई दिल्ली में साप्ताहिक मीडिया ब्रीफिंग के दौरान कहा, “जब भी ऐसी धमकियां दी जाती हैं, हम उन्हें बहुत गंभीरता से लेते हैं और अमेरिकी सरकार के समक्ष उठाते हैं। इस विशेष मामले में भी, हमने इसे अमेरिकी सरकार के समक्ष उठाया है और हमें उम्मीद है कि संयुक्त राज्य सरकार हमारी सुरक्षा चिंताओं को गंभीरता से लेगी और इस पर कार्रवाई करेगी।”

पूर्व विदेश सचिव क्वात्रा ने इस साल अगस्त में तरनजीत सिंह संधू की जगह संयुक्त राज्य अमेरिका में भारत के राजदूत का पदभार संभाला था।

क्वात्रा की नियुक्ति ऐसे समय में हुई है जब खालिस्तानी अलगाववादी अमेरिका में हिंदू समुदाय, हिंदू धार्मिक स्थलों और भारतीय दूतावास को निशाना बना रहे हैं।

खालिस्तानियों को कैलिफोर्निया और न्यूयॉर्क सहित अन्य स्थानों पर मंदिरों को क्षतिग्रस्त करने की घटनाओं में शामिल रहे। उन्होंने सैन फ्रांसिस्को में भारतीय दूतावास में आगजनी और तोड़फोड़ की घटनाओं को भी अंजाम दिया।

मिशिगन राज्य से प्रतिनिधि सभा के लिए चुने गए डेमोक्रेट थानेदार सहित कई सांसदों ने संयुक्त राज्य अमेरिका में हिंदुओं और उनके पूजा स्थलों पर हमलों में ‘काफी वृद्धि’ पर चिंता जताई।

थानेदार ने हाल ही में मंदिरों और वाणिज्य दूतावास में हुई घटनाओं के पीछे के दोषियों को पकड़ने में विफल रहने के लिए जांच एजेंसी के प्रति निराशा व्यक्त की थी। उन्होंने कहा, “ऐसा प्रतीत होता है कि इन पूजा स्थलों पर हमला करने का प्रयास बहुत ही संगठित है, जिससे समुदाय में काफी डर का माहौल है। अक्सर हमने देखा है कि कानून प्रवर्तन, स्थानीय कानून प्रवर्तन एजेंसियां ​​इन जांचों में शामिल हो जाती हैं लेकिन शायद ही कभी किसी संदिग्ध की पहचान हो पाती है, और यह जांच कहीं नहीं पहुंच पाती है।

–आईएएनएस

एमके/

ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 20 दिसंबर (आईएएनएस)। भारत सरकार ने खालिस्तानी अलगाववादी गुरपतवंत सिंह पन्नू की ओर से अमेरिका में भारत के राजदूत विनय मोहन क्वात्रा के खिलाफ ताजा धमकी को ‘गंभीरता’ से लिया है। विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार को बताया कि इस मुद्दे को वाशिंगटन में अधिकारियों के समक्ष उठाया गया है।

हाल ही में एक वीडियो में पन्नू ने धमकी दी कि क्वात्रा अमेरिका में खालिस्तान समर्थक सिखों के रडार पर है।

खालिस्तानी अलगाववादी ने दावा किया कि क्वात्रा कथित तौर पर रूसी अधिकारियों के संपर्क में हैं, जो संयुक्त राज्य अमेरिका में खालिस्तानी नेटवर्क पर भारतीय खुफिया एजेंसियों को इनपुट प्रदान कर रहे हैं।

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने शुक्रवार को नई दिल्ली में साप्ताहिक मीडिया ब्रीफिंग के दौरान कहा, “जब भी ऐसी धमकियां दी जाती हैं, हम उन्हें बहुत गंभीरता से लेते हैं और अमेरिकी सरकार के समक्ष उठाते हैं। इस विशेष मामले में भी, हमने इसे अमेरिकी सरकार के समक्ष उठाया है और हमें उम्मीद है कि संयुक्त राज्य सरकार हमारी सुरक्षा चिंताओं को गंभीरता से लेगी और इस पर कार्रवाई करेगी।”

पूर्व विदेश सचिव क्वात्रा ने इस साल अगस्त में तरनजीत सिंह संधू की जगह संयुक्त राज्य अमेरिका में भारत के राजदूत का पदभार संभाला था।

क्वात्रा की नियुक्ति ऐसे समय में हुई है जब खालिस्तानी अलगाववादी अमेरिका में हिंदू समुदाय, हिंदू धार्मिक स्थलों और भारतीय दूतावास को निशाना बना रहे हैं।

खालिस्तानियों को कैलिफोर्निया और न्यूयॉर्क सहित अन्य स्थानों पर मंदिरों को क्षतिग्रस्त करने की घटनाओं में शामिल रहे। उन्होंने सैन फ्रांसिस्को में भारतीय दूतावास में आगजनी और तोड़फोड़ की घटनाओं को भी अंजाम दिया।

मिशिगन राज्य से प्रतिनिधि सभा के लिए चुने गए डेमोक्रेट थानेदार सहित कई सांसदों ने संयुक्त राज्य अमेरिका में हिंदुओं और उनके पूजा स्थलों पर हमलों में ‘काफी वृद्धि’ पर चिंता जताई।

थानेदार ने हाल ही में मंदिरों और वाणिज्य दूतावास में हुई घटनाओं के पीछे के दोषियों को पकड़ने में विफल रहने के लिए जांच एजेंसी के प्रति निराशा व्यक्त की थी। उन्होंने कहा, “ऐसा प्रतीत होता है कि इन पूजा स्थलों पर हमला करने का प्रयास बहुत ही संगठित है, जिससे समुदाय में काफी डर का माहौल है। अक्सर हमने देखा है कि कानून प्रवर्तन, स्थानीय कानून प्रवर्तन एजेंसियां ​​इन जांचों में शामिल हो जाती हैं लेकिन शायद ही कभी किसी संदिग्ध की पहचान हो पाती है, और यह जांच कहीं नहीं पहुंच पाती है।

–आईएएनएस

एमके/

ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 20 दिसंबर (आईएएनएस)। भारत सरकार ने खालिस्तानी अलगाववादी गुरपतवंत सिंह पन्नू की ओर से अमेरिका में भारत के राजदूत विनय मोहन क्वात्रा के खिलाफ ताजा धमकी को ‘गंभीरता’ से लिया है। विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार को बताया कि इस मुद्दे को वाशिंगटन में अधिकारियों के समक्ष उठाया गया है।

हाल ही में एक वीडियो में पन्नू ने धमकी दी कि क्वात्रा अमेरिका में खालिस्तान समर्थक सिखों के रडार पर है।

खालिस्तानी अलगाववादी ने दावा किया कि क्वात्रा कथित तौर पर रूसी अधिकारियों के संपर्क में हैं, जो संयुक्त राज्य अमेरिका में खालिस्तानी नेटवर्क पर भारतीय खुफिया एजेंसियों को इनपुट प्रदान कर रहे हैं।

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने शुक्रवार को नई दिल्ली में साप्ताहिक मीडिया ब्रीफिंग के दौरान कहा, “जब भी ऐसी धमकियां दी जाती हैं, हम उन्हें बहुत गंभीरता से लेते हैं और अमेरिकी सरकार के समक्ष उठाते हैं। इस विशेष मामले में भी, हमने इसे अमेरिकी सरकार के समक्ष उठाया है और हमें उम्मीद है कि संयुक्त राज्य सरकार हमारी सुरक्षा चिंताओं को गंभीरता से लेगी और इस पर कार्रवाई करेगी।”

पूर्व विदेश सचिव क्वात्रा ने इस साल अगस्त में तरनजीत सिंह संधू की जगह संयुक्त राज्य अमेरिका में भारत के राजदूत का पदभार संभाला था।

क्वात्रा की नियुक्ति ऐसे समय में हुई है जब खालिस्तानी अलगाववादी अमेरिका में हिंदू समुदाय, हिंदू धार्मिक स्थलों और भारतीय दूतावास को निशाना बना रहे हैं।

खालिस्तानियों को कैलिफोर्निया और न्यूयॉर्क सहित अन्य स्थानों पर मंदिरों को क्षतिग्रस्त करने की घटनाओं में शामिल रहे। उन्होंने सैन फ्रांसिस्को में भारतीय दूतावास में आगजनी और तोड़फोड़ की घटनाओं को भी अंजाम दिया।

मिशिगन राज्य से प्रतिनिधि सभा के लिए चुने गए डेमोक्रेट थानेदार सहित कई सांसदों ने संयुक्त राज्य अमेरिका में हिंदुओं और उनके पूजा स्थलों पर हमलों में ‘काफी वृद्धि’ पर चिंता जताई।

थानेदार ने हाल ही में मंदिरों और वाणिज्य दूतावास में हुई घटनाओं के पीछे के दोषियों को पकड़ने में विफल रहने के लिए जांच एजेंसी के प्रति निराशा व्यक्त की थी। उन्होंने कहा, “ऐसा प्रतीत होता है कि इन पूजा स्थलों पर हमला करने का प्रयास बहुत ही संगठित है, जिससे समुदाय में काफी डर का माहौल है। अक्सर हमने देखा है कि कानून प्रवर्तन, स्थानीय कानून प्रवर्तन एजेंसियां ​​इन जांचों में शामिल हो जाती हैं लेकिन शायद ही कभी किसी संदिग्ध की पहचान हो पाती है, और यह जांच कहीं नहीं पहुंच पाती है।

–आईएएनएस

एमके/

ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 20 दिसंबर (आईएएनएस)। भारत सरकार ने खालिस्तानी अलगाववादी गुरपतवंत सिंह पन्नू की ओर से अमेरिका में भारत के राजदूत विनय मोहन क्वात्रा के खिलाफ ताजा धमकी को ‘गंभीरता’ से लिया है। विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार को बताया कि इस मुद्दे को वाशिंगटन में अधिकारियों के समक्ष उठाया गया है।

हाल ही में एक वीडियो में पन्नू ने धमकी दी कि क्वात्रा अमेरिका में खालिस्तान समर्थक सिखों के रडार पर है।

खालिस्तानी अलगाववादी ने दावा किया कि क्वात्रा कथित तौर पर रूसी अधिकारियों के संपर्क में हैं, जो संयुक्त राज्य अमेरिका में खालिस्तानी नेटवर्क पर भारतीय खुफिया एजेंसियों को इनपुट प्रदान कर रहे हैं।

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने शुक्रवार को नई दिल्ली में साप्ताहिक मीडिया ब्रीफिंग के दौरान कहा, “जब भी ऐसी धमकियां दी जाती हैं, हम उन्हें बहुत गंभीरता से लेते हैं और अमेरिकी सरकार के समक्ष उठाते हैं। इस विशेष मामले में भी, हमने इसे अमेरिकी सरकार के समक्ष उठाया है और हमें उम्मीद है कि संयुक्त राज्य सरकार हमारी सुरक्षा चिंताओं को गंभीरता से लेगी और इस पर कार्रवाई करेगी।”

पूर्व विदेश सचिव क्वात्रा ने इस साल अगस्त में तरनजीत सिंह संधू की जगह संयुक्त राज्य अमेरिका में भारत के राजदूत का पदभार संभाला था।

क्वात्रा की नियुक्ति ऐसे समय में हुई है जब खालिस्तानी अलगाववादी अमेरिका में हिंदू समुदाय, हिंदू धार्मिक स्थलों और भारतीय दूतावास को निशाना बना रहे हैं।

खालिस्तानियों को कैलिफोर्निया और न्यूयॉर्क सहित अन्य स्थानों पर मंदिरों को क्षतिग्रस्त करने की घटनाओं में शामिल रहे। उन्होंने सैन फ्रांसिस्को में भारतीय दूतावास में आगजनी और तोड़फोड़ की घटनाओं को भी अंजाम दिया।

मिशिगन राज्य से प्रतिनिधि सभा के लिए चुने गए डेमोक्रेट थानेदार सहित कई सांसदों ने संयुक्त राज्य अमेरिका में हिंदुओं और उनके पूजा स्थलों पर हमलों में ‘काफी वृद्धि’ पर चिंता जताई।

थानेदार ने हाल ही में मंदिरों और वाणिज्य दूतावास में हुई घटनाओं के पीछे के दोषियों को पकड़ने में विफल रहने के लिए जांच एजेंसी के प्रति निराशा व्यक्त की थी। उन्होंने कहा, “ऐसा प्रतीत होता है कि इन पूजा स्थलों पर हमला करने का प्रयास बहुत ही संगठित है, जिससे समुदाय में काफी डर का माहौल है। अक्सर हमने देखा है कि कानून प्रवर्तन, स्थानीय कानून प्रवर्तन एजेंसियां ​​इन जांचों में शामिल हो जाती हैं लेकिन शायद ही कभी किसी संदिग्ध की पहचान हो पाती है, और यह जांच कहीं नहीं पहुंच पाती है।

–आईएएनएस

एमके/

नई दिल्ली, 20 दिसंबर (आईएएनएस)। भारत सरकार ने खालिस्तानी अलगाववादी गुरपतवंत सिंह पन्नू की ओर से अमेरिका में भारत के राजदूत विनय मोहन क्वात्रा के खिलाफ ताजा धमकी को ‘गंभीरता’ से लिया है। विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार को बताया कि इस मुद्दे को वाशिंगटन में अधिकारियों के समक्ष उठाया गया है।

हाल ही में एक वीडियो में पन्नू ने धमकी दी कि क्वात्रा अमेरिका में खालिस्तान समर्थक सिखों के रडार पर है।

खालिस्तानी अलगाववादी ने दावा किया कि क्वात्रा कथित तौर पर रूसी अधिकारियों के संपर्क में हैं, जो संयुक्त राज्य अमेरिका में खालिस्तानी नेटवर्क पर भारतीय खुफिया एजेंसियों को इनपुट प्रदान कर रहे हैं।

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने शुक्रवार को नई दिल्ली में साप्ताहिक मीडिया ब्रीफिंग के दौरान कहा, “जब भी ऐसी धमकियां दी जाती हैं, हम उन्हें बहुत गंभीरता से लेते हैं और अमेरिकी सरकार के समक्ष उठाते हैं। इस विशेष मामले में भी, हमने इसे अमेरिकी सरकार के समक्ष उठाया है और हमें उम्मीद है कि संयुक्त राज्य सरकार हमारी सुरक्षा चिंताओं को गंभीरता से लेगी और इस पर कार्रवाई करेगी।”

पूर्व विदेश सचिव क्वात्रा ने इस साल अगस्त में तरनजीत सिंह संधू की जगह संयुक्त राज्य अमेरिका में भारत के राजदूत का पदभार संभाला था।

क्वात्रा की नियुक्ति ऐसे समय में हुई है जब खालिस्तानी अलगाववादी अमेरिका में हिंदू समुदाय, हिंदू धार्मिक स्थलों और भारतीय दूतावास को निशाना बना रहे हैं।

खालिस्तानियों को कैलिफोर्निया और न्यूयॉर्क सहित अन्य स्थानों पर मंदिरों को क्षतिग्रस्त करने की घटनाओं में शामिल रहे। उन्होंने सैन फ्रांसिस्को में भारतीय दूतावास में आगजनी और तोड़फोड़ की घटनाओं को भी अंजाम दिया।

मिशिगन राज्य से प्रतिनिधि सभा के लिए चुने गए डेमोक्रेट थानेदार सहित कई सांसदों ने संयुक्त राज्य अमेरिका में हिंदुओं और उनके पूजा स्थलों पर हमलों में ‘काफी वृद्धि’ पर चिंता जताई।

थानेदार ने हाल ही में मंदिरों और वाणिज्य दूतावास में हुई घटनाओं के पीछे के दोषियों को पकड़ने में विफल रहने के लिए जांच एजेंसी के प्रति निराशा व्यक्त की थी। उन्होंने कहा, “ऐसा प्रतीत होता है कि इन पूजा स्थलों पर हमला करने का प्रयास बहुत ही संगठित है, जिससे समुदाय में काफी डर का माहौल है। अक्सर हमने देखा है कि कानून प्रवर्तन, स्थानीय कानून प्रवर्तन एजेंसियां ​​इन जांचों में शामिल हो जाती हैं लेकिन शायद ही कभी किसी संदिग्ध की पहचान हो पाती है, और यह जांच कहीं नहीं पहुंच पाती है।

–आईएएनएस

एमके/

ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 20 दिसंबर (आईएएनएस)। भारत सरकार ने खालिस्तानी अलगाववादी गुरपतवंत सिंह पन्नू की ओर से अमेरिका में भारत के राजदूत विनय मोहन क्वात्रा के खिलाफ ताजा धमकी को ‘गंभीरता’ से लिया है। विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार को बताया कि इस मुद्दे को वाशिंगटन में अधिकारियों के समक्ष उठाया गया है।

हाल ही में एक वीडियो में पन्नू ने धमकी दी कि क्वात्रा अमेरिका में खालिस्तान समर्थक सिखों के रडार पर है।

खालिस्तानी अलगाववादी ने दावा किया कि क्वात्रा कथित तौर पर रूसी अधिकारियों के संपर्क में हैं, जो संयुक्त राज्य अमेरिका में खालिस्तानी नेटवर्क पर भारतीय खुफिया एजेंसियों को इनपुट प्रदान कर रहे हैं।

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने शुक्रवार को नई दिल्ली में साप्ताहिक मीडिया ब्रीफिंग के दौरान कहा, “जब भी ऐसी धमकियां दी जाती हैं, हम उन्हें बहुत गंभीरता से लेते हैं और अमेरिकी सरकार के समक्ष उठाते हैं। इस विशेष मामले में भी, हमने इसे अमेरिकी सरकार के समक्ष उठाया है और हमें उम्मीद है कि संयुक्त राज्य सरकार हमारी सुरक्षा चिंताओं को गंभीरता से लेगी और इस पर कार्रवाई करेगी।”

पूर्व विदेश सचिव क्वात्रा ने इस साल अगस्त में तरनजीत सिंह संधू की जगह संयुक्त राज्य अमेरिका में भारत के राजदूत का पदभार संभाला था।

क्वात्रा की नियुक्ति ऐसे समय में हुई है जब खालिस्तानी अलगाववादी अमेरिका में हिंदू समुदाय, हिंदू धार्मिक स्थलों और भारतीय दूतावास को निशाना बना रहे हैं।

खालिस्तानियों को कैलिफोर्निया और न्यूयॉर्क सहित अन्य स्थानों पर मंदिरों को क्षतिग्रस्त करने की घटनाओं में शामिल रहे। उन्होंने सैन फ्रांसिस्को में भारतीय दूतावास में आगजनी और तोड़फोड़ की घटनाओं को भी अंजाम दिया।

मिशिगन राज्य से प्रतिनिधि सभा के लिए चुने गए डेमोक्रेट थानेदार सहित कई सांसदों ने संयुक्त राज्य अमेरिका में हिंदुओं और उनके पूजा स्थलों पर हमलों में ‘काफी वृद्धि’ पर चिंता जताई।

थानेदार ने हाल ही में मंदिरों और वाणिज्य दूतावास में हुई घटनाओं के पीछे के दोषियों को पकड़ने में विफल रहने के लिए जांच एजेंसी के प्रति निराशा व्यक्त की थी। उन्होंने कहा, “ऐसा प्रतीत होता है कि इन पूजा स्थलों पर हमला करने का प्रयास बहुत ही संगठित है, जिससे समुदाय में काफी डर का माहौल है। अक्सर हमने देखा है कि कानून प्रवर्तन, स्थानीय कानून प्रवर्तन एजेंसियां ​​इन जांचों में शामिल हो जाती हैं लेकिन शायद ही कभी किसी संदिग्ध की पहचान हो पाती है, और यह जांच कहीं नहीं पहुंच पाती है।

–आईएएनएस

एमके/

ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 20 दिसंबर (आईएएनएस)। भारत सरकार ने खालिस्तानी अलगाववादी गुरपतवंत सिंह पन्नू की ओर से अमेरिका में भारत के राजदूत विनय मोहन क्वात्रा के खिलाफ ताजा धमकी को ‘गंभीरता’ से लिया है। विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार को बताया कि इस मुद्दे को वाशिंगटन में अधिकारियों के समक्ष उठाया गया है।

हाल ही में एक वीडियो में पन्नू ने धमकी दी कि क्वात्रा अमेरिका में खालिस्तान समर्थक सिखों के रडार पर है।

खालिस्तानी अलगाववादी ने दावा किया कि क्वात्रा कथित तौर पर रूसी अधिकारियों के संपर्क में हैं, जो संयुक्त राज्य अमेरिका में खालिस्तानी नेटवर्क पर भारतीय खुफिया एजेंसियों को इनपुट प्रदान कर रहे हैं।

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने शुक्रवार को नई दिल्ली में साप्ताहिक मीडिया ब्रीफिंग के दौरान कहा, “जब भी ऐसी धमकियां दी जाती हैं, हम उन्हें बहुत गंभीरता से लेते हैं और अमेरिकी सरकार के समक्ष उठाते हैं। इस विशेष मामले में भी, हमने इसे अमेरिकी सरकार के समक्ष उठाया है और हमें उम्मीद है कि संयुक्त राज्य सरकार हमारी सुरक्षा चिंताओं को गंभीरता से लेगी और इस पर कार्रवाई करेगी।”

पूर्व विदेश सचिव क्वात्रा ने इस साल अगस्त में तरनजीत सिंह संधू की जगह संयुक्त राज्य अमेरिका में भारत के राजदूत का पदभार संभाला था।

क्वात्रा की नियुक्ति ऐसे समय में हुई है जब खालिस्तानी अलगाववादी अमेरिका में हिंदू समुदाय, हिंदू धार्मिक स्थलों और भारतीय दूतावास को निशाना बना रहे हैं।

खालिस्तानियों को कैलिफोर्निया और न्यूयॉर्क सहित अन्य स्थानों पर मंदिरों को क्षतिग्रस्त करने की घटनाओं में शामिल रहे। उन्होंने सैन फ्रांसिस्को में भारतीय दूतावास में आगजनी और तोड़फोड़ की घटनाओं को भी अंजाम दिया।

मिशिगन राज्य से प्रतिनिधि सभा के लिए चुने गए डेमोक्रेट थानेदार सहित कई सांसदों ने संयुक्त राज्य अमेरिका में हिंदुओं और उनके पूजा स्थलों पर हमलों में ‘काफी वृद्धि’ पर चिंता जताई।

थानेदार ने हाल ही में मंदिरों और वाणिज्य दूतावास में हुई घटनाओं के पीछे के दोषियों को पकड़ने में विफल रहने के लिए जांच एजेंसी के प्रति निराशा व्यक्त की थी। उन्होंने कहा, “ऐसा प्रतीत होता है कि इन पूजा स्थलों पर हमला करने का प्रयास बहुत ही संगठित है, जिससे समुदाय में काफी डर का माहौल है। अक्सर हमने देखा है कि कानून प्रवर्तन, स्थानीय कानून प्रवर्तन एजेंसियां ​​इन जांचों में शामिल हो जाती हैं लेकिन शायद ही कभी किसी संदिग्ध की पहचान हो पाती है, और यह जांच कहीं नहीं पहुंच पाती है।

–आईएएनएस

एमके/

ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 20 दिसंबर (आईएएनएस)। भारत सरकार ने खालिस्तानी अलगाववादी गुरपतवंत सिंह पन्नू की ओर से अमेरिका में भारत के राजदूत विनय मोहन क्वात्रा के खिलाफ ताजा धमकी को ‘गंभीरता’ से लिया है। विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार को बताया कि इस मुद्दे को वाशिंगटन में अधिकारियों के समक्ष उठाया गया है।

हाल ही में एक वीडियो में पन्नू ने धमकी दी कि क्वात्रा अमेरिका में खालिस्तान समर्थक सिखों के रडार पर है।

खालिस्तानी अलगाववादी ने दावा किया कि क्वात्रा कथित तौर पर रूसी अधिकारियों के संपर्क में हैं, जो संयुक्त राज्य अमेरिका में खालिस्तानी नेटवर्क पर भारतीय खुफिया एजेंसियों को इनपुट प्रदान कर रहे हैं।

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने शुक्रवार को नई दिल्ली में साप्ताहिक मीडिया ब्रीफिंग के दौरान कहा, “जब भी ऐसी धमकियां दी जाती हैं, हम उन्हें बहुत गंभीरता से लेते हैं और अमेरिकी सरकार के समक्ष उठाते हैं। इस विशेष मामले में भी, हमने इसे अमेरिकी सरकार के समक्ष उठाया है और हमें उम्मीद है कि संयुक्त राज्य सरकार हमारी सुरक्षा चिंताओं को गंभीरता से लेगी और इस पर कार्रवाई करेगी।”

पूर्व विदेश सचिव क्वात्रा ने इस साल अगस्त में तरनजीत सिंह संधू की जगह संयुक्त राज्य अमेरिका में भारत के राजदूत का पदभार संभाला था।

क्वात्रा की नियुक्ति ऐसे समय में हुई है जब खालिस्तानी अलगाववादी अमेरिका में हिंदू समुदाय, हिंदू धार्मिक स्थलों और भारतीय दूतावास को निशाना बना रहे हैं।

खालिस्तानियों को कैलिफोर्निया और न्यूयॉर्क सहित अन्य स्थानों पर मंदिरों को क्षतिग्रस्त करने की घटनाओं में शामिल रहे। उन्होंने सैन फ्रांसिस्को में भारतीय दूतावास में आगजनी और तोड़फोड़ की घटनाओं को भी अंजाम दिया।

मिशिगन राज्य से प्रतिनिधि सभा के लिए चुने गए डेमोक्रेट थानेदार सहित कई सांसदों ने संयुक्त राज्य अमेरिका में हिंदुओं और उनके पूजा स्थलों पर हमलों में ‘काफी वृद्धि’ पर चिंता जताई।

थानेदार ने हाल ही में मंदिरों और वाणिज्य दूतावास में हुई घटनाओं के पीछे के दोषियों को पकड़ने में विफल रहने के लिए जांच एजेंसी के प्रति निराशा व्यक्त की थी। उन्होंने कहा, “ऐसा प्रतीत होता है कि इन पूजा स्थलों पर हमला करने का प्रयास बहुत ही संगठित है, जिससे समुदाय में काफी डर का माहौल है। अक्सर हमने देखा है कि कानून प्रवर्तन, स्थानीय कानून प्रवर्तन एजेंसियां ​​इन जांचों में शामिल हो जाती हैं लेकिन शायद ही कभी किसी संदिग्ध की पहचान हो पाती है, और यह जांच कहीं नहीं पहुंच पाती है।

–आईएएनएस

एमके/

ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 20 दिसंबर (आईएएनएस)। भारत सरकार ने खालिस्तानी अलगाववादी गुरपतवंत सिंह पन्नू की ओर से अमेरिका में भारत के राजदूत विनय मोहन क्वात्रा के खिलाफ ताजा धमकी को ‘गंभीरता’ से लिया है। विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार को बताया कि इस मुद्दे को वाशिंगटन में अधिकारियों के समक्ष उठाया गया है।

हाल ही में एक वीडियो में पन्नू ने धमकी दी कि क्वात्रा अमेरिका में खालिस्तान समर्थक सिखों के रडार पर है।

खालिस्तानी अलगाववादी ने दावा किया कि क्वात्रा कथित तौर पर रूसी अधिकारियों के संपर्क में हैं, जो संयुक्त राज्य अमेरिका में खालिस्तानी नेटवर्क पर भारतीय खुफिया एजेंसियों को इनपुट प्रदान कर रहे हैं।

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने शुक्रवार को नई दिल्ली में साप्ताहिक मीडिया ब्रीफिंग के दौरान कहा, “जब भी ऐसी धमकियां दी जाती हैं, हम उन्हें बहुत गंभीरता से लेते हैं और अमेरिकी सरकार के समक्ष उठाते हैं। इस विशेष मामले में भी, हमने इसे अमेरिकी सरकार के समक्ष उठाया है और हमें उम्मीद है कि संयुक्त राज्य सरकार हमारी सुरक्षा चिंताओं को गंभीरता से लेगी और इस पर कार्रवाई करेगी।”

पूर्व विदेश सचिव क्वात्रा ने इस साल अगस्त में तरनजीत सिंह संधू की जगह संयुक्त राज्य अमेरिका में भारत के राजदूत का पदभार संभाला था।

क्वात्रा की नियुक्ति ऐसे समय में हुई है जब खालिस्तानी अलगाववादी अमेरिका में हिंदू समुदाय, हिंदू धार्मिक स्थलों और भारतीय दूतावास को निशाना बना रहे हैं।

खालिस्तानियों को कैलिफोर्निया और न्यूयॉर्क सहित अन्य स्थानों पर मंदिरों को क्षतिग्रस्त करने की घटनाओं में शामिल रहे। उन्होंने सैन फ्रांसिस्को में भारतीय दूतावास में आगजनी और तोड़फोड़ की घटनाओं को भी अंजाम दिया।

मिशिगन राज्य से प्रतिनिधि सभा के लिए चुने गए डेमोक्रेट थानेदार सहित कई सांसदों ने संयुक्त राज्य अमेरिका में हिंदुओं और उनके पूजा स्थलों पर हमलों में ‘काफी वृद्धि’ पर चिंता जताई।

थानेदार ने हाल ही में मंदिरों और वाणिज्य दूतावास में हुई घटनाओं के पीछे के दोषियों को पकड़ने में विफल रहने के लिए जांच एजेंसी के प्रति निराशा व्यक्त की थी। उन्होंने कहा, “ऐसा प्रतीत होता है कि इन पूजा स्थलों पर हमला करने का प्रयास बहुत ही संगठित है, जिससे समुदाय में काफी डर का माहौल है। अक्सर हमने देखा है कि कानून प्रवर्तन, स्थानीय कानून प्रवर्तन एजेंसियां ​​इन जांचों में शामिल हो जाती हैं लेकिन शायद ही कभी किसी संदिग्ध की पहचान हो पाती है, और यह जांच कहीं नहीं पहुंच पाती है।

–आईएएनएस

एमके/

ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 20 दिसंबर (आईएएनएस)। भारत सरकार ने खालिस्तानी अलगाववादी गुरपतवंत सिंह पन्नू की ओर से अमेरिका में भारत के राजदूत विनय मोहन क्वात्रा के खिलाफ ताजा धमकी को ‘गंभीरता’ से लिया है। विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार को बताया कि इस मुद्दे को वाशिंगटन में अधिकारियों के समक्ष उठाया गया है।

हाल ही में एक वीडियो में पन्नू ने धमकी दी कि क्वात्रा अमेरिका में खालिस्तान समर्थक सिखों के रडार पर है।

खालिस्तानी अलगाववादी ने दावा किया कि क्वात्रा कथित तौर पर रूसी अधिकारियों के संपर्क में हैं, जो संयुक्त राज्य अमेरिका में खालिस्तानी नेटवर्क पर भारतीय खुफिया एजेंसियों को इनपुट प्रदान कर रहे हैं।

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने शुक्रवार को नई दिल्ली में साप्ताहिक मीडिया ब्रीफिंग के दौरान कहा, “जब भी ऐसी धमकियां दी जाती हैं, हम उन्हें बहुत गंभीरता से लेते हैं और अमेरिकी सरकार के समक्ष उठाते हैं। इस विशेष मामले में भी, हमने इसे अमेरिकी सरकार के समक्ष उठाया है और हमें उम्मीद है कि संयुक्त राज्य सरकार हमारी सुरक्षा चिंताओं को गंभीरता से लेगी और इस पर कार्रवाई करेगी।”

पूर्व विदेश सचिव क्वात्रा ने इस साल अगस्त में तरनजीत सिंह संधू की जगह संयुक्त राज्य अमेरिका में भारत के राजदूत का पदभार संभाला था।

क्वात्रा की नियुक्ति ऐसे समय में हुई है जब खालिस्तानी अलगाववादी अमेरिका में हिंदू समुदाय, हिंदू धार्मिक स्थलों और भारतीय दूतावास को निशाना बना रहे हैं।

खालिस्तानियों को कैलिफोर्निया और न्यूयॉर्क सहित अन्य स्थानों पर मंदिरों को क्षतिग्रस्त करने की घटनाओं में शामिल रहे। उन्होंने सैन फ्रांसिस्को में भारतीय दूतावास में आगजनी और तोड़फोड़ की घटनाओं को भी अंजाम दिया।

मिशिगन राज्य से प्रतिनिधि सभा के लिए चुने गए डेमोक्रेट थानेदार सहित कई सांसदों ने संयुक्त राज्य अमेरिका में हिंदुओं और उनके पूजा स्थलों पर हमलों में ‘काफी वृद्धि’ पर चिंता जताई।

थानेदार ने हाल ही में मंदिरों और वाणिज्य दूतावास में हुई घटनाओं के पीछे के दोषियों को पकड़ने में विफल रहने के लिए जांच एजेंसी के प्रति निराशा व्यक्त की थी। उन्होंने कहा, “ऐसा प्रतीत होता है कि इन पूजा स्थलों पर हमला करने का प्रयास बहुत ही संगठित है, जिससे समुदाय में काफी डर का माहौल है। अक्सर हमने देखा है कि कानून प्रवर्तन, स्थानीय कानून प्रवर्तन एजेंसियां ​​इन जांचों में शामिल हो जाती हैं लेकिन शायद ही कभी किसी संदिग्ध की पहचान हो पाती है, और यह जांच कहीं नहीं पहुंच पाती है।

–आईएएनएस

एमके/

ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 20 दिसंबर (आईएएनएस)। भारत सरकार ने खालिस्तानी अलगाववादी गुरपतवंत सिंह पन्नू की ओर से अमेरिका में भारत के राजदूत विनय मोहन क्वात्रा के खिलाफ ताजा धमकी को ‘गंभीरता’ से लिया है। विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार को बताया कि इस मुद्दे को वाशिंगटन में अधिकारियों के समक्ष उठाया गया है।

हाल ही में एक वीडियो में पन्नू ने धमकी दी कि क्वात्रा अमेरिका में खालिस्तान समर्थक सिखों के रडार पर है।

खालिस्तानी अलगाववादी ने दावा किया कि क्वात्रा कथित तौर पर रूसी अधिकारियों के संपर्क में हैं, जो संयुक्त राज्य अमेरिका में खालिस्तानी नेटवर्क पर भारतीय खुफिया एजेंसियों को इनपुट प्रदान कर रहे हैं।

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने शुक्रवार को नई दिल्ली में साप्ताहिक मीडिया ब्रीफिंग के दौरान कहा, “जब भी ऐसी धमकियां दी जाती हैं, हम उन्हें बहुत गंभीरता से लेते हैं और अमेरिकी सरकार के समक्ष उठाते हैं। इस विशेष मामले में भी, हमने इसे अमेरिकी सरकार के समक्ष उठाया है और हमें उम्मीद है कि संयुक्त राज्य सरकार हमारी सुरक्षा चिंताओं को गंभीरता से लेगी और इस पर कार्रवाई करेगी।”

पूर्व विदेश सचिव क्वात्रा ने इस साल अगस्त में तरनजीत सिंह संधू की जगह संयुक्त राज्य अमेरिका में भारत के राजदूत का पदभार संभाला था।

क्वात्रा की नियुक्ति ऐसे समय में हुई है जब खालिस्तानी अलगाववादी अमेरिका में हिंदू समुदाय, हिंदू धार्मिक स्थलों और भारतीय दूतावास को निशाना बना रहे हैं।

खालिस्तानियों को कैलिफोर्निया और न्यूयॉर्क सहित अन्य स्थानों पर मंदिरों को क्षतिग्रस्त करने की घटनाओं में शामिल रहे। उन्होंने सैन फ्रांसिस्को में भारतीय दूतावास में आगजनी और तोड़फोड़ की घटनाओं को भी अंजाम दिया।

मिशिगन राज्य से प्रतिनिधि सभा के लिए चुने गए डेमोक्रेट थानेदार सहित कई सांसदों ने संयुक्त राज्य अमेरिका में हिंदुओं और उनके पूजा स्थलों पर हमलों में ‘काफी वृद्धि’ पर चिंता जताई।

थानेदार ने हाल ही में मंदिरों और वाणिज्य दूतावास में हुई घटनाओं के पीछे के दोषियों को पकड़ने में विफल रहने के लिए जांच एजेंसी के प्रति निराशा व्यक्त की थी। उन्होंने कहा, “ऐसा प्रतीत होता है कि इन पूजा स्थलों पर हमला करने का प्रयास बहुत ही संगठित है, जिससे समुदाय में काफी डर का माहौल है। अक्सर हमने देखा है कि कानून प्रवर्तन, स्थानीय कानून प्रवर्तन एजेंसियां ​​इन जांचों में शामिल हो जाती हैं लेकिन शायद ही कभी किसी संदिग्ध की पहचान हो पाती है, और यह जांच कहीं नहीं पहुंच पाती है।

–आईएएनएस

एमके/

ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 20 दिसंबर (आईएएनएस)। भारत सरकार ने खालिस्तानी अलगाववादी गुरपतवंत सिंह पन्नू की ओर से अमेरिका में भारत के राजदूत विनय मोहन क्वात्रा के खिलाफ ताजा धमकी को ‘गंभीरता’ से लिया है। विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार को बताया कि इस मुद्दे को वाशिंगटन में अधिकारियों के समक्ष उठाया गया है।

हाल ही में एक वीडियो में पन्नू ने धमकी दी कि क्वात्रा अमेरिका में खालिस्तान समर्थक सिखों के रडार पर है।

खालिस्तानी अलगाववादी ने दावा किया कि क्वात्रा कथित तौर पर रूसी अधिकारियों के संपर्क में हैं, जो संयुक्त राज्य अमेरिका में खालिस्तानी नेटवर्क पर भारतीय खुफिया एजेंसियों को इनपुट प्रदान कर रहे हैं।

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने शुक्रवार को नई दिल्ली में साप्ताहिक मीडिया ब्रीफिंग के दौरान कहा, “जब भी ऐसी धमकियां दी जाती हैं, हम उन्हें बहुत गंभीरता से लेते हैं और अमेरिकी सरकार के समक्ष उठाते हैं। इस विशेष मामले में भी, हमने इसे अमेरिकी सरकार के समक्ष उठाया है और हमें उम्मीद है कि संयुक्त राज्य सरकार हमारी सुरक्षा चिंताओं को गंभीरता से लेगी और इस पर कार्रवाई करेगी।”

पूर्व विदेश सचिव क्वात्रा ने इस साल अगस्त में तरनजीत सिंह संधू की जगह संयुक्त राज्य अमेरिका में भारत के राजदूत का पदभार संभाला था।

क्वात्रा की नियुक्ति ऐसे समय में हुई है जब खालिस्तानी अलगाववादी अमेरिका में हिंदू समुदाय, हिंदू धार्मिक स्थलों और भारतीय दूतावास को निशाना बना रहे हैं।

खालिस्तानियों को कैलिफोर्निया और न्यूयॉर्क सहित अन्य स्थानों पर मंदिरों को क्षतिग्रस्त करने की घटनाओं में शामिल रहे। उन्होंने सैन फ्रांसिस्को में भारतीय दूतावास में आगजनी और तोड़फोड़ की घटनाओं को भी अंजाम दिया।

मिशिगन राज्य से प्रतिनिधि सभा के लिए चुने गए डेमोक्रेट थानेदार सहित कई सांसदों ने संयुक्त राज्य अमेरिका में हिंदुओं और उनके पूजा स्थलों पर हमलों में ‘काफी वृद्धि’ पर चिंता जताई।

थानेदार ने हाल ही में मंदिरों और वाणिज्य दूतावास में हुई घटनाओं के पीछे के दोषियों को पकड़ने में विफल रहने के लिए जांच एजेंसी के प्रति निराशा व्यक्त की थी। उन्होंने कहा, “ऐसा प्रतीत होता है कि इन पूजा स्थलों पर हमला करने का प्रयास बहुत ही संगठित है, जिससे समुदाय में काफी डर का माहौल है। अक्सर हमने देखा है कि कानून प्रवर्तन, स्थानीय कानून प्रवर्तन एजेंसियां ​​इन जांचों में शामिल हो जाती हैं लेकिन शायद ही कभी किसी संदिग्ध की पहचान हो पाती है, और यह जांच कहीं नहीं पहुंच पाती है।

–आईएएनएस

एमके/

Related Posts

अंतरराष्ट्रीय

शी चिनफिंग ने चीन-सीईएलएसी मंच के चौथे मंत्री स्तरीय सम्मेलन के उद्घाटन समारोह में भाषण दिया

May 13, 2025
अंतरराष्ट्रीय

वांग यी ने चीन-लैटिन अमेरिका मंच में उपस्थित विभिन्न देशों के विदेश मंत्रियों से भेंट की

May 13, 2025
अंतरराष्ट्रीय

चीनी जन प्रतिरोध युद्ध और विश्व फासीवाद विरोधी युद्ध की जीत की 80वीं वर्षगांठ के लिए लोगो जारी

May 13, 2025
अंतरराष्ट्रीय

चीन में ब्राजील के राष्ट्रपति का ध्यान सहयोग पर केंद्रित

May 13, 2025
अंतरराष्ट्रीय

शी चिनफिंग ने ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री के रूप में पुनः निर्वाचित होने पर अल्बानीज़ को बधाई संदेश भेजा

May 13, 2025
अंतरराष्ट्रीय

शी चिनफिंग ने ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री के रूप में पुनः निर्वाचित होने पर अल्बानीज़ को बधाई संदेश भेजा

May 13, 2025
Next Post
चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने सैम होउ फ़ै से मुलाकात की

चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने सैम होउ फ़ै से मुलाकात की

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

POPULAR NEWS

बंदा प्रकाश तेलंगाना विधान परिषद के उप सभापति चुने गए

बंदा प्रकाश तेलंगाना विधान परिषद के उप सभापति चुने गए

February 12, 2023
बीएसएफ ने मेघालय में 40 मवेशियों को छुड़ाया, 3 तस्कर गिरफ्तार

बीएसएफ ने मेघालय में 40 मवेशियों को छुड़ाया, 3 तस्कर गिरफ्तार

February 12, 2023
चीनी शताब्दी की दूर-दूर तक संभावना नहीं

चीनी शताब्दी की दूर-दूर तक संभावना नहीं

February 12, 2023

बंगाल के जलपाईगुड़ी में बाढ़ जैसे हालात, शहर में घुसने लगा नदी का पानी

August 26, 2023
राधिका खेड़ा ने छोड़ा कांग्रेस का दामन, प्राथमिक सदस्यता से दिया इस्तीफा

राधिका खेड़ा ने छोड़ा कांग्रेस का दामन, प्राथमिक सदस्यता से दिया इस्तीफा

May 5, 2024

EDITOR'S PICK

निर्मला ने आईएमएफ वित्तीय समिति के सदस्य देशों की साझा समस्याओं के लिए सामूहिक कार्रवाई का आह्वान किया

October 14, 2023

राहुल गांधी ने कहा, ‘निगमबोध घाट पर अंतिम संस्कार मनमोहन सिंह का अपमान’

December 28, 2024

दुर्गा पूजा धार्मिक से अधिक धर्मनिरपेक्ष: कलकत्ता उच्च न्यायालय

August 26, 2023
चीन ने नए रिमोट सेसिंग उपग्रह प्रक्षेपित किए

चीन ने नए रिमोट सेसिंग उपग्रह प्रक्षेपित किए

May 12, 2025
ADVERTISEMENT

Contact us

Address

Deshbandhu Complex, Naudra Bridge Jabalpur 482001

Mail

deshbandhump@gmail.com

Mobile

9425156056

Important links

  • राशि-भविष्य
  • वर्गीकृत विज्ञापन
  • लाइफ स्टाइल
  • मनोरंजन
  • ब्लॉग

Important links

  • देशबन्धु जनमत
  • पाठक प्रतिक्रियाएं
  • हमें जानें
  • विज्ञापन दरें
  • ई पेपर

Related Links

  • Mayaram Surjan
  • Swayamsiddha
  • Deshbandhu

Social Links

081155
Total views : 5872946
Powered By WPS Visitor Counter

Published by Abhas Surjan on behalf of Patrakar Prakashan Pvt.Ltd., Deshbandhu Complex, Naudra Bridge, Jabalpur – 482001 |T:+91 761 4006577 |M: +91 9425156056 Disclaimer, Privacy Policy & Other Terms & Conditions The contents of this website is for reading only. Any unauthorised attempt to temper / edit / change the contents of this website comes under cyber crime and is punishable.

Copyright @ 2022 Deshbandhu. All rights are reserved.

  • Disclaimer, Privacy Policy & Other Terms & Conditions
No Result
View All Result
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर

Copyright @ 2022 Deshbandhu-MP All rights are reserved.

Welcome Back!

Login to your account below

Forgotten Password? Sign Up

Create New Account!

Fill the forms below to register

All fields are required. Log In

Retrieve your password

Please enter your username or email address to reset your password.

Log In