सोल, 22 जनवरी (आईएएनएस)। साउथ कोरिया के कार्यवाहक राष्ट्रपति चोई सांग-मोक ने बुधवार को कहा कि राष्ट्रपति यूं सूक येओल के महाभियोग के बाद बढ़े तनाव के बीच सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए संवैधानिक न्यायालय सहित अन्य अदालतों में 24 घंटे पुलिस अधिकारी तैनात रहेंगे।
समाचार एजेंसी योनहाप की रिपोर्ट के अनुसार, यह घोषणा ऐसे समय में की गई है, जब महाभियोग का सामना कर रहे राष्ट्रपति के समर्थकों ने रविवार को सोल पश्चिमी जिला न्यायालय पर धावा बोल दिया। उन्होंने खिड़कियों को तोड़ कर और परिसर में घुसकर यून को तीन दिसंबर को मार्शल लॉ की घोषणा के लिए गिरफ्तार करने के न्यायालय के फैसले का विरोध किया।
चोई ने मंत्रियों के साथ बैठक के दौरान कहा, “सरकार सोल पश्चिमी जिला न्यायालय में हुई हिंसक घटनाओं पर गहरा खेद व्यक्त करती है।” उन्होंने ऐसी घटनाओं की दोहराने से रोकने का संकल्प भी लिया।
चोई ने कहा कि सुरक्षा उपायों को मजबूत करने के लिए संवैधानिक न्यायालय और अन्य अदालतों सहित प्रमुख राष्ट्रीय संस्थानों में चौबीसों घंटे पुलिस टास्क फोर्स तैनात की जाएंगी।
मंगलवार को भारी पुलिस बल की मौजूदगी में संवैधानिक न्यायालय के पास यून के हजारों समर्थक एकत्र हुए, क्योंकि हिरासत में लिए गए राष्ट्रपति पहली बार उन पर लगाए गए महाभियोग की सुनवाई के लिए पेश हुए। यून के हर सप्ताह न्यायालय की सुनवाई में उपस्थित होने की उम्मीद है।
चोई ने आगे कहा कि सरकार पुलिस पर हमले और सभाओं और प्रदर्शनों के दौरान तोड़फोड़ जैसी किसी भी कार्रवाई के खिलाफ कठोर कार्रवाई करेगी।
इससे पहले दिन में, विपक्ष के नेतृत्व वाली संसदीय समिति ने महाभियोग लगाए गए राष्ट्रपति यूं सुक येओल और यूं के वैवाहिक कानून घोषणा में शामिल छह अन्य लोगों को गवाह के रूप में नेशनल असेंबली में पेश होने के आदेश जारी किए।
यून के विद्रोह के आरोपों की जांच कर रही विशेष समिति ने यह आदेश तब जारी किया जब यून, पूर्व रक्षा मंत्री किम योंग-ह्यून और पांच अन्य सैन्य अधिकारी पहली सुनवाई में गवाह के तौर पर अपनाए जाने के बावजूद पेश नहीं हुए। आदेश में उन्हें दोपहर 2 बजे तक पेश होने को कहा गया।
यून, जो 3 दिसंबर को अपने अल्पकालिक मार्शल लॉ घोषणा पर विद्रोह और सत्ता के दुरुपयोग के आरोपों का सामना कर रहे हैं। उनको रविवार से सोल के दक्षिण में उइवांग में सियोल डिटेंशन सेंटर में हिरासत में रखा गया है।
–आईएएनएस
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