गांदरबल, 11 जनवरी (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 13 जनवरी (सोमवार) को जम्मू-कश्मीर के गांदरबल में जेड-मोड़ टनल का उद्घाटन करेंगे। जेड-मोड़ टनल के उद्घाटन को लेकर स्थानीय लोगों ने खुशी जाहिर की है। उन्होंने कहा कि इस टनल के शुरू होने से कश्मीर के लोगों को काफी लाभ मिलेगा।
स्थानीय निवासी मंजूर अहमद ने बताया कि इस टनल की बहुत अहमियत है। इसके शुरू होने से सोनमर्ग और लद्दाख के बीच का रोड अब पूरे साल खुला रहेगा। लद्दाख की काफी अहमियत है, क्योंकि यह बॉर्डर वाला इलाका है। पहले यहां हवाई सेवा के जरिए सामान लाया जाता था, लेकिन टनल के खुलने से सामान को सड़क मार्ग के जरिए भेजा जा सकता है।
उन्होंने आगे कहा, “सोनमर्ग एक टूरिस्ट वाला इलाका है, यहां आपदा और बर्फबारी की वजह से सड़क मार्ग को बंद कर दिया जाता था। मगर अब टनल के बनने से न केवल आर्थिक बल्कि पर्यटन के तौर पर भी लाभ मिलेगा। हम सभी इसके बनने से खुश हैं और सरकार का आभार व्यक्त करते हैं, जिन्होंने यहां की जनता के बारे में सोचा।”
मंजूर अहमद नाम के शख्स ने आभार जताते हुए कहा, “पीएम मोदी इस टनल का 13 जनवरी को उद्घाटन करेंगे और मैं, नितिन गडकरी का आभार जताता हूं, जिन्होंने इस प्रोजेक्ट के लिए काफी कदम उठाए। हमें उम्मीद है कि आने वाले समय में यहां ऐसे अन्य प्रोजेक्ट भी देखने को मिलेंगे।”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 13 जनवरी को जम्मू-कश्मीर का दौरा करेंगे और श्रीनगर-सोनमर्ग मार्ग पर जेड-मोड़ सुरंग का उद्घाटन करेंगे। सुरंग के माध्यम से सोनमर्ग तक हर मौसम में कनेक्टिविटी सुनिश्चित होगी।
यह सुरंग गगनगीर से सोनमर्ग तक रोड को बाईपास करेगी, जिससे पर्यटकों और स्थानीय लोगों को पूरे साल हिल स्टेशन पर आने की सुविधा मिलेगी।
गगनगीर-सोनमर्ग खंड भारी बर्फबारी और हिमस्खलन के कारण बंद हो जाता है, जो हर साल इस क्षेत्र में होता है। जेड-मोड़ सुरंग जम्मू-कश्मीर के गांदरबल जिले में गगनगीर और सोनमर्ग के बीच 6.5 किलोमीटर लंबी 2-लेन वाली सड़क सुरंग है।
पहले जो रोड उपयोग में थी, वह हिमस्खलन से प्रभावित थी और अक्सर कई महीनों तक बंद हो जाती थी। लेकिन जेड-मोड़ सुरंग सोनमर्ग पर्यटक शहर को सभी मौसमों में जोड़ने वाली सुविधा प्रदान करती है। इस 6.5 किलोमीटर लंबी सुरंग को पार करने में केवल 15 मिनट लगते हैं, जबकि पहाड़ियों पर ऊपर-नीचे टेढ़े-मेढ़े रास्ते से यात्रा करने में घंटों लगते थे।
यह 31 सड़क सुरंगों में से एक है, जिनमें से 20 जम्मू और कश्मीर में और 11 लद्दाख में हैं।
सुरंग का निर्माण 2018 में शुरू हुआ था। 20 अक्टूबर 2024 को सुरंग के कर्मचारियों पर आतंकी हमला हुआ था। उस हमले में जेड-मोड़ सुरंग का निर्माण कर रही इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनी के छह गैर-स्थानीय श्रमिकों सहित सात नागरिक मारे गए थे। हमले में एक स्थानीय डॉक्टर की भी मौत हो गई थी।
–आईएएनएस
एफएम/केआर