पटना, 1 मार्च (आईएएनएस)। बिहार विधानसभा के बजट सत्र के तीसरे दिन की शुरूआत हंगामे से हुई। मुख्य विपक्षी दल भाजपा ने वैशाली में गलवान घाटी में हुए शहीद के परिजनों का पुलिस द्वारा अपमान करने का मामला उठाया। भाजपा ने सेना पर अपमानजनक टिप्पणी करने वाले मंत्री के इस्तीफे की भी मांग की।
बजट सत्र के तीसरे दिन बुधवार को सदन की कार्यवाही शुरू होते ही भाजपा विधायकों ने हंगामा शुरू कर दिया। भाजपा के विधायकों ने सदन में नारेबाजी की।
नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने कहा बिहार सरकार के मंत्री ने सेना का अपमान किया है। उन्हें सदन में माफी मांगने के लिए कहा गया, लेकिन उन्होंने माफी नहीं मांगी।
सिन्हा ने कहा कि मंत्री को इस्तीफा देना चाहिए। उन्होंने कहा कि गलवान के शहीदों का अपमान हिंदुस्तान नहीं सहेगा। जेठुली गोलाकांड और छपरा में हत्या, अपहरण, लूट और दुष्कर्म का खेल हो रहा है, उस विषय पर सरकार को जवाब देना चाहिए। एक विशेष आयोग का गठन करना चाहिए।
इस दौरान भाजपा के सदस्य वेल में आ गए और हंगामा करते रहे। विपक्षी सदस्यों ने रिपोटिर्ंग टेबल उठाने की कोशिश की तथा कुर्सी को इधर उधर फेंक दिया।
विधानसभा अध्यक्ष इस दौरान विपक्षी सदस्यों से हंगामा नहीं करने की अपील करते रहे। उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने भी इस पर आपत्ति जताई।
तेजस्वी यादव ने कहा कि दरअसल शहीद के परिजन ने जिस जमीन पर प्रतिमा बनाने का प्रस्ताव दिया वो जमीन किसी दलित की निजी थी, जो संभव नहीं था। सुनने में आ रहा है कि उनके पिता को गिरफ्तार किया गया है। हम भरोसा दिलाते हैं कि शहीदों का अपमान नहीं होगा। तेजस्वी यादव ने भाजपा को सो कॉल्ड देशभक्त कहा।
उल्लेखनीय है कि वैशाली जिले में शहीद जवान जय किशोर सिंह की प्रतिमा लगाने के आरोप में उसके पिता को गिरफ्तार किया गया है। आरोप है कि उन्हें घसीटकर थाना लाया गया और फिर अदालत के आदेश के बाद जेल भेज दिया गया।
–आईएएनएस
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