भोपाल 8 जनवरी (आईएएनएस)। मध्य प्रदेश में बर्फीली हवाओं ने ठिठुरन बढ़ा दी है और तापमान में भी गिरावट दर्ज की गई है। पर्यटन नगरी पचमढ़ी राज्य में सबसे ठंडी रही और यहां न्यूनतम तापमान एक डिग्री सेल्सियस से कम दर्ज किया गया। मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि आने वाले दिनों में ठंड का असर और बढ़ सकता है और उसके बाद बदलाव के भी आसार हैं।
बीते कुछ दिनों से पहाड़ी क्षेत्रों में हुई बर्फबारी का असर अब मध्य प्रदेश में भी नजर आने लगा है। एक तरफ जहां सर्द हवाएं चल रही हैं, तो वहीं दूसरी ओर कोहरा भी नजर आ रहा है, इसके चलते विजिबिलिटी लगातार कम हो रही है और तापमान भी लगातार कम हो रहा है। कोहरे का आवागमन पर भी असर पड़ रहा है, कई स्थानों पर कोहरे के कारण हादसे भी हुए हैं।
सर्द हवाओं के बीच खिली धूप सुहावनी लग रही है और वह ठंड से काफी हद तक राहत दिलाने वाली है। राज्य के न्यूनतम तापमान पर गौर करें तो राज्य के बड़े हिस्से में तापमान 10 डिग्री सेल्सियस के नीचे पहुंच गया है और सबसे ठंडे इलाके की बात करें तो पर्यटन नगरी पचमढ़ी सबसे ठंडी रही, जहां तापमान एक डिग्री सेल्सियस से भी कम दर्ज किया गया है। इसके अलावा बैतूल, भोपाल, दतिया, धार, गुना, ग्वालियर, नर्मदा पुरम, इंदौर, रायसेन, राजगढ़, रतलाम, उज्जैन, छिंदवाड़ा, दमोह, जबलपुर, खजुराहो, मंडला, नरसिंहपुर, नौगांव, रीवा, सागर, सिवनी, टीकमगढ़, उमरिया और मलाजखंड में 10 डिग्री सेल्सियस से नीचे दर्ज किया गया है।
मौसम विभाग के वैज्ञानिकों का अनुमान है कि महाकौशल, विंध्य आदि इलाकों में तापमान कम रहेगा और ठंड का असर बने रहने के बाद फिर मौसम में बदलाव हो सकता है और तापमान में भी उतार-चढ़ाव हो सकता है।
राज्य में बीते दिनों बारिश भी दर्ज की गई थी और मौसम खुलने के साथ ठंड बढ़ी थी और अब बर्फीली हवाएं कंपकपी पैदा करने वाली हैं। इसके चलते ही रात के समय जगह-जगह लोग अलाव जलाते भी नजर आते हैं।
–आईएएनएस
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