जबलपुर, 11 जनवरी (आईएएनएस)। मध्य प्रदेश में शीतलहर का असर बना हुआ है। बढ़ती ठंड में सबसे ज्यादा परेशानी बेघर और फुटपाथ पर रात गुजारने वालों के लिए होती है। जबलपुर में इन बेघर और फुटपाथ पर रहने वालों के लिए ठंड से बचाने के विशेष इंतजाम किए गए हैं। पुरानी बसों को आश्रय स्थल में बदला गया है।
राज्य में तापमान में गिरावट आने के साथ कोहरे और शीतलहर का असर है। इस स्थिति में जबलपुर में आश्रय गृह बनाए गए हैं। जबलपुर सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विस लिमिटेड के सीईओ सचिन विश्वकर्मा ने बताया कि नगर निगम सीमा अंतर्गत शीत ऋतु के प्रभाव से बचाव हेतु शहरी बेघरों, फुटपाथ पर रहने वाले आवासहीनों तथा निराश्रित जनों को ठंड के प्रभाव से बचाव हेतु नगर निगम द्वारा संचालित आश्रय स्थलों में ठहराए जाने का कार्य किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि नगर निगम द्वारा पुरानी बसों एवं जिन स्थानों को आश्रय के रूप में परिवर्तित किया जा सकता है, उन स्थानों को आवश्यक व्यवस्थाओं एवं सुविधाओं जैसे गद्दे, तकिए, कंबल, चादर इत्यादि से सुसज्जित कर ठहरने तथा ठंड के प्रभाव से बचाने योग्य बनाया गया है।
उन्होंने बताया कि आश्रय स्थल में बदली गई पुरानी बस को शहर के मुख्य स्थान आई.एस.बी.टी. बस स्टैंड पर स्थापित किया गया है ताकि खुले आसमान के नीचे निवास कर रहे निराश्रित लोगों को उसमें ठहराया जा सके।
जबलपुर सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विस लिमिटेड के सीईओ सचिन विश्वकर्मा ने बताया कि विगत वर्ष में शीत ऋतु के दौरान आश्रय स्थल में ठहरने वाले लोगों के लिए अलाव की व्यवस्था की गई थी। वर्तमान में नगर निगम द्वारा वायु प्रदूषण को नियंत्रित रखने तथा नवाचार के रूप में समस्त आश्रय स्थलों में अलाव के स्थान पर इलेक्ट्रिक रूम हीटर की व्यवस्था सुनिश्चित की गई है जिससे आश्रय स्थल में ठहरने वाले हितग्राहियों को ठंड से राहत प्राप्त हो तथा वायु की गुणवत्ता भी नियंत्रित रहे।
बताया गया है कि निगम द्वारा शहरी बेघरों हेतु रात्रिकालीन सर्वे टीम गठित कर शहर के विभिन्न स्थानों में सर्वे कार्य भी नियमित रूप से संपादित किया जा रहा है तथा निराश्रित लोगों को आश्रय स्थलों में ठहराए जाने का कार्य किया जा रहा है।
–आईएएनएस
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