सोल, 27 दिसंबर (आईएएनएस)। बढ़ती बुजर्ग आबादी से चिंतित दक्षिण कोरिया जल्द ही एक जनसांख्यिकी नीति का खाका लेकर आएगी। वृद्ध समाज और जनसंख्या पर एक अध्यक्षीय समिति ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। यह घोषणा ऐसे समय में हुई है जब दक्षिण कोरिया औपचारिक रूप से ‘अति वृद्ध’ समाज बन गया है।
समाचार एजेंसी योनहाप के मुताबिक, सरकारी आंकड़ें बताते हैं कि 65 वर्ष या उससे अधिक आयु के दक्षिण कोरियाई लोगों की संख्या 1.024 करोड़ है, जो देश की कुल जनसंख्या 5.12 करोड़ का 20 फीसदी है।
संयुक्त राष्ट्र उन देशों को वृद्ध आबादी के रूप में वर्गीकृत करता है, जहां 7 प्रतिशत से अधिक जनसंख्या 65 वर्ष या उससे अधिक आयु की है, जिन देशों में यह संख्या 14 प्रतिशत से अधिक है, उन्हें वृद्ध समाज के रूप में, तथा जिन देशों में यह संख्या 20 प्रतिशत से अधिक है, उन्हें अति-वृद्ध समाज के रूप में वर्गीकृत करता है।
वृद्ध समाज और जनसंख्या नीति पर राष्ट्रपति समिति के उपाध्यक्ष जू ह्युंग-ह्वान ने कहा, “वृद्धावस्था पर अपेक्षा से अधिक तीव्र गति को देखते हुए, हमारे पास अधिक समय नहीं है।”
जू ने कहा कि सरकार तुरंत कार्रवाई करेगी ताकि देश चूक न जाए।
उपाध्यक्ष ने कहा कि यह उल्लेखनीय है कि देश में गंभीर रूप ले चुकी कम जन्म दर में सुधार के संकेत मिल रहे हैं।
बता दें कि अक्टूबर में दक्षिण कोरिया में जन्म लेने वाले बच्चों की संख्या 14 वर्षों में सबसे तेज दर से बढ़ी।
देश में अक्टूबर में कुल 21,398 बच्चे पैदा हुए, जो एक साल पहले पैदा हुए 18,878 नवजातों से 13.4 प्रतिशत अधिक है। नवंबर 2010 के बाद से यह सबसे बड़ी वार्षिक वृद्धि है, जब जन्मों की संख्या में 17.5 प्रतिशत की वृद्धि हुई थी।
जू ने कहा, “इस वर्ष कुल प्रजनन दर 0.74 तक पहुंचने की उम्मीद है, जो पिछले अनुमान 0.68 से कहीं अधिक है।” उन्होंने कहा कि ऐसे आंकड़े देश की जनसांख्यिकीय चुनौतियों के लिए एक “आशाजनक संकेत” हैं।
–आईएएनएस
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