नई दिल्ली, 22 दिसंबर (आईएएनएस)। सरकार ने रविवार को कहा कि 71.81 करोड़ से अधिक आयुष्मान भारत स्वास्थ्य खाता (एबीएचए) संख्या (22 दिसंबर तक) तैयार की गई हैं और 46.53 करोड़ स्वास्थ्य रिकॉर्ड एबीएचए से जोड़े गए हैं।
इसके अलावा, हेल्थकेयर प्रोफेशनल्स रजिस्ट्री (एचएफआर) पर 3.55 लाख से अधिक स्वास्थ्य सुविधाएं पंजीकृत हैं और एचपीआर पर 5.38 लाख से अधिक हेल्थकेयर प्रोफेशनल पंजीकृत हैं।
पिछले 10 सालों में, देश ने परिवर्तनकारी नीतियों और पहलों को लागू किया है जो सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज प्राप्त करने के लिए दृढ़ प्रतिबद्धता को दर्शाते हैं।
इस यात्रा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर ‘आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना’ (एबी पीएमजेएवाई) का शुभारंभ था।
एबी-पीएमजेएवाई 27 स्पेशलिटीज में 1,961 उपचार के लिए माध्यमिक और तृतीयक देखभाल अस्पताल में भर्ती होने के लिए हर साल प्रत्येक पात्र लाभार्थी परिवार को 5 लाख रुपये का स्वास्थ्य कवर प्रदान करता है।
17 दिसंबर तक, एबी पीएमजेएवाई ने 36.28 करोड़ से अधिक आयुष्मान कार्ड जारी करके महत्वपूर्ण प्रगति की है, इससे लाखों लोगों को स्वास्थ्य कवरेज मिला है।
स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, लिंग-वार उपयोग से पता चलता है कि जारी किए गए आयुष्मान कार्डों में से 49 प्रतिशत महिलाएं हैं और कुल अस्पताल में भर्ती होने वालों में लगभग 50 प्रतिशत महिलाएं हैं। यह स्वास्थ्य सेवा में लैंगिक समानता को बढ़ावा देने में योजना की भूमिका को दर्शाता है।
इसके अतिरिक्त, एबी पीएमजेएवाई ने देश भर में 30,932 अस्पतालों को सूचीबद्ध किया है।
भारत की स्वास्थ्य सेवा उपलब्धियों का एक और आधार मिशन इंद्रधनुष है। इसने सार्वभौमिक टीकाकरण कार्यक्रम के तहत टीकाकरण कवरेज का विस्तार किया है।
मंत्रालय ने बताया कि “मिशन इंद्रधनुष में रोकथाम योग्य बीमारियों से सुरक्षा बढ़ाने वाले 11 प्रकार के टीकों का प्रावधान शामिल है। देश में अब तक आयोजित मिशन इंद्रधनुष के सभी चरणों में कुल 5.46 करोड़ बच्चों और 1.32 करोड़ गर्भवती महिलाओं को टीका लगाया गया है।”
इन प्रयासों को प्रमुख स्वास्थ्य संकेतकों में बेहतरीन सुधार द्वारा रेखांकित किया गया है, जो टारगेटेड स्वास्थ्य सेवा रणनीतियों और हस्तक्षेपों की प्रभावशीलता को दिखाते हैं।
–आईएएनएस
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