मेहसाणा, 16 जनवरी (आईएएनएस)। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने गुरुवार को गुजरात के मेहसाणा जिले के वडनगर स्थित उस स्कूल का उद्घाटन किया, जहां से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पढ़ाई की थी। ‘प्रेरणा स्कूल’ के रिनोवेशन पर स्थानीय लोगों ने खुशी जाहिर की है।
लंघनाज गांव के चंद्रकांत पटेल ने कहा, “हमें खुशी है कि प्रधानमंत्री मोदी जिस स्कूल से पढ़े थे, उसका रिनोवेशन किया गया है। वडनगर एक पिछड़ा इलाका है और यहां अधिकांश ओबीसी बस्ती है। सरकार ने आज यहां कई योजनाओं का उद्घाटन किया है, जिससे यहां पर्यटन बढ़ेगा और गांव को भी फायदा मिलेगा।”
उत्तम भाई पटेल ने कहा, “प्रधानमंत्री मोदी जिस स्कूल से पढ़े हैं, वह स्कूल अब ‘प्रेरणा स्कूल’ बन गया है। पीएम मोदी ने यहां एक से लेकर पांचवीं कक्षा तक की पढ़ाई की। हमें इस बात पर गर्व है कि वह हमारे गांव के रहने वाले हैं। वडनगर का विकास हुआ है, जिसको शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता।”
मयूर भाई पटेल ने सरकार द्वारा वडनगर में किए गए विकास कार्यों पर खुशी जाहिर की। उन्होंने कहा, “वडनगर सात बार टूटा है और सात बार बना है। म्यूजियम में इसके इतिहास के बारे में भी बताया गया है। यहां शर्मिष्ठा तालाब है और मशहूर जुड़वां बहनें ताना और रीरी भी यहीं से थीं। प्रधानमंत्री मोदी ने वडनगर का अद्भुत विकास किया है। अब वडनगर इतिहास के पन्नों में अंकित हो गया है।”
विरल पटेल ने कहा, “प्रधानमंत्री मोदी का स्कूल अब प्रेरणा स्कूल बन गया है। यहां देश भर के छात्र आएंगे और उनको यहां प्रेरणा मिलेगी। प्रधानमंत्री ने इस स्कूल में कक्षा एक से पांचवीं तक पढ़ाई की है। हमें गर्व है कि आज वडनगर को बड़ी सौगात मिली है।”
शीतल मोदी ने वडनगर को मिली सौगात पर खुशी जाहिर की। उन्होंने कहा, “हमें खुशी है कि वडनगर में आज कई परियोजनाओं का उद्घाटन किया गया। वडनगर ऐतिहासिक रूप से भी महत्वपूर्ण शहर है। यहां एक संग्रहालय बनाया गया है, जो अब वडनगर की नई पहचान बनेगा।”
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कार्यक्रम से जुड़ी कुछ तस्वीरें अपने एक्स अकाउंट पर पोस्ट करते हुए लिखा, “वडनगर, गुजरात में प्रेरणा संकुल परिसर का उद्घाटन कर छात्रों और शिक्षकों के साथ संवाद किया। साल 1888 में स्थापित इस ऐतिहासिक विद्यालय में ही पीएम मोदी ने अपनी शैक्षणिक यात्रा शुरू की। एएसआई द्वारा इस परिसर का पुनरुत्थान किए जाने से अब यहां छात्रों को आधुनिक सुविधाओं और नई तकनीकों के प्रयोग से शिक्षा प्रदान की जाएगी।”
–आईएएनएस
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