नई दिल्ली, 16 जनवरी (आईएएनएस)। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में चुनावी बिगुल बज चुका है। पिछले चुनाव में जिन आठ सीटों पर भाजपा जीती थी उनमें से रोहतास नगर भी एक है। खास बात यह है कि साल 2009 में हुए उपचुनाव के बाद से कोई भी पार्टी यहां लगातार नहीं जीती है। अब देखना यह है कि यहां की जनता मौजूदा विधायक को जितेंद्र महाजन को एक बार फिर चुनते हैं या परिवर्तन के लिए वोट करते हैं।
रोहतास नगर से भाजपा ने मौजूदा विधायक जितेंद्र महाजन को मैदान में उतारा है। वहीं कांग्रेस ने सुरेश वाटी चौधरी को टिकट दिया है। वहीं आम आदमी पार्टी ने पूर्व विधायक और पिछले चुनाव में दूसरे नंबर पर रही सरिता सिंह को एक बार फिर मौका दिया है।
साल 2020 के चुनाव में भाजपा के जितेंद्र महाजन ने सरिता सिंह को 13 हजार से अधिक वोटों से हराया था। जितेंद्र महाजन के खाते में 73,873 वोट आए जबकि सरिता सिंह को 60,632 वोट मिले थे। कांग्रेस के प्रत्याशी और पूर्व विधायक विपिन शर्मा को महज 5,572 वोट मिले थे। इस सीट पर 67.83 फीसदी वोटिंग हुई थी।
यह विधानसभा क्षेत्र साल 1993 में अस्तित्व में आया। पहले चुनाव में इस सीट पर भाजपा ने जीत का परचम लहराया था, तब आलोक वर्मा यहां से विधायक चुने गए थे। इसके बाद 1998 में कांग्रेस ने यह सीट भाजपा से छीन ली थी।
उधर, 2003 के विधानसभा चुनाव में भी कांग्रेस ने यहां पर जीत का परचम लहराया था। इसके बाद 2008 के चुनाव में कांग्रेस ने फिर यहां से जीत दर्ज की। यही नहीं, 2009 में यहां उपचुनाव भी हुआ था, जिसमें कांग्रेस के विपिन वर्मा ने जीत हासिल की थी। इसके बाद 2013 के चुनाव में भाजपा ने जीत दर्ज की। इस चुनाव में भाजपा के जितेंद्र कुमार ने आप के मुकेश हुड्डा को 14,943 मतों के अंतर से हरा दिया।
साल 2015 के विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी ने यहां पहली बार जीत का परचम लहराया था। सरिता सिंह ने भाजपा के जितेंद्र महाजन को 7,874 मतों के अंतर से हराया था।
सरिता सिंह और जितेंद्र महाजन तीसरी बार आमने-सामने हैं। दोनों एक-एक बार जीत चुके हैं। अब देखना दिलचस्प होगा कि तीसरे मुकाबले में ऊंट किस करवट बैठता है।
बता दें कि दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान है और नतीजों की घोषणा 8 फरवरी को होगी।
–आईएएनएस
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