चेन्नई, 13 जनवरी (आईएएनएस)। तेलंगाना की पूर्व राज्यपाल और वरिष्ठ भाजपा नेता तमिलिसाई सुंदरराजन चेन्नई के सालिग्रामम में अपने परिवार और स्थानीय पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ पोंगल त्योहार मना रही हैं।
तमिलिसाई सुंदरराजन ने अपने घर के बाहर पोंगल पकाया और सूर्य देव को प्रार्थना की। इस दौरान पार्टी कार्यकर्ताओं ने “थाई पोंगल”, “मोदी पोंगल”, “थमराई पोंगल”, “भारत पोंगल” और “तमिलनाडु पोंगल” जैसे नारे लगाए।
वहीं डीएमके कार्यकर्ताओं को लिखे एक पत्र में मुख्यमंत्री और पार्टी अध्यक्ष एमके स्टालिन ने पोंगल त्योहार को बड़े उत्साह और जोश के साथ मनाने की अपील की है।
उन्होंने कहा, “पोंगल के उपलक्ष्य में तमिलनाडु सरकार 13 से 17 जनवरी, 2025 तक चेन्नई में एक जीवंत लोक कला महोत्सव, चेन्नई संगमम – नम्मा ऊरु महोत्सव का आयोजन कर रही है। ऐसे में डीएमके कार्यकर्ताओं को राज्य भर में कला, साहित्य और खेल प्रतियोगिताएं आयोजित करने, विजेताओं को पुरस्कार प्रदान करने और सामुदायिक भागीदारी को बढ़ावा देने का कार्यक्रम आयोजित करना चाहिए।”
दरअसल यह चार दिवसीय फसल उत्सव सूर्य देव को समर्पित है। परंपरा के अनुसार यह दिन सर्दियों के संक्रांति के अंत और सूर्य की छह महीने लंबी यात्रा की शुरुआत का प्रतीक है। त्योहार को मनाने के लिए पोंगल की मीठी डिश तैयार की जाती है और सबसे पहले देवी-देवताओं को चढ़ाई जाती है, उसके बाद कभी-कभी गायों को प्रसाद चढ़ाया जाता है और फिर परिवार के साथ साझा किया जाता है।
वहीं राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने पोंगल की देशवासियों को बधाई दी है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, “लोहड़ी, मकर संक्रांति, पोंगल और माघ बिहु के शुभ अवसर पर मैं देश और विदेश में रहने वाले सभी भारतीय लोगों को हार्दिक शुभकामनाएं देती हूं। ये पर्व हमारी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत तथा विविधता में एकता के प्रतीक हैं। भारत के विभिन्न क्षेत्रों में मनाए जाने वाले ये त्योहार प्रकृति के प्रति सम्मान को व्यक्त करते हैं।”
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने एक्स पोस्ट पर लिखा, “लोहड़ी, मकर संक्रांति, माघ बिहु और पोंगल के शुभ अवसर पर हार्दिक शुभकामनाएं। ये पर्व हमारे देश के विविध क्षेत्रों में अनोखे ढंग से मनाए जाते हैं। फसल के मौसम का सम्मान करने की हमारी सदियों पुरानी परंपरा का प्रतिनिधित्व करते हैं। पोंगल की पारंपरिक मिठास उत्सव और खुशी के क्षण लाए।”
–आईएएनएस
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