deshbandhu

deshbandu_logo
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर
deshbandu_logo
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर
Menu
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर
Facebook Twitter Youtube
  • भोपाल
  • इंदौर
  • उज्जैन
  • ग्वालियर
  • जबलपुर
  • रीवा
  • चंबल
  • नर्मदापुरम
  • शहडोल
  • सागर
  • देशबन्धु जनमत
  • पाठक प्रतिक्रियाएं
  • हमें जानें
  • विज्ञापन दरें
ADVERTISEMENT
Home राष्ट्रीय

15वें वित्त आयोग के तहत राज्यों को हस्तांतरित धनराशि बढ़ी: निर्मला सीतारमण

by
December 21, 2024
in राष्ट्रीय
0
0
SHARES
3
VIEWS
Share on FacebookShare on Whatsapp
ADVERTISEMENT

जयपुर, 21 दिसंबर (आईएएनएस)। केंद्रीय वित्त एवं कॉरपोरेट मामलों की मंत्री निर्मला सीतारमण ने राजस्थान के जैसलमेर में राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों (विधानसभा सहित) के वित्त मंत्रियों के साथ बजट पूर्व परामर्श की अध्यक्षता की।

READ ALSO

देश को कांग्रेस की विचारधारा की जरूरत : अशोक गहलोत

लद्दाख को जानबूझकर चढ़ाया गया हिंसा की भेंट : दामोदर अग्रवाल

प्रतिभागियों ने वित्त वर्ष 2025-26 के केंद्रीय बजट में विचार के लिए केंद्रीय वित्त मंत्री को कई सुझाव दिए।

केंद्रीय वित्त मंत्री ने कहा कि स्वस्थ व्यापक आर्थिक माहौल, कर संग्रह में तेजी और दक्षता के कारण, 15वें वित्त आयोग के तहत पिछले 45 महीनों (अप्रैल 2021 से दिसंबर 2024) में राज्यों को हस्तांतरित धनराशि 14वें वित्त आयोग (2015-20) के तहत 60 महीनों में हस्तांतरित धनराशि से अधिक है।

केंद्रीय मंत्री ने पूंजी निवेश के लिए राज्यों को विशेष सहायता योजना (एसएएससीआई) का भी जिक्र किया, जिसकी घोषणा पहली बार केंद्रीय बजट 2020-21 में की गई थी।

राज्य केंद्र सरकार से इस योजना के तहत फंड बढ़ाने का अनुरोध कर रहे हैं क्योंकि इससे राज्यों में महत्वपूर्ण पूंजीगत परिसंपत्तियों का निर्माण हो रहा है।

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि केंद्र ने एसएएससीआई-2024-25 के तहत ‘अनटाइड फंड’ के रूप में लगभग 30,000 करोड़ रुपये की अतिरिक्त राशि आवंटित की है।

इस आवंटन का उपयोग राज्य सरकारें किसी भी क्षेत्र में पूंजीगत परिसंपत्तियों के निर्माण पर व्यय को और बढ़ाने के लिए कर सकती हैं।

इसके अलावा, केंद्रीय वित्त मंत्री ने कहा कि केंद्र ने गृह मंत्रालय (एमएचए) द्वारा नियुक्त अंतर-मंत्रालयी केंद्रीय टीम (आईएमसीटी) द्वारा मूल्यांकन किए गए गंभीर प्रकृति की आपदाओं से प्रभावित राज्यों के लिए एसएएससीआई के तहत एक अतिरिक्त व्यवस्था बनाई है।

इससे राज्यों को क्षतिग्रस्त बुनियादी ढांचे, जैसे सड़कें और पुल, जलापूर्ति लाइनें, बिजली के खंभे और पुलिया आदि के पुनर्निर्माण के उनके प्रयासों में सहायता मिलेगी।

जिन राज्यों को वित्त वर्ष 2024-25 में गंभीर प्रकृति की प्राकृतिक आपदा (आईएमसीटी द्वारा मूल्यांकन) का सामना करना पड़ा है, वे एसएएससीआई योजना के भाग-1 (अनटाइड) के तहत अपने आवंटन का 50 प्रतिशत तक पाने के पात्र हो सकते हैं।

केंद्रीय मंत्री सीतारमण ने कहा कि यह राशि राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया और शमन कोष (एनडीआरएमएफ) के तहत प्रदान की गई धनराशि के अतिरिक्त होगी।

बैठक में केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी, गोवा, हरियाणा, जम्मू और कश्मीर, मेघालय और ओडिशा के मुख्यमंत्री; अरुणाचल प्रदेश, बिहार, मध्य प्रदेश, राजस्थान और तेलंगाना के उपमुख्यमंत्री; वित्त मंत्री, मंत्री, वित्त मंत्रालय के आर्थिक मामलों और व्यय विभागों के सचिव और राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों और केंद्र सरकार के वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए।

–आईएएनएस

एसकेटी/केआर

ADVERTISEMENT

जयपुर, 21 दिसंबर (आईएएनएस)। केंद्रीय वित्त एवं कॉरपोरेट मामलों की मंत्री निर्मला सीतारमण ने राजस्थान के जैसलमेर में राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों (विधानसभा सहित) के वित्त मंत्रियों के साथ बजट पूर्व परामर्श की अध्यक्षता की।

प्रतिभागियों ने वित्त वर्ष 2025-26 के केंद्रीय बजट में विचार के लिए केंद्रीय वित्त मंत्री को कई सुझाव दिए।

केंद्रीय वित्त मंत्री ने कहा कि स्वस्थ व्यापक आर्थिक माहौल, कर संग्रह में तेजी और दक्षता के कारण, 15वें वित्त आयोग के तहत पिछले 45 महीनों (अप्रैल 2021 से दिसंबर 2024) में राज्यों को हस्तांतरित धनराशि 14वें वित्त आयोग (2015-20) के तहत 60 महीनों में हस्तांतरित धनराशि से अधिक है।

केंद्रीय मंत्री ने पूंजी निवेश के लिए राज्यों को विशेष सहायता योजना (एसएएससीआई) का भी जिक्र किया, जिसकी घोषणा पहली बार केंद्रीय बजट 2020-21 में की गई थी।

राज्य केंद्र सरकार से इस योजना के तहत फंड बढ़ाने का अनुरोध कर रहे हैं क्योंकि इससे राज्यों में महत्वपूर्ण पूंजीगत परिसंपत्तियों का निर्माण हो रहा है।

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि केंद्र ने एसएएससीआई-2024-25 के तहत ‘अनटाइड फंड’ के रूप में लगभग 30,000 करोड़ रुपये की अतिरिक्त राशि आवंटित की है।

इस आवंटन का उपयोग राज्य सरकारें किसी भी क्षेत्र में पूंजीगत परिसंपत्तियों के निर्माण पर व्यय को और बढ़ाने के लिए कर सकती हैं।

इसके अलावा, केंद्रीय वित्त मंत्री ने कहा कि केंद्र ने गृह मंत्रालय (एमएचए) द्वारा नियुक्त अंतर-मंत्रालयी केंद्रीय टीम (आईएमसीटी) द्वारा मूल्यांकन किए गए गंभीर प्रकृति की आपदाओं से प्रभावित राज्यों के लिए एसएएससीआई के तहत एक अतिरिक्त व्यवस्था बनाई है।

इससे राज्यों को क्षतिग्रस्त बुनियादी ढांचे, जैसे सड़कें और पुल, जलापूर्ति लाइनें, बिजली के खंभे और पुलिया आदि के पुनर्निर्माण के उनके प्रयासों में सहायता मिलेगी।

जिन राज्यों को वित्त वर्ष 2024-25 में गंभीर प्रकृति की प्राकृतिक आपदा (आईएमसीटी द्वारा मूल्यांकन) का सामना करना पड़ा है, वे एसएएससीआई योजना के भाग-1 (अनटाइड) के तहत अपने आवंटन का 50 प्रतिशत तक पाने के पात्र हो सकते हैं।

केंद्रीय मंत्री सीतारमण ने कहा कि यह राशि राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया और शमन कोष (एनडीआरएमएफ) के तहत प्रदान की गई धनराशि के अतिरिक्त होगी।

बैठक में केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी, गोवा, हरियाणा, जम्मू और कश्मीर, मेघालय और ओडिशा के मुख्यमंत्री; अरुणाचल प्रदेश, बिहार, मध्य प्रदेश, राजस्थान और तेलंगाना के उपमुख्यमंत्री; वित्त मंत्री, मंत्री, वित्त मंत्रालय के आर्थिक मामलों और व्यय विभागों के सचिव और राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों और केंद्र सरकार के वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए।

–आईएएनएस

एसकेटी/केआर

ADVERTISEMENT

जयपुर, 21 दिसंबर (आईएएनएस)। केंद्रीय वित्त एवं कॉरपोरेट मामलों की मंत्री निर्मला सीतारमण ने राजस्थान के जैसलमेर में राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों (विधानसभा सहित) के वित्त मंत्रियों के साथ बजट पूर्व परामर्श की अध्यक्षता की।

प्रतिभागियों ने वित्त वर्ष 2025-26 के केंद्रीय बजट में विचार के लिए केंद्रीय वित्त मंत्री को कई सुझाव दिए।

केंद्रीय वित्त मंत्री ने कहा कि स्वस्थ व्यापक आर्थिक माहौल, कर संग्रह में तेजी और दक्षता के कारण, 15वें वित्त आयोग के तहत पिछले 45 महीनों (अप्रैल 2021 से दिसंबर 2024) में राज्यों को हस्तांतरित धनराशि 14वें वित्त आयोग (2015-20) के तहत 60 महीनों में हस्तांतरित धनराशि से अधिक है।

केंद्रीय मंत्री ने पूंजी निवेश के लिए राज्यों को विशेष सहायता योजना (एसएएससीआई) का भी जिक्र किया, जिसकी घोषणा पहली बार केंद्रीय बजट 2020-21 में की गई थी।

राज्य केंद्र सरकार से इस योजना के तहत फंड बढ़ाने का अनुरोध कर रहे हैं क्योंकि इससे राज्यों में महत्वपूर्ण पूंजीगत परिसंपत्तियों का निर्माण हो रहा है।

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि केंद्र ने एसएएससीआई-2024-25 के तहत ‘अनटाइड फंड’ के रूप में लगभग 30,000 करोड़ रुपये की अतिरिक्त राशि आवंटित की है।

इस आवंटन का उपयोग राज्य सरकारें किसी भी क्षेत्र में पूंजीगत परिसंपत्तियों के निर्माण पर व्यय को और बढ़ाने के लिए कर सकती हैं।

इसके अलावा, केंद्रीय वित्त मंत्री ने कहा कि केंद्र ने गृह मंत्रालय (एमएचए) द्वारा नियुक्त अंतर-मंत्रालयी केंद्रीय टीम (आईएमसीटी) द्वारा मूल्यांकन किए गए गंभीर प्रकृति की आपदाओं से प्रभावित राज्यों के लिए एसएएससीआई के तहत एक अतिरिक्त व्यवस्था बनाई है।

इससे राज्यों को क्षतिग्रस्त बुनियादी ढांचे, जैसे सड़कें और पुल, जलापूर्ति लाइनें, बिजली के खंभे और पुलिया आदि के पुनर्निर्माण के उनके प्रयासों में सहायता मिलेगी।

जिन राज्यों को वित्त वर्ष 2024-25 में गंभीर प्रकृति की प्राकृतिक आपदा (आईएमसीटी द्वारा मूल्यांकन) का सामना करना पड़ा है, वे एसएएससीआई योजना के भाग-1 (अनटाइड) के तहत अपने आवंटन का 50 प्रतिशत तक पाने के पात्र हो सकते हैं।

केंद्रीय मंत्री सीतारमण ने कहा कि यह राशि राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया और शमन कोष (एनडीआरएमएफ) के तहत प्रदान की गई धनराशि के अतिरिक्त होगी।

बैठक में केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी, गोवा, हरियाणा, जम्मू और कश्मीर, मेघालय और ओडिशा के मुख्यमंत्री; अरुणाचल प्रदेश, बिहार, मध्य प्रदेश, राजस्थान और तेलंगाना के उपमुख्यमंत्री; वित्त मंत्री, मंत्री, वित्त मंत्रालय के आर्थिक मामलों और व्यय विभागों के सचिव और राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों और केंद्र सरकार के वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए।

–आईएएनएस

एसकेटी/केआर

ADVERTISEMENT

जयपुर, 21 दिसंबर (आईएएनएस)। केंद्रीय वित्त एवं कॉरपोरेट मामलों की मंत्री निर्मला सीतारमण ने राजस्थान के जैसलमेर में राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों (विधानसभा सहित) के वित्त मंत्रियों के साथ बजट पूर्व परामर्श की अध्यक्षता की।

प्रतिभागियों ने वित्त वर्ष 2025-26 के केंद्रीय बजट में विचार के लिए केंद्रीय वित्त मंत्री को कई सुझाव दिए।

केंद्रीय वित्त मंत्री ने कहा कि स्वस्थ व्यापक आर्थिक माहौल, कर संग्रह में तेजी और दक्षता के कारण, 15वें वित्त आयोग के तहत पिछले 45 महीनों (अप्रैल 2021 से दिसंबर 2024) में राज्यों को हस्तांतरित धनराशि 14वें वित्त आयोग (2015-20) के तहत 60 महीनों में हस्तांतरित धनराशि से अधिक है।

केंद्रीय मंत्री ने पूंजी निवेश के लिए राज्यों को विशेष सहायता योजना (एसएएससीआई) का भी जिक्र किया, जिसकी घोषणा पहली बार केंद्रीय बजट 2020-21 में की गई थी।

राज्य केंद्र सरकार से इस योजना के तहत फंड बढ़ाने का अनुरोध कर रहे हैं क्योंकि इससे राज्यों में महत्वपूर्ण पूंजीगत परिसंपत्तियों का निर्माण हो रहा है।

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि केंद्र ने एसएएससीआई-2024-25 के तहत ‘अनटाइड फंड’ के रूप में लगभग 30,000 करोड़ रुपये की अतिरिक्त राशि आवंटित की है।

इस आवंटन का उपयोग राज्य सरकारें किसी भी क्षेत्र में पूंजीगत परिसंपत्तियों के निर्माण पर व्यय को और बढ़ाने के लिए कर सकती हैं।

इसके अलावा, केंद्रीय वित्त मंत्री ने कहा कि केंद्र ने गृह मंत्रालय (एमएचए) द्वारा नियुक्त अंतर-मंत्रालयी केंद्रीय टीम (आईएमसीटी) द्वारा मूल्यांकन किए गए गंभीर प्रकृति की आपदाओं से प्रभावित राज्यों के लिए एसएएससीआई के तहत एक अतिरिक्त व्यवस्था बनाई है।

इससे राज्यों को क्षतिग्रस्त बुनियादी ढांचे, जैसे सड़कें और पुल, जलापूर्ति लाइनें, बिजली के खंभे और पुलिया आदि के पुनर्निर्माण के उनके प्रयासों में सहायता मिलेगी।

जिन राज्यों को वित्त वर्ष 2024-25 में गंभीर प्रकृति की प्राकृतिक आपदा (आईएमसीटी द्वारा मूल्यांकन) का सामना करना पड़ा है, वे एसएएससीआई योजना के भाग-1 (अनटाइड) के तहत अपने आवंटन का 50 प्रतिशत तक पाने के पात्र हो सकते हैं।

केंद्रीय मंत्री सीतारमण ने कहा कि यह राशि राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया और शमन कोष (एनडीआरएमएफ) के तहत प्रदान की गई धनराशि के अतिरिक्त होगी।

बैठक में केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी, गोवा, हरियाणा, जम्मू और कश्मीर, मेघालय और ओडिशा के मुख्यमंत्री; अरुणाचल प्रदेश, बिहार, मध्य प्रदेश, राजस्थान और तेलंगाना के उपमुख्यमंत्री; वित्त मंत्री, मंत्री, वित्त मंत्रालय के आर्थिक मामलों और व्यय विभागों के सचिव और राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों और केंद्र सरकार के वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए।

–आईएएनएस

एसकेटी/केआर

ADVERTISEMENT

जयपुर, 21 दिसंबर (आईएएनएस)। केंद्रीय वित्त एवं कॉरपोरेट मामलों की मंत्री निर्मला सीतारमण ने राजस्थान के जैसलमेर में राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों (विधानसभा सहित) के वित्त मंत्रियों के साथ बजट पूर्व परामर्श की अध्यक्षता की।

प्रतिभागियों ने वित्त वर्ष 2025-26 के केंद्रीय बजट में विचार के लिए केंद्रीय वित्त मंत्री को कई सुझाव दिए।

केंद्रीय वित्त मंत्री ने कहा कि स्वस्थ व्यापक आर्थिक माहौल, कर संग्रह में तेजी और दक्षता के कारण, 15वें वित्त आयोग के तहत पिछले 45 महीनों (अप्रैल 2021 से दिसंबर 2024) में राज्यों को हस्तांतरित धनराशि 14वें वित्त आयोग (2015-20) के तहत 60 महीनों में हस्तांतरित धनराशि से अधिक है।

केंद्रीय मंत्री ने पूंजी निवेश के लिए राज्यों को विशेष सहायता योजना (एसएएससीआई) का भी जिक्र किया, जिसकी घोषणा पहली बार केंद्रीय बजट 2020-21 में की गई थी।

राज्य केंद्र सरकार से इस योजना के तहत फंड बढ़ाने का अनुरोध कर रहे हैं क्योंकि इससे राज्यों में महत्वपूर्ण पूंजीगत परिसंपत्तियों का निर्माण हो रहा है।

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि केंद्र ने एसएएससीआई-2024-25 के तहत ‘अनटाइड फंड’ के रूप में लगभग 30,000 करोड़ रुपये की अतिरिक्त राशि आवंटित की है।

इस आवंटन का उपयोग राज्य सरकारें किसी भी क्षेत्र में पूंजीगत परिसंपत्तियों के निर्माण पर व्यय को और बढ़ाने के लिए कर सकती हैं।

इसके अलावा, केंद्रीय वित्त मंत्री ने कहा कि केंद्र ने गृह मंत्रालय (एमएचए) द्वारा नियुक्त अंतर-मंत्रालयी केंद्रीय टीम (आईएमसीटी) द्वारा मूल्यांकन किए गए गंभीर प्रकृति की आपदाओं से प्रभावित राज्यों के लिए एसएएससीआई के तहत एक अतिरिक्त व्यवस्था बनाई है।

इससे राज्यों को क्षतिग्रस्त बुनियादी ढांचे, जैसे सड़कें और पुल, जलापूर्ति लाइनें, बिजली के खंभे और पुलिया आदि के पुनर्निर्माण के उनके प्रयासों में सहायता मिलेगी।

जिन राज्यों को वित्त वर्ष 2024-25 में गंभीर प्रकृति की प्राकृतिक आपदा (आईएमसीटी द्वारा मूल्यांकन) का सामना करना पड़ा है, वे एसएएससीआई योजना के भाग-1 (अनटाइड) के तहत अपने आवंटन का 50 प्रतिशत तक पाने के पात्र हो सकते हैं।

केंद्रीय मंत्री सीतारमण ने कहा कि यह राशि राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया और शमन कोष (एनडीआरएमएफ) के तहत प्रदान की गई धनराशि के अतिरिक्त होगी।

बैठक में केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी, गोवा, हरियाणा, जम्मू और कश्मीर, मेघालय और ओडिशा के मुख्यमंत्री; अरुणाचल प्रदेश, बिहार, मध्य प्रदेश, राजस्थान और तेलंगाना के उपमुख्यमंत्री; वित्त मंत्री, मंत्री, वित्त मंत्रालय के आर्थिक मामलों और व्यय विभागों के सचिव और राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों और केंद्र सरकार के वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए।

–आईएएनएस

एसकेटी/केआर

ADVERTISEMENT

जयपुर, 21 दिसंबर (आईएएनएस)। केंद्रीय वित्त एवं कॉरपोरेट मामलों की मंत्री निर्मला सीतारमण ने राजस्थान के जैसलमेर में राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों (विधानसभा सहित) के वित्त मंत्रियों के साथ बजट पूर्व परामर्श की अध्यक्षता की।

प्रतिभागियों ने वित्त वर्ष 2025-26 के केंद्रीय बजट में विचार के लिए केंद्रीय वित्त मंत्री को कई सुझाव दिए।

केंद्रीय वित्त मंत्री ने कहा कि स्वस्थ व्यापक आर्थिक माहौल, कर संग्रह में तेजी और दक्षता के कारण, 15वें वित्त आयोग के तहत पिछले 45 महीनों (अप्रैल 2021 से दिसंबर 2024) में राज्यों को हस्तांतरित धनराशि 14वें वित्त आयोग (2015-20) के तहत 60 महीनों में हस्तांतरित धनराशि से अधिक है।

केंद्रीय मंत्री ने पूंजी निवेश के लिए राज्यों को विशेष सहायता योजना (एसएएससीआई) का भी जिक्र किया, जिसकी घोषणा पहली बार केंद्रीय बजट 2020-21 में की गई थी।

राज्य केंद्र सरकार से इस योजना के तहत फंड बढ़ाने का अनुरोध कर रहे हैं क्योंकि इससे राज्यों में महत्वपूर्ण पूंजीगत परिसंपत्तियों का निर्माण हो रहा है।

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि केंद्र ने एसएएससीआई-2024-25 के तहत ‘अनटाइड फंड’ के रूप में लगभग 30,000 करोड़ रुपये की अतिरिक्त राशि आवंटित की है।

इस आवंटन का उपयोग राज्य सरकारें किसी भी क्षेत्र में पूंजीगत परिसंपत्तियों के निर्माण पर व्यय को और बढ़ाने के लिए कर सकती हैं।

इसके अलावा, केंद्रीय वित्त मंत्री ने कहा कि केंद्र ने गृह मंत्रालय (एमएचए) द्वारा नियुक्त अंतर-मंत्रालयी केंद्रीय टीम (आईएमसीटी) द्वारा मूल्यांकन किए गए गंभीर प्रकृति की आपदाओं से प्रभावित राज्यों के लिए एसएएससीआई के तहत एक अतिरिक्त व्यवस्था बनाई है।

इससे राज्यों को क्षतिग्रस्त बुनियादी ढांचे, जैसे सड़कें और पुल, जलापूर्ति लाइनें, बिजली के खंभे और पुलिया आदि के पुनर्निर्माण के उनके प्रयासों में सहायता मिलेगी।

जिन राज्यों को वित्त वर्ष 2024-25 में गंभीर प्रकृति की प्राकृतिक आपदा (आईएमसीटी द्वारा मूल्यांकन) का सामना करना पड़ा है, वे एसएएससीआई योजना के भाग-1 (अनटाइड) के तहत अपने आवंटन का 50 प्रतिशत तक पाने के पात्र हो सकते हैं।

केंद्रीय मंत्री सीतारमण ने कहा कि यह राशि राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया और शमन कोष (एनडीआरएमएफ) के तहत प्रदान की गई धनराशि के अतिरिक्त होगी।

बैठक में केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी, गोवा, हरियाणा, जम्मू और कश्मीर, मेघालय और ओडिशा के मुख्यमंत्री; अरुणाचल प्रदेश, बिहार, मध्य प्रदेश, राजस्थान और तेलंगाना के उपमुख्यमंत्री; वित्त मंत्री, मंत्री, वित्त मंत्रालय के आर्थिक मामलों और व्यय विभागों के सचिव और राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों और केंद्र सरकार के वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए।

–आईएएनएस

एसकेटी/केआर

ADVERTISEMENT

जयपुर, 21 दिसंबर (आईएएनएस)। केंद्रीय वित्त एवं कॉरपोरेट मामलों की मंत्री निर्मला सीतारमण ने राजस्थान के जैसलमेर में राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों (विधानसभा सहित) के वित्त मंत्रियों के साथ बजट पूर्व परामर्श की अध्यक्षता की।

प्रतिभागियों ने वित्त वर्ष 2025-26 के केंद्रीय बजट में विचार के लिए केंद्रीय वित्त मंत्री को कई सुझाव दिए।

केंद्रीय वित्त मंत्री ने कहा कि स्वस्थ व्यापक आर्थिक माहौल, कर संग्रह में तेजी और दक्षता के कारण, 15वें वित्त आयोग के तहत पिछले 45 महीनों (अप्रैल 2021 से दिसंबर 2024) में राज्यों को हस्तांतरित धनराशि 14वें वित्त आयोग (2015-20) के तहत 60 महीनों में हस्तांतरित धनराशि से अधिक है।

केंद्रीय मंत्री ने पूंजी निवेश के लिए राज्यों को विशेष सहायता योजना (एसएएससीआई) का भी जिक्र किया, जिसकी घोषणा पहली बार केंद्रीय बजट 2020-21 में की गई थी।

राज्य केंद्र सरकार से इस योजना के तहत फंड बढ़ाने का अनुरोध कर रहे हैं क्योंकि इससे राज्यों में महत्वपूर्ण पूंजीगत परिसंपत्तियों का निर्माण हो रहा है।

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि केंद्र ने एसएएससीआई-2024-25 के तहत ‘अनटाइड फंड’ के रूप में लगभग 30,000 करोड़ रुपये की अतिरिक्त राशि आवंटित की है।

इस आवंटन का उपयोग राज्य सरकारें किसी भी क्षेत्र में पूंजीगत परिसंपत्तियों के निर्माण पर व्यय को और बढ़ाने के लिए कर सकती हैं।

इसके अलावा, केंद्रीय वित्त मंत्री ने कहा कि केंद्र ने गृह मंत्रालय (एमएचए) द्वारा नियुक्त अंतर-मंत्रालयी केंद्रीय टीम (आईएमसीटी) द्वारा मूल्यांकन किए गए गंभीर प्रकृति की आपदाओं से प्रभावित राज्यों के लिए एसएएससीआई के तहत एक अतिरिक्त व्यवस्था बनाई है।

इससे राज्यों को क्षतिग्रस्त बुनियादी ढांचे, जैसे सड़कें और पुल, जलापूर्ति लाइनें, बिजली के खंभे और पुलिया आदि के पुनर्निर्माण के उनके प्रयासों में सहायता मिलेगी।

जिन राज्यों को वित्त वर्ष 2024-25 में गंभीर प्रकृति की प्राकृतिक आपदा (आईएमसीटी द्वारा मूल्यांकन) का सामना करना पड़ा है, वे एसएएससीआई योजना के भाग-1 (अनटाइड) के तहत अपने आवंटन का 50 प्रतिशत तक पाने के पात्र हो सकते हैं।

केंद्रीय मंत्री सीतारमण ने कहा कि यह राशि राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया और शमन कोष (एनडीआरएमएफ) के तहत प्रदान की गई धनराशि के अतिरिक्त होगी।

बैठक में केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी, गोवा, हरियाणा, जम्मू और कश्मीर, मेघालय और ओडिशा के मुख्यमंत्री; अरुणाचल प्रदेश, बिहार, मध्य प्रदेश, राजस्थान और तेलंगाना के उपमुख्यमंत्री; वित्त मंत्री, मंत्री, वित्त मंत्रालय के आर्थिक मामलों और व्यय विभागों के सचिव और राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों और केंद्र सरकार के वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए।

–आईएएनएस

एसकेटी/केआर

ADVERTISEMENT

जयपुर, 21 दिसंबर (आईएएनएस)। केंद्रीय वित्त एवं कॉरपोरेट मामलों की मंत्री निर्मला सीतारमण ने राजस्थान के जैसलमेर में राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों (विधानसभा सहित) के वित्त मंत्रियों के साथ बजट पूर्व परामर्श की अध्यक्षता की।

प्रतिभागियों ने वित्त वर्ष 2025-26 के केंद्रीय बजट में विचार के लिए केंद्रीय वित्त मंत्री को कई सुझाव दिए।

केंद्रीय वित्त मंत्री ने कहा कि स्वस्थ व्यापक आर्थिक माहौल, कर संग्रह में तेजी और दक्षता के कारण, 15वें वित्त आयोग के तहत पिछले 45 महीनों (अप्रैल 2021 से दिसंबर 2024) में राज्यों को हस्तांतरित धनराशि 14वें वित्त आयोग (2015-20) के तहत 60 महीनों में हस्तांतरित धनराशि से अधिक है।

केंद्रीय मंत्री ने पूंजी निवेश के लिए राज्यों को विशेष सहायता योजना (एसएएससीआई) का भी जिक्र किया, जिसकी घोषणा पहली बार केंद्रीय बजट 2020-21 में की गई थी।

राज्य केंद्र सरकार से इस योजना के तहत फंड बढ़ाने का अनुरोध कर रहे हैं क्योंकि इससे राज्यों में महत्वपूर्ण पूंजीगत परिसंपत्तियों का निर्माण हो रहा है।

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि केंद्र ने एसएएससीआई-2024-25 के तहत ‘अनटाइड फंड’ के रूप में लगभग 30,000 करोड़ रुपये की अतिरिक्त राशि आवंटित की है।

इस आवंटन का उपयोग राज्य सरकारें किसी भी क्षेत्र में पूंजीगत परिसंपत्तियों के निर्माण पर व्यय को और बढ़ाने के लिए कर सकती हैं।

इसके अलावा, केंद्रीय वित्त मंत्री ने कहा कि केंद्र ने गृह मंत्रालय (एमएचए) द्वारा नियुक्त अंतर-मंत्रालयी केंद्रीय टीम (आईएमसीटी) द्वारा मूल्यांकन किए गए गंभीर प्रकृति की आपदाओं से प्रभावित राज्यों के लिए एसएएससीआई के तहत एक अतिरिक्त व्यवस्था बनाई है।

इससे राज्यों को क्षतिग्रस्त बुनियादी ढांचे, जैसे सड़कें और पुल, जलापूर्ति लाइनें, बिजली के खंभे और पुलिया आदि के पुनर्निर्माण के उनके प्रयासों में सहायता मिलेगी।

जिन राज्यों को वित्त वर्ष 2024-25 में गंभीर प्रकृति की प्राकृतिक आपदा (आईएमसीटी द्वारा मूल्यांकन) का सामना करना पड़ा है, वे एसएएससीआई योजना के भाग-1 (अनटाइड) के तहत अपने आवंटन का 50 प्रतिशत तक पाने के पात्र हो सकते हैं।

केंद्रीय मंत्री सीतारमण ने कहा कि यह राशि राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया और शमन कोष (एनडीआरएमएफ) के तहत प्रदान की गई धनराशि के अतिरिक्त होगी।

बैठक में केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी, गोवा, हरियाणा, जम्मू और कश्मीर, मेघालय और ओडिशा के मुख्यमंत्री; अरुणाचल प्रदेश, बिहार, मध्य प्रदेश, राजस्थान और तेलंगाना के उपमुख्यमंत्री; वित्त मंत्री, मंत्री, वित्त मंत्रालय के आर्थिक मामलों और व्यय विभागों के सचिव और राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों और केंद्र सरकार के वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए।

–आईएएनएस

एसकेटी/केआर

Related Posts

देश को कांग्रेस की विचारधारा की जरूरत : अशोक गहलोत
राष्ट्रीय

देश को कांग्रेस की विचारधारा की जरूरत : अशोक गहलोत

September 27, 2025
लद्दाख को जानबूझकर चढ़ाया गया हिंसा की भेंट : दामोदर अग्रवाल
राष्ट्रीय

लद्दाख को जानबूझकर चढ़ाया गया हिंसा की भेंट : दामोदर अग्रवाल

September 27, 2025
राष्ट्रीय

मुंबई पुलिस ने हथियारों के बड़े रैकेट का किया भंडाफोड़, दो गिरफ्तार

September 27, 2025
पंजाब : अमृतसर के गग्गड़ गांव के 3 परिवारों की हुई घर वापसी, ईसाई धर्म छोड़ फिर अपनाया सिख रूप
राष्ट्रीय

पंजाब : अमृतसर के गग्गड़ गांव के 3 परिवारों की हुई घर वापसी, ईसाई धर्म छोड़ फिर अपनाया सिख रूप

September 27, 2025
भागलपुर में विधानसभा चुनाव 2025 की तैयारी को लेकर समीक्षा बैठक
राष्ट्रीय

भागलपुर में विधानसभा चुनाव 2025 की तैयारी को लेकर समीक्षा बैठक

September 27, 2025
आईआईटी भिलाई फेज-2 निर्माण की आधारशिला युवाओं के लिए बड़ी सौगात : गुरु खुशवंत साहेब
राष्ट्रीय

आईआईटी भिलाई फेज-2 निर्माण की आधारशिला युवाओं के लिए बड़ी सौगात : गुरु खुशवंत साहेब

September 27, 2025
Next Post
मीसाबंदी पेंशन गजट नोटिफिकेशन की तिथि से देने पर करें विचार

मीसाबंदी पेंशन गजट नोटिफिकेशन की तिथि से देने पर करें विचार

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

ADVERTISEMENT

Contact us

Address

Deshbandhu Complex, Naudra Bridge Jabalpur 482001

Mail

deshbandhump@gmail.com

Mobile

9425156056

Important links

  • राशि-भविष्य
  • वर्गीकृत विज्ञापन
  • लाइफ स्टाइल
  • मनोरंजन
  • ब्लॉग

Important links

  • देशबन्धु जनमत
  • पाठक प्रतिक्रियाएं
  • हमें जानें
  • विज्ञापन दरें
  • ई पेपर

Related Links

  • Mayaram Surjan
  • Swayamsiddha
  • Deshbandhu

Social Links

114692
Total views : 6020335
Powered By WPS Visitor Counter

Published by Abhas Surjan on behalf of Patrakar Prakashan Pvt.Ltd., Deshbandhu Complex, Naudra Bridge, Jabalpur – 482001 |T:+91 761 4006577 |M: +91 9425156056 Disclaimer, Privacy Policy & Other Terms & Conditions The contents of this website is for reading only. Any unauthorised attempt to temper / edit / change the contents of this website comes under cyber crime and is punishable.

Copyright @ 2022 Deshbandhu. All rights are reserved.

  • Disclaimer, Privacy Policy & Other Terms & Conditions
No Result
View All Result
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर

Copyright @ 2022 Deshbandhu-MP All rights are reserved.

Welcome Back!

Login to your account below

Forgotten Password? Sign Up

Create New Account!

Fill the forms below to register

All fields are required. Log In

Retrieve your password

Please enter your username or email address to reset your password.

Log In