गोटेगांव तहसील क्षेत्र अंतर्गत प्रधानमंत्री सड़क योजना के माध्यम से गोटेगांव से जमुनिया जाने वाली सड़क का दो बार निर्माण हो चुका है. इसके बाद भी यहां के लोगों को सड़क की सुविधा का कोई लाभ नहीं हो पा रहा है, भारी वाहनों की आवाजाही से सड़क में अल्प समय में ही भारी भरकम गड्ढे हो गए हैं. जिसके चलते यहां चलने वाले भारी वाहन वालों ने बड़े-बडे़ बोल्डर डाल दिए है.
जिसके कारण दो पहिया वाहन एवं छोटे वाहन वालों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.इस सड़क के दोनाें ओर किसानों के खेत लगे हुए हैं, जिसमें बारिश का पानी भरता है और यही पानी रिस कर सड़क के नीचे पहुंचने से दलदल हो जाती है. जिससे यह सड़क वाहनों के चलने पर धंस कर गड्ढों में तब्दील हो जाती है. वहीं सड़क पूरी तरह से टूट कर अलग हो जाती है.
जिसके कारण यहां पर रहने वाले गांव के लोगों को सड़क सुविधा का लाभ नहीं हो रहा है. गांव को सड़क से जोड़ने के मकसद से सड़क का निर्माण किया. मगर भारी वाहनों की धमाचौकड़ी से सड़क टूट जाती है और इसका नुकसान गांव के लोगों को आने जाने में उठाना पड़ता है. लबे समय से गोटेगांव सड़क क्षतिग्रस्त है. इसके बाद भी नए सिरे से उक्त मार्ग को निर्माण करने की दिशा में कोई भी कदम नहीं उठाया जा रहा है.
यहीं से नर्मदा तट मुंआरघाट जाने के लिए स्नान करने वाले पहुंचते है, मगर उक्त सड़क की हालत खराब होने से बहुत से स्नान करने वाले मुंआरघाट नहीं पहुंच पाते हैं. ग्रामीणों ने मांग की है कि जल्द ही इन रोड़ों का कार्यकलाप किया जाए जिससे परेशानी से मुक्ति मिले.और ग्रामीणजन अपनी यात्रा सुगमता से करें.