जबलपुर. स्कूल से आने के बाद कक्षा दसवीं में पढ़ने वाली छात्रा ने कमरे में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. छात्रा से मृत्यु पूर्व सुसाइड नोट भी लिखा था. जिसमें कहा गया था कि पढाई में मन नहीं लगने के कारण वह आत्महत्या कर रही है. इसलिए परिजन से माफ कर दें. मामा पक्ष के द्वारा पिता,दादी तथा दूसरी मां के द्वारा प्रताड़ित किये जाने के कारण किशोरी द्वारा आत्महत्या करने के आरोप लगाये गये है.
संजीवनी नगर थाना प्रभारी बी डी द्विवेदी से प्राप्त जानकारी के अनुसार चंदन नगर निवासी 15 वर्षीय आराध्या तिवारी शुक्रवार को स्कूल से घर लौटी थी. घर लौटने के बाद उसके कमरे में जाकर पंखे से फंदा बनाकर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. बहुत देर तक बच्ची के बाहर नहीं आने पर परिजन कमरे में गये तो देखा कि वह फांसी के फंदे पर झूल रही है. परिजन फंदे से उतारकर उसके डॉक्टर के पास ले गये. प्रारंभिक जांच के बाद डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.
घटना के संबंध में पुलिस को शाम लगभग 6 बजे सूचना प्राप्त हुई. पुलिस को एक सुसाइड लेटर भी मिला है. जिसमें लिखा है कि पढाई में मन नहीं लगने के कारण वह आत्महत्या कर रही है. इसके लिए उसे माफी कर दिया जाये. छात्रा के पिता पंडित का काम करते है. छात्रा की मॉ का निधन पूर्व में हो गया था. जिसके बाद पिता ने दूसरी शादी कर ली थी. मामा पक्ष का आरोप है कि पिता, दूसरी मॉ तथा दादी छात्रा को प्रताड़ित करते थे. पुलिस ने शनिवार को पोस्टमार्टम कराने के बाद शव को परिजनों के सुपुर्द कर लिया. पुलिस ने मर्ग कायम कर प्रकरण को विवेचना में लिया है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट प्राप्त होने पर विधि अनुसार कार्यवाही की जायेगी.