जबलपुर. राष्ट्रीय टीबी मुक्त अभियान के तहत जबलपुर सहित 29 जिलों को टीबी से मुक्त करने के लिए कवायद शुरू हो गई है. इसके तहत केंद्र और राज्य स्तरीय दल गत दिवस शहर पहुंचा. दल द्वारा ग्रामीण-शहरी क्षेत्रों का निरीक्षण किया गया. दल के साथ स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी और आशा कार्यकर्ता मौजूद है. अभी तक दोनों टीमों ने जो निरीक्षण किया है उसमें जिले के स्वास्थ्य अमला और आशा कार्यकर्ताओं के कामों को सराहा जा रहा है.
100 दिन का कार्यक्रम है, 29 जिले शामिल
नेशनल टीबी मुक्त अभियान के तहत जबलपुर सहित 29 जिलों को टीबी मुक्त करने के लिए 100 दिन का समय निर्धारित किया गया है. दिल्ली और भोपाल की 4 सदस्यीय टीम बुधवार को शहर पहुंची है. टीम ने पाटन, पनागर, जबलपुर सहित अन्य ग्रामीण क्षेत्रों का दौरा किया है साथ ही बुजुर्ग से लेकर शराब का सेवन करने वाले लोगों का सैंपल लिया है.
मोबाइल एक्सरे मशीन से जांच
दिल्ली और भोपाल की टीम लोगों की जांच मोबाइल एक्सरा मशीन से कर रही है. इसके तहत टीम अपने साथ मोबाइल एक्सरा मशीन लेकर पहुंची है. बताया जा रहा है कि जबलपुर अकेले में 7 लाख 50 हजार लोगों की टीबी बीमारी की जांच होना है इसके लिए टीम ने दो दिवसीय दौरा किया है. टीम का मुख्य उद्देश्य यही है कि जिले की स्वास्थ्य विभाग टीम और आशा कार्यकर्ता नेशनल टीबी मुक्त अभियान के तहत कैसा काम कर रही है इसका पता लगाना है.
25 प्रतिशत टारगेट पूरा, कटनी जाएगी टीम
क्षेत्रीय संचालक स्वास्थ्य सेवाएं जबलपुर संभाग डॉक्टर संजय मिश्रा ने बताया कि सेंट्रल और स्टेट की टीम ने जबलपुर जिले का दौरा लगभग पूरा कर लिया है. शाम को टीम कटनी जाएगी वहां पर भी स्वास्थ्य विभाग की टीम और आशा कार्यकर्ताओं की मदद से मरीजों की जांच होगी. नेशनल टीबी मुक्त अभियान के तहत उन मरीजों की जांच हो रही है जिनकी उम्र 60 साल या उससे अधिक, शराब पीने वाले व्यक्ति और कुपोषण की बीमारी से जूझ रहे हो.