नई दिल्ली, 2 मार्च (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को कहा कि यूक्रेन संकट को बातचीत और कूटनीति से ही सुलझाया जा सकता है।
इटली की प्रधानमंत्री जियोर्जिया मेलोनी के साथ द्विपक्षीय वार्ता के बाद एक संयुक्त बयान में मोदी ने कहा, भारत ने शुरू से ही स्पष्ट कर दिया है कि यूक्रेन विवाद को बातचीत और कूटनीति के जरिए सुलझाया जा सकता है।
अपनी ओर से, मेलोनी ने आशा व्यक्त की कि जी20 अध्यक्ष होने के कारण भारत यूक्रेन युद्ध पर बातचीत शुरू करने में केंद्रीय भूमिका निभा सकता है।
अपनी पहली भारत यात्रा पर आई मेलोनी ने कहा, बहुपक्षीय समुदाय को एक साथ रखना महत्वपूर्ण है और हमें उम्मीद है कि इंडियन प्रेसिडेंसी इसे और भी अधिक कर सकते हैं।
प्रधानमंत्री मोदी जानते हैं कि वह जी20 शिखर सम्मेलन के लिए हमारे सहयोग पर भरोसा कर सकते हैं। मेरा मानना है कि हम एक साथ बहुत कुछ कर सकते हैं।
दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों पर बोलते हुए मोदी ने हिंद-प्रशांत क्षेत्र में इटली की सक्रिय भागीदारी का स्वागत किया।
मोदी ने कहा, यह खुशी की बात है कि इटली ने हिंद-प्रशांत महासागर पहल में शामिल होने का फैसला किया है।
मेलोनी ने संयुक्त बयान में कहा, हम इस संबंध को और बढ़ाना चाहते हैं और यही कारण है कि हमने अपनी साझेदारी को रणनीतिक साझेदारी में बदलने का फैसला किया है क्योंकि हमारे बीच बहुत ठोस संबंध हैं।
मोदी ने कहा कि देश भारत और इटली के बीच एक स्टार्ट अप ब्रिज स्थापित करेंगे।
उन्होंने बताया, हम इसका स्वागत करते हैं। एक और क्षेत्र है जिसमें दोनों देश एक नया अध्याय शुरू कर रहे हैं, वह रक्षा सहयोग है।
भारत में रक्षा निर्माण क्षेत्र में सह-उत्पादन और सह-विकास के अवसर पैदा हो रहे हैं जो दोनों देशों के लिए फायदेमंद हो सकते हैं। हमने नियमित संयुक्त अभ्यास और प्रशिक्षण पाठ्यक्रम आयोजित करने का भी फैसला किया है।
आतंकवाद और अलगाववाद के खिलाफ लड़ाई में, भारत और इटली कंधे से कंधा मिलाकर चल रहे हैं। हमने इस सहयोग को और मजबूत करने के लिए विस्तार से चर्चा की है।
मोदी ने कहा, इस साल भारत और इटली द्विपक्षीय संबंधों की 75वीं वर्षगांठ मना रहे हैं। भारत अक्षय ऊर्जा, हाइड्रोजन, आईटी, टेलीकॉम, सेमीकंडक्टर और अंतरिक्ष के क्षेत्र में इटली के साथ अपने संबंधों को और मजबूत करेगा।
इससे पहले मोदी ने मेलोनी का स्वागत करते हुए कहा कि इटली के लोगों ने उन्हें वोट दिया और वह इटली की पहली महिला और सबसे कम उम्र की प्रधानमंत्री बनीं।
उन्होंने कहा, मैं भारतीयों की ओर से उन्हें इस ऐतिहासिक उपलब्धि के लिए बधाई देता हूं।
–आईएएनएस
एसकेके/एसकेपी
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नई दिल्ली, 2 मार्च (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को कहा कि यूक्रेन संकट को बातचीत और कूटनीति से ही सुलझाया जा सकता है।
इटली की प्रधानमंत्री जियोर्जिया मेलोनी के साथ द्विपक्षीय वार्ता के बाद एक संयुक्त बयान में मोदी ने कहा, भारत ने शुरू से ही स्पष्ट कर दिया है कि यूक्रेन विवाद को बातचीत और कूटनीति के जरिए सुलझाया जा सकता है।
अपनी ओर से, मेलोनी ने आशा व्यक्त की कि जी20 अध्यक्ष होने के कारण भारत यूक्रेन युद्ध पर बातचीत शुरू करने में केंद्रीय भूमिका निभा सकता है।
अपनी पहली भारत यात्रा पर आई मेलोनी ने कहा, बहुपक्षीय समुदाय को एक साथ रखना महत्वपूर्ण है और हमें उम्मीद है कि इंडियन प्रेसिडेंसी इसे और भी अधिक कर सकते हैं।
प्रधानमंत्री मोदी जानते हैं कि वह जी20 शिखर सम्मेलन के लिए हमारे सहयोग पर भरोसा कर सकते हैं। मेरा मानना है कि हम एक साथ बहुत कुछ कर सकते हैं।
दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों पर बोलते हुए मोदी ने हिंद-प्रशांत क्षेत्र में इटली की सक्रिय भागीदारी का स्वागत किया।
मोदी ने कहा, यह खुशी की बात है कि इटली ने हिंद-प्रशांत महासागर पहल में शामिल होने का फैसला किया है।
मेलोनी ने संयुक्त बयान में कहा, हम इस संबंध को और बढ़ाना चाहते हैं और यही कारण है कि हमने अपनी साझेदारी को रणनीतिक साझेदारी में बदलने का फैसला किया है क्योंकि हमारे बीच बहुत ठोस संबंध हैं।
मोदी ने कहा कि देश भारत और इटली के बीच एक स्टार्ट अप ब्रिज स्थापित करेंगे।
उन्होंने बताया, हम इसका स्वागत करते हैं। एक और क्षेत्र है जिसमें दोनों देश एक नया अध्याय शुरू कर रहे हैं, वह रक्षा सहयोग है।
भारत में रक्षा निर्माण क्षेत्र में सह-उत्पादन और सह-विकास के अवसर पैदा हो रहे हैं जो दोनों देशों के लिए फायदेमंद हो सकते हैं। हमने नियमित संयुक्त अभ्यास और प्रशिक्षण पाठ्यक्रम आयोजित करने का भी फैसला किया है।
आतंकवाद और अलगाववाद के खिलाफ लड़ाई में, भारत और इटली कंधे से कंधा मिलाकर चल रहे हैं। हमने इस सहयोग को और मजबूत करने के लिए विस्तार से चर्चा की है।
मोदी ने कहा, इस साल भारत और इटली द्विपक्षीय संबंधों की 75वीं वर्षगांठ मना रहे हैं। भारत अक्षय ऊर्जा, हाइड्रोजन, आईटी, टेलीकॉम, सेमीकंडक्टर और अंतरिक्ष के क्षेत्र में इटली के साथ अपने संबंधों को और मजबूत करेगा।
इससे पहले मोदी ने मेलोनी का स्वागत करते हुए कहा कि इटली के लोगों ने उन्हें वोट दिया और वह इटली की पहली महिला और सबसे कम उम्र की प्रधानमंत्री बनीं।
उन्होंने कहा, मैं भारतीयों की ओर से उन्हें इस ऐतिहासिक उपलब्धि के लिए बधाई देता हूं।
–आईएएनएस
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नई दिल्ली, 2 मार्च (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को कहा कि यूक्रेन संकट को बातचीत और कूटनीति से ही सुलझाया जा सकता है।
इटली की प्रधानमंत्री जियोर्जिया मेलोनी के साथ द्विपक्षीय वार्ता के बाद एक संयुक्त बयान में मोदी ने कहा, भारत ने शुरू से ही स्पष्ट कर दिया है कि यूक्रेन विवाद को बातचीत और कूटनीति के जरिए सुलझाया जा सकता है।
अपनी ओर से, मेलोनी ने आशा व्यक्त की कि जी20 अध्यक्ष होने के कारण भारत यूक्रेन युद्ध पर बातचीत शुरू करने में केंद्रीय भूमिका निभा सकता है।
अपनी पहली भारत यात्रा पर आई मेलोनी ने कहा, बहुपक्षीय समुदाय को एक साथ रखना महत्वपूर्ण है और हमें उम्मीद है कि इंडियन प्रेसिडेंसी इसे और भी अधिक कर सकते हैं।
प्रधानमंत्री मोदी जानते हैं कि वह जी20 शिखर सम्मेलन के लिए हमारे सहयोग पर भरोसा कर सकते हैं। मेरा मानना है कि हम एक साथ बहुत कुछ कर सकते हैं।
दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों पर बोलते हुए मोदी ने हिंद-प्रशांत क्षेत्र में इटली की सक्रिय भागीदारी का स्वागत किया।
मोदी ने कहा, यह खुशी की बात है कि इटली ने हिंद-प्रशांत महासागर पहल में शामिल होने का फैसला किया है।
मेलोनी ने संयुक्त बयान में कहा, हम इस संबंध को और बढ़ाना चाहते हैं और यही कारण है कि हमने अपनी साझेदारी को रणनीतिक साझेदारी में बदलने का फैसला किया है क्योंकि हमारे बीच बहुत ठोस संबंध हैं।
मोदी ने कहा कि देश भारत और इटली के बीच एक स्टार्ट अप ब्रिज स्थापित करेंगे।
उन्होंने बताया, हम इसका स्वागत करते हैं। एक और क्षेत्र है जिसमें दोनों देश एक नया अध्याय शुरू कर रहे हैं, वह रक्षा सहयोग है।
भारत में रक्षा निर्माण क्षेत्र में सह-उत्पादन और सह-विकास के अवसर पैदा हो रहे हैं जो दोनों देशों के लिए फायदेमंद हो सकते हैं। हमने नियमित संयुक्त अभ्यास और प्रशिक्षण पाठ्यक्रम आयोजित करने का भी फैसला किया है।
आतंकवाद और अलगाववाद के खिलाफ लड़ाई में, भारत और इटली कंधे से कंधा मिलाकर चल रहे हैं। हमने इस सहयोग को और मजबूत करने के लिए विस्तार से चर्चा की है।
मोदी ने कहा, इस साल भारत और इटली द्विपक्षीय संबंधों की 75वीं वर्षगांठ मना रहे हैं। भारत अक्षय ऊर्जा, हाइड्रोजन, आईटी, टेलीकॉम, सेमीकंडक्टर और अंतरिक्ष के क्षेत्र में इटली के साथ अपने संबंधों को और मजबूत करेगा।
इससे पहले मोदी ने मेलोनी का स्वागत करते हुए कहा कि इटली के लोगों ने उन्हें वोट दिया और वह इटली की पहली महिला और सबसे कम उम्र की प्रधानमंत्री बनीं।
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नई दिल्ली, 2 मार्च (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को कहा कि यूक्रेन संकट को बातचीत और कूटनीति से ही सुलझाया जा सकता है।
इटली की प्रधानमंत्री जियोर्जिया मेलोनी के साथ द्विपक्षीय वार्ता के बाद एक संयुक्त बयान में मोदी ने कहा, भारत ने शुरू से ही स्पष्ट कर दिया है कि यूक्रेन विवाद को बातचीत और कूटनीति के जरिए सुलझाया जा सकता है।
अपनी ओर से, मेलोनी ने आशा व्यक्त की कि जी20 अध्यक्ष होने के कारण भारत यूक्रेन युद्ध पर बातचीत शुरू करने में केंद्रीय भूमिका निभा सकता है।
अपनी पहली भारत यात्रा पर आई मेलोनी ने कहा, बहुपक्षीय समुदाय को एक साथ रखना महत्वपूर्ण है और हमें उम्मीद है कि इंडियन प्रेसिडेंसी इसे और भी अधिक कर सकते हैं।
प्रधानमंत्री मोदी जानते हैं कि वह जी20 शिखर सम्मेलन के लिए हमारे सहयोग पर भरोसा कर सकते हैं। मेरा मानना है कि हम एक साथ बहुत कुछ कर सकते हैं।
दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों पर बोलते हुए मोदी ने हिंद-प्रशांत क्षेत्र में इटली की सक्रिय भागीदारी का स्वागत किया।
मोदी ने कहा, यह खुशी की बात है कि इटली ने हिंद-प्रशांत महासागर पहल में शामिल होने का फैसला किया है।
मेलोनी ने संयुक्त बयान में कहा, हम इस संबंध को और बढ़ाना चाहते हैं और यही कारण है कि हमने अपनी साझेदारी को रणनीतिक साझेदारी में बदलने का फैसला किया है क्योंकि हमारे बीच बहुत ठोस संबंध हैं।
मोदी ने कहा कि देश भारत और इटली के बीच एक स्टार्ट अप ब्रिज स्थापित करेंगे।
उन्होंने बताया, हम इसका स्वागत करते हैं। एक और क्षेत्र है जिसमें दोनों देश एक नया अध्याय शुरू कर रहे हैं, वह रक्षा सहयोग है।
भारत में रक्षा निर्माण क्षेत्र में सह-उत्पादन और सह-विकास के अवसर पैदा हो रहे हैं जो दोनों देशों के लिए फायदेमंद हो सकते हैं। हमने नियमित संयुक्त अभ्यास और प्रशिक्षण पाठ्यक्रम आयोजित करने का भी फैसला किया है।
आतंकवाद और अलगाववाद के खिलाफ लड़ाई में, भारत और इटली कंधे से कंधा मिलाकर चल रहे हैं। हमने इस सहयोग को और मजबूत करने के लिए विस्तार से चर्चा की है।
मोदी ने कहा, इस साल भारत और इटली द्विपक्षीय संबंधों की 75वीं वर्षगांठ मना रहे हैं। भारत अक्षय ऊर्जा, हाइड्रोजन, आईटी, टेलीकॉम, सेमीकंडक्टर और अंतरिक्ष के क्षेत्र में इटली के साथ अपने संबंधों को और मजबूत करेगा।
इससे पहले मोदी ने मेलोनी का स्वागत करते हुए कहा कि इटली के लोगों ने उन्हें वोट दिया और वह इटली की पहली महिला और सबसे कम उम्र की प्रधानमंत्री बनीं।
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नई दिल्ली, 2 मार्च (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को कहा कि यूक्रेन संकट को बातचीत और कूटनीति से ही सुलझाया जा सकता है।
इटली की प्रधानमंत्री जियोर्जिया मेलोनी के साथ द्विपक्षीय वार्ता के बाद एक संयुक्त बयान में मोदी ने कहा, भारत ने शुरू से ही स्पष्ट कर दिया है कि यूक्रेन विवाद को बातचीत और कूटनीति के जरिए सुलझाया जा सकता है।
अपनी ओर से, मेलोनी ने आशा व्यक्त की कि जी20 अध्यक्ष होने के कारण भारत यूक्रेन युद्ध पर बातचीत शुरू करने में केंद्रीय भूमिका निभा सकता है।
अपनी पहली भारत यात्रा पर आई मेलोनी ने कहा, बहुपक्षीय समुदाय को एक साथ रखना महत्वपूर्ण है और हमें उम्मीद है कि इंडियन प्रेसिडेंसी इसे और भी अधिक कर सकते हैं।
प्रधानमंत्री मोदी जानते हैं कि वह जी20 शिखर सम्मेलन के लिए हमारे सहयोग पर भरोसा कर सकते हैं। मेरा मानना है कि हम एक साथ बहुत कुछ कर सकते हैं।
दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों पर बोलते हुए मोदी ने हिंद-प्रशांत क्षेत्र में इटली की सक्रिय भागीदारी का स्वागत किया।
मोदी ने कहा, यह खुशी की बात है कि इटली ने हिंद-प्रशांत महासागर पहल में शामिल होने का फैसला किया है।
मेलोनी ने संयुक्त बयान में कहा, हम इस संबंध को और बढ़ाना चाहते हैं और यही कारण है कि हमने अपनी साझेदारी को रणनीतिक साझेदारी में बदलने का फैसला किया है क्योंकि हमारे बीच बहुत ठोस संबंध हैं।
मोदी ने कहा कि देश भारत और इटली के बीच एक स्टार्ट अप ब्रिज स्थापित करेंगे।
उन्होंने बताया, हम इसका स्वागत करते हैं। एक और क्षेत्र है जिसमें दोनों देश एक नया अध्याय शुरू कर रहे हैं, वह रक्षा सहयोग है।
भारत में रक्षा निर्माण क्षेत्र में सह-उत्पादन और सह-विकास के अवसर पैदा हो रहे हैं जो दोनों देशों के लिए फायदेमंद हो सकते हैं। हमने नियमित संयुक्त अभ्यास और प्रशिक्षण पाठ्यक्रम आयोजित करने का भी फैसला किया है।
आतंकवाद और अलगाववाद के खिलाफ लड़ाई में, भारत और इटली कंधे से कंधा मिलाकर चल रहे हैं। हमने इस सहयोग को और मजबूत करने के लिए विस्तार से चर्चा की है।
मोदी ने कहा, इस साल भारत और इटली द्विपक्षीय संबंधों की 75वीं वर्षगांठ मना रहे हैं। भारत अक्षय ऊर्जा, हाइड्रोजन, आईटी, टेलीकॉम, सेमीकंडक्टर और अंतरिक्ष के क्षेत्र में इटली के साथ अपने संबंधों को और मजबूत करेगा।
इससे पहले मोदी ने मेलोनी का स्वागत करते हुए कहा कि इटली के लोगों ने उन्हें वोट दिया और वह इटली की पहली महिला और सबसे कम उम्र की प्रधानमंत्री बनीं।
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नई दिल्ली, 2 मार्च (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को कहा कि यूक्रेन संकट को बातचीत और कूटनीति से ही सुलझाया जा सकता है।
इटली की प्रधानमंत्री जियोर्जिया मेलोनी के साथ द्विपक्षीय वार्ता के बाद एक संयुक्त बयान में मोदी ने कहा, भारत ने शुरू से ही स्पष्ट कर दिया है कि यूक्रेन विवाद को बातचीत और कूटनीति के जरिए सुलझाया जा सकता है।
अपनी ओर से, मेलोनी ने आशा व्यक्त की कि जी20 अध्यक्ष होने के कारण भारत यूक्रेन युद्ध पर बातचीत शुरू करने में केंद्रीय भूमिका निभा सकता है।
अपनी पहली भारत यात्रा पर आई मेलोनी ने कहा, बहुपक्षीय समुदाय को एक साथ रखना महत्वपूर्ण है और हमें उम्मीद है कि इंडियन प्रेसिडेंसी इसे और भी अधिक कर सकते हैं।
प्रधानमंत्री मोदी जानते हैं कि वह जी20 शिखर सम्मेलन के लिए हमारे सहयोग पर भरोसा कर सकते हैं। मेरा मानना है कि हम एक साथ बहुत कुछ कर सकते हैं।
दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों पर बोलते हुए मोदी ने हिंद-प्रशांत क्षेत्र में इटली की सक्रिय भागीदारी का स्वागत किया।
मोदी ने कहा, यह खुशी की बात है कि इटली ने हिंद-प्रशांत महासागर पहल में शामिल होने का फैसला किया है।
मेलोनी ने संयुक्त बयान में कहा, हम इस संबंध को और बढ़ाना चाहते हैं और यही कारण है कि हमने अपनी साझेदारी को रणनीतिक साझेदारी में बदलने का फैसला किया है क्योंकि हमारे बीच बहुत ठोस संबंध हैं।
मोदी ने कहा कि देश भारत और इटली के बीच एक स्टार्ट अप ब्रिज स्थापित करेंगे।
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भारत में रक्षा निर्माण क्षेत्र में सह-उत्पादन और सह-विकास के अवसर पैदा हो रहे हैं जो दोनों देशों के लिए फायदेमंद हो सकते हैं। हमने नियमित संयुक्त अभ्यास और प्रशिक्षण पाठ्यक्रम आयोजित करने का भी फैसला किया है।
आतंकवाद और अलगाववाद के खिलाफ लड़ाई में, भारत और इटली कंधे से कंधा मिलाकर चल रहे हैं। हमने इस सहयोग को और मजबूत करने के लिए विस्तार से चर्चा की है।
मोदी ने कहा, इस साल भारत और इटली द्विपक्षीय संबंधों की 75वीं वर्षगांठ मना रहे हैं। भारत अक्षय ऊर्जा, हाइड्रोजन, आईटी, टेलीकॉम, सेमीकंडक्टर और अंतरिक्ष के क्षेत्र में इटली के साथ अपने संबंधों को और मजबूत करेगा।
इससे पहले मोदी ने मेलोनी का स्वागत करते हुए कहा कि इटली के लोगों ने उन्हें वोट दिया और वह इटली की पहली महिला और सबसे कम उम्र की प्रधानमंत्री बनीं।
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नई दिल्ली, 2 मार्च (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को कहा कि यूक्रेन संकट को बातचीत और कूटनीति से ही सुलझाया जा सकता है।
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अपनी ओर से, मेलोनी ने आशा व्यक्त की कि जी20 अध्यक्ष होने के कारण भारत यूक्रेन युद्ध पर बातचीत शुरू करने में केंद्रीय भूमिका निभा सकता है।
अपनी पहली भारत यात्रा पर आई मेलोनी ने कहा, बहुपक्षीय समुदाय को एक साथ रखना महत्वपूर्ण है और हमें उम्मीद है कि इंडियन प्रेसिडेंसी इसे और भी अधिक कर सकते हैं।
प्रधानमंत्री मोदी जानते हैं कि वह जी20 शिखर सम्मेलन के लिए हमारे सहयोग पर भरोसा कर सकते हैं। मेरा मानना है कि हम एक साथ बहुत कुछ कर सकते हैं।
दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों पर बोलते हुए मोदी ने हिंद-प्रशांत क्षेत्र में इटली की सक्रिय भागीदारी का स्वागत किया।
मोदी ने कहा, यह खुशी की बात है कि इटली ने हिंद-प्रशांत महासागर पहल में शामिल होने का फैसला किया है।
मेलोनी ने संयुक्त बयान में कहा, हम इस संबंध को और बढ़ाना चाहते हैं और यही कारण है कि हमने अपनी साझेदारी को रणनीतिक साझेदारी में बदलने का फैसला किया है क्योंकि हमारे बीच बहुत ठोस संबंध हैं।
मोदी ने कहा कि देश भारत और इटली के बीच एक स्टार्ट अप ब्रिज स्थापित करेंगे।
उन्होंने बताया, हम इसका स्वागत करते हैं। एक और क्षेत्र है जिसमें दोनों देश एक नया अध्याय शुरू कर रहे हैं, वह रक्षा सहयोग है।
भारत में रक्षा निर्माण क्षेत्र में सह-उत्पादन और सह-विकास के अवसर पैदा हो रहे हैं जो दोनों देशों के लिए फायदेमंद हो सकते हैं। हमने नियमित संयुक्त अभ्यास और प्रशिक्षण पाठ्यक्रम आयोजित करने का भी फैसला किया है।
आतंकवाद और अलगाववाद के खिलाफ लड़ाई में, भारत और इटली कंधे से कंधा मिलाकर चल रहे हैं। हमने इस सहयोग को और मजबूत करने के लिए विस्तार से चर्चा की है।
मोदी ने कहा, इस साल भारत और इटली द्विपक्षीय संबंधों की 75वीं वर्षगांठ मना रहे हैं। भारत अक्षय ऊर्जा, हाइड्रोजन, आईटी, टेलीकॉम, सेमीकंडक्टर और अंतरिक्ष के क्षेत्र में इटली के साथ अपने संबंधों को और मजबूत करेगा।
इससे पहले मोदी ने मेलोनी का स्वागत करते हुए कहा कि इटली के लोगों ने उन्हें वोट दिया और वह इटली की पहली महिला और सबसे कम उम्र की प्रधानमंत्री बनीं।
उन्होंने कहा, मैं भारतीयों की ओर से उन्हें इस ऐतिहासिक उपलब्धि के लिए बधाई देता हूं।
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नई दिल्ली, 2 मार्च (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को कहा कि यूक्रेन संकट को बातचीत और कूटनीति से ही सुलझाया जा सकता है।
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अपनी ओर से, मेलोनी ने आशा व्यक्त की कि जी20 अध्यक्ष होने के कारण भारत यूक्रेन युद्ध पर बातचीत शुरू करने में केंद्रीय भूमिका निभा सकता है।
अपनी पहली भारत यात्रा पर आई मेलोनी ने कहा, बहुपक्षीय समुदाय को एक साथ रखना महत्वपूर्ण है और हमें उम्मीद है कि इंडियन प्रेसिडेंसी इसे और भी अधिक कर सकते हैं।
प्रधानमंत्री मोदी जानते हैं कि वह जी20 शिखर सम्मेलन के लिए हमारे सहयोग पर भरोसा कर सकते हैं। मेरा मानना है कि हम एक साथ बहुत कुछ कर सकते हैं।
दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों पर बोलते हुए मोदी ने हिंद-प्रशांत क्षेत्र में इटली की सक्रिय भागीदारी का स्वागत किया।
मोदी ने कहा, यह खुशी की बात है कि इटली ने हिंद-प्रशांत महासागर पहल में शामिल होने का फैसला किया है।
मेलोनी ने संयुक्त बयान में कहा, हम इस संबंध को और बढ़ाना चाहते हैं और यही कारण है कि हमने अपनी साझेदारी को रणनीतिक साझेदारी में बदलने का फैसला किया है क्योंकि हमारे बीच बहुत ठोस संबंध हैं।
मोदी ने कहा कि देश भारत और इटली के बीच एक स्टार्ट अप ब्रिज स्थापित करेंगे।
उन्होंने बताया, हम इसका स्वागत करते हैं। एक और क्षेत्र है जिसमें दोनों देश एक नया अध्याय शुरू कर रहे हैं, वह रक्षा सहयोग है।
भारत में रक्षा निर्माण क्षेत्र में सह-उत्पादन और सह-विकास के अवसर पैदा हो रहे हैं जो दोनों देशों के लिए फायदेमंद हो सकते हैं। हमने नियमित संयुक्त अभ्यास और प्रशिक्षण पाठ्यक्रम आयोजित करने का भी फैसला किया है।
आतंकवाद और अलगाववाद के खिलाफ लड़ाई में, भारत और इटली कंधे से कंधा मिलाकर चल रहे हैं। हमने इस सहयोग को और मजबूत करने के लिए विस्तार से चर्चा की है।
मोदी ने कहा, इस साल भारत और इटली द्विपक्षीय संबंधों की 75वीं वर्षगांठ मना रहे हैं। भारत अक्षय ऊर्जा, हाइड्रोजन, आईटी, टेलीकॉम, सेमीकंडक्टर और अंतरिक्ष के क्षेत्र में इटली के साथ अपने संबंधों को और मजबूत करेगा।
इससे पहले मोदी ने मेलोनी का स्वागत करते हुए कहा कि इटली के लोगों ने उन्हें वोट दिया और वह इटली की पहली महिला और सबसे कम उम्र की प्रधानमंत्री बनीं।
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नई दिल्ली, 2 मार्च (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को कहा कि यूक्रेन संकट को बातचीत और कूटनीति से ही सुलझाया जा सकता है।
इटली की प्रधानमंत्री जियोर्जिया मेलोनी के साथ द्विपक्षीय वार्ता के बाद एक संयुक्त बयान में मोदी ने कहा, भारत ने शुरू से ही स्पष्ट कर दिया है कि यूक्रेन विवाद को बातचीत और कूटनीति के जरिए सुलझाया जा सकता है।
अपनी ओर से, मेलोनी ने आशा व्यक्त की कि जी20 अध्यक्ष होने के कारण भारत यूक्रेन युद्ध पर बातचीत शुरू करने में केंद्रीय भूमिका निभा सकता है।
अपनी पहली भारत यात्रा पर आई मेलोनी ने कहा, बहुपक्षीय समुदाय को एक साथ रखना महत्वपूर्ण है और हमें उम्मीद है कि इंडियन प्रेसिडेंसी इसे और भी अधिक कर सकते हैं।
प्रधानमंत्री मोदी जानते हैं कि वह जी20 शिखर सम्मेलन के लिए हमारे सहयोग पर भरोसा कर सकते हैं। मेरा मानना है कि हम एक साथ बहुत कुछ कर सकते हैं।
दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों पर बोलते हुए मोदी ने हिंद-प्रशांत क्षेत्र में इटली की सक्रिय भागीदारी का स्वागत किया।
मोदी ने कहा, यह खुशी की बात है कि इटली ने हिंद-प्रशांत महासागर पहल में शामिल होने का फैसला किया है।
मेलोनी ने संयुक्त बयान में कहा, हम इस संबंध को और बढ़ाना चाहते हैं और यही कारण है कि हमने अपनी साझेदारी को रणनीतिक साझेदारी में बदलने का फैसला किया है क्योंकि हमारे बीच बहुत ठोस संबंध हैं।
मोदी ने कहा कि देश भारत और इटली के बीच एक स्टार्ट अप ब्रिज स्थापित करेंगे।
उन्होंने बताया, हम इसका स्वागत करते हैं। एक और क्षेत्र है जिसमें दोनों देश एक नया अध्याय शुरू कर रहे हैं, वह रक्षा सहयोग है।
भारत में रक्षा निर्माण क्षेत्र में सह-उत्पादन और सह-विकास के अवसर पैदा हो रहे हैं जो दोनों देशों के लिए फायदेमंद हो सकते हैं। हमने नियमित संयुक्त अभ्यास और प्रशिक्षण पाठ्यक्रम आयोजित करने का भी फैसला किया है।
आतंकवाद और अलगाववाद के खिलाफ लड़ाई में, भारत और इटली कंधे से कंधा मिलाकर चल रहे हैं। हमने इस सहयोग को और मजबूत करने के लिए विस्तार से चर्चा की है।
मोदी ने कहा, इस साल भारत और इटली द्विपक्षीय संबंधों की 75वीं वर्षगांठ मना रहे हैं। भारत अक्षय ऊर्जा, हाइड्रोजन, आईटी, टेलीकॉम, सेमीकंडक्टर और अंतरिक्ष के क्षेत्र में इटली के साथ अपने संबंधों को और मजबूत करेगा।
इससे पहले मोदी ने मेलोनी का स्वागत करते हुए कहा कि इटली के लोगों ने उन्हें वोट दिया और वह इटली की पहली महिला और सबसे कम उम्र की प्रधानमंत्री बनीं।
उन्होंने कहा, मैं भारतीयों की ओर से उन्हें इस ऐतिहासिक उपलब्धि के लिए बधाई देता हूं।
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इटली की प्रधानमंत्री जियोर्जिया मेलोनी के साथ द्विपक्षीय वार्ता के बाद एक संयुक्त बयान में मोदी ने कहा, भारत ने शुरू से ही स्पष्ट कर दिया है कि यूक्रेन विवाद को बातचीत और कूटनीति के जरिए सुलझाया जा सकता है।
अपनी ओर से, मेलोनी ने आशा व्यक्त की कि जी20 अध्यक्ष होने के कारण भारत यूक्रेन युद्ध पर बातचीत शुरू करने में केंद्रीय भूमिका निभा सकता है।
अपनी पहली भारत यात्रा पर आई मेलोनी ने कहा, बहुपक्षीय समुदाय को एक साथ रखना महत्वपूर्ण है और हमें उम्मीद है कि इंडियन प्रेसिडेंसी इसे और भी अधिक कर सकते हैं।
प्रधानमंत्री मोदी जानते हैं कि वह जी20 शिखर सम्मेलन के लिए हमारे सहयोग पर भरोसा कर सकते हैं। मेरा मानना है कि हम एक साथ बहुत कुछ कर सकते हैं।
दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों पर बोलते हुए मोदी ने हिंद-प्रशांत क्षेत्र में इटली की सक्रिय भागीदारी का स्वागत किया।
मोदी ने कहा, यह खुशी की बात है कि इटली ने हिंद-प्रशांत महासागर पहल में शामिल होने का फैसला किया है।
मेलोनी ने संयुक्त बयान में कहा, हम इस संबंध को और बढ़ाना चाहते हैं और यही कारण है कि हमने अपनी साझेदारी को रणनीतिक साझेदारी में बदलने का फैसला किया है क्योंकि हमारे बीच बहुत ठोस संबंध हैं।
मोदी ने कहा कि देश भारत और इटली के बीच एक स्टार्ट अप ब्रिज स्थापित करेंगे।
उन्होंने बताया, हम इसका स्वागत करते हैं। एक और क्षेत्र है जिसमें दोनों देश एक नया अध्याय शुरू कर रहे हैं, वह रक्षा सहयोग है।
भारत में रक्षा निर्माण क्षेत्र में सह-उत्पादन और सह-विकास के अवसर पैदा हो रहे हैं जो दोनों देशों के लिए फायदेमंद हो सकते हैं। हमने नियमित संयुक्त अभ्यास और प्रशिक्षण पाठ्यक्रम आयोजित करने का भी फैसला किया है।
आतंकवाद और अलगाववाद के खिलाफ लड़ाई में, भारत और इटली कंधे से कंधा मिलाकर चल रहे हैं। हमने इस सहयोग को और मजबूत करने के लिए विस्तार से चर्चा की है।
मोदी ने कहा, इस साल भारत और इटली द्विपक्षीय संबंधों की 75वीं वर्षगांठ मना रहे हैं। भारत अक्षय ऊर्जा, हाइड्रोजन, आईटी, टेलीकॉम, सेमीकंडक्टर और अंतरिक्ष के क्षेत्र में इटली के साथ अपने संबंधों को और मजबूत करेगा।
इससे पहले मोदी ने मेलोनी का स्वागत करते हुए कहा कि इटली के लोगों ने उन्हें वोट दिया और वह इटली की पहली महिला और सबसे कम उम्र की प्रधानमंत्री बनीं।
उन्होंने कहा, मैं भारतीयों की ओर से उन्हें इस ऐतिहासिक उपलब्धि के लिए बधाई देता हूं।
–आईएएनएस
एसकेके/एसकेपी
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नई दिल्ली, 2 मार्च (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को कहा कि यूक्रेन संकट को बातचीत और कूटनीति से ही सुलझाया जा सकता है।
इटली की प्रधानमंत्री जियोर्जिया मेलोनी के साथ द्विपक्षीय वार्ता के बाद एक संयुक्त बयान में मोदी ने कहा, भारत ने शुरू से ही स्पष्ट कर दिया है कि यूक्रेन विवाद को बातचीत और कूटनीति के जरिए सुलझाया जा सकता है।
अपनी ओर से, मेलोनी ने आशा व्यक्त की कि जी20 अध्यक्ष होने के कारण भारत यूक्रेन युद्ध पर बातचीत शुरू करने में केंद्रीय भूमिका निभा सकता है।
अपनी पहली भारत यात्रा पर आई मेलोनी ने कहा, बहुपक्षीय समुदाय को एक साथ रखना महत्वपूर्ण है और हमें उम्मीद है कि इंडियन प्रेसिडेंसी इसे और भी अधिक कर सकते हैं।
प्रधानमंत्री मोदी जानते हैं कि वह जी20 शिखर सम्मेलन के लिए हमारे सहयोग पर भरोसा कर सकते हैं। मेरा मानना है कि हम एक साथ बहुत कुछ कर सकते हैं।
दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों पर बोलते हुए मोदी ने हिंद-प्रशांत क्षेत्र में इटली की सक्रिय भागीदारी का स्वागत किया।
मोदी ने कहा, यह खुशी की बात है कि इटली ने हिंद-प्रशांत महासागर पहल में शामिल होने का फैसला किया है।
मेलोनी ने संयुक्त बयान में कहा, हम इस संबंध को और बढ़ाना चाहते हैं और यही कारण है कि हमने अपनी साझेदारी को रणनीतिक साझेदारी में बदलने का फैसला किया है क्योंकि हमारे बीच बहुत ठोस संबंध हैं।
मोदी ने कहा कि देश भारत और इटली के बीच एक स्टार्ट अप ब्रिज स्थापित करेंगे।
उन्होंने बताया, हम इसका स्वागत करते हैं। एक और क्षेत्र है जिसमें दोनों देश एक नया अध्याय शुरू कर रहे हैं, वह रक्षा सहयोग है।
भारत में रक्षा निर्माण क्षेत्र में सह-उत्पादन और सह-विकास के अवसर पैदा हो रहे हैं जो दोनों देशों के लिए फायदेमंद हो सकते हैं। हमने नियमित संयुक्त अभ्यास और प्रशिक्षण पाठ्यक्रम आयोजित करने का भी फैसला किया है।
आतंकवाद और अलगाववाद के खिलाफ लड़ाई में, भारत और इटली कंधे से कंधा मिलाकर चल रहे हैं। हमने इस सहयोग को और मजबूत करने के लिए विस्तार से चर्चा की है।
मोदी ने कहा, इस साल भारत और इटली द्विपक्षीय संबंधों की 75वीं वर्षगांठ मना रहे हैं। भारत अक्षय ऊर्जा, हाइड्रोजन, आईटी, टेलीकॉम, सेमीकंडक्टर और अंतरिक्ष के क्षेत्र में इटली के साथ अपने संबंधों को और मजबूत करेगा।
इससे पहले मोदी ने मेलोनी का स्वागत करते हुए कहा कि इटली के लोगों ने उन्हें वोट दिया और वह इटली की पहली महिला और सबसे कम उम्र की प्रधानमंत्री बनीं।
उन्होंने कहा, मैं भारतीयों की ओर से उन्हें इस ऐतिहासिक उपलब्धि के लिए बधाई देता हूं।
–आईएएनएस
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नई दिल्ली, 2 मार्च (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को कहा कि यूक्रेन संकट को बातचीत और कूटनीति से ही सुलझाया जा सकता है।
इटली की प्रधानमंत्री जियोर्जिया मेलोनी के साथ द्विपक्षीय वार्ता के बाद एक संयुक्त बयान में मोदी ने कहा, भारत ने शुरू से ही स्पष्ट कर दिया है कि यूक्रेन विवाद को बातचीत और कूटनीति के जरिए सुलझाया जा सकता है।
अपनी ओर से, मेलोनी ने आशा व्यक्त की कि जी20 अध्यक्ष होने के कारण भारत यूक्रेन युद्ध पर बातचीत शुरू करने में केंद्रीय भूमिका निभा सकता है।
अपनी पहली भारत यात्रा पर आई मेलोनी ने कहा, बहुपक्षीय समुदाय को एक साथ रखना महत्वपूर्ण है और हमें उम्मीद है कि इंडियन प्रेसिडेंसी इसे और भी अधिक कर सकते हैं।
प्रधानमंत्री मोदी जानते हैं कि वह जी20 शिखर सम्मेलन के लिए हमारे सहयोग पर भरोसा कर सकते हैं। मेरा मानना है कि हम एक साथ बहुत कुछ कर सकते हैं।
दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों पर बोलते हुए मोदी ने हिंद-प्रशांत क्षेत्र में इटली की सक्रिय भागीदारी का स्वागत किया।
मोदी ने कहा, यह खुशी की बात है कि इटली ने हिंद-प्रशांत महासागर पहल में शामिल होने का फैसला किया है।
मेलोनी ने संयुक्त बयान में कहा, हम इस संबंध को और बढ़ाना चाहते हैं और यही कारण है कि हमने अपनी साझेदारी को रणनीतिक साझेदारी में बदलने का फैसला किया है क्योंकि हमारे बीच बहुत ठोस संबंध हैं।
मोदी ने कहा कि देश भारत और इटली के बीच एक स्टार्ट अप ब्रिज स्थापित करेंगे।
उन्होंने बताया, हम इसका स्वागत करते हैं। एक और क्षेत्र है जिसमें दोनों देश एक नया अध्याय शुरू कर रहे हैं, वह रक्षा सहयोग है।
भारत में रक्षा निर्माण क्षेत्र में सह-उत्पादन और सह-विकास के अवसर पैदा हो रहे हैं जो दोनों देशों के लिए फायदेमंद हो सकते हैं। हमने नियमित संयुक्त अभ्यास और प्रशिक्षण पाठ्यक्रम आयोजित करने का भी फैसला किया है।
आतंकवाद और अलगाववाद के खिलाफ लड़ाई में, भारत और इटली कंधे से कंधा मिलाकर चल रहे हैं। हमने इस सहयोग को और मजबूत करने के लिए विस्तार से चर्चा की है।
मोदी ने कहा, इस साल भारत और इटली द्विपक्षीय संबंधों की 75वीं वर्षगांठ मना रहे हैं। भारत अक्षय ऊर्जा, हाइड्रोजन, आईटी, टेलीकॉम, सेमीकंडक्टर और अंतरिक्ष के क्षेत्र में इटली के साथ अपने संबंधों को और मजबूत करेगा।
इससे पहले मोदी ने मेलोनी का स्वागत करते हुए कहा कि इटली के लोगों ने उन्हें वोट दिया और वह इटली की पहली महिला और सबसे कम उम्र की प्रधानमंत्री बनीं।
उन्होंने कहा, मैं भारतीयों की ओर से उन्हें इस ऐतिहासिक उपलब्धि के लिए बधाई देता हूं।
–आईएएनएस
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नई दिल्ली, 2 मार्च (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को कहा कि यूक्रेन संकट को बातचीत और कूटनीति से ही सुलझाया जा सकता है।
इटली की प्रधानमंत्री जियोर्जिया मेलोनी के साथ द्विपक्षीय वार्ता के बाद एक संयुक्त बयान में मोदी ने कहा, भारत ने शुरू से ही स्पष्ट कर दिया है कि यूक्रेन विवाद को बातचीत और कूटनीति के जरिए सुलझाया जा सकता है।
अपनी ओर से, मेलोनी ने आशा व्यक्त की कि जी20 अध्यक्ष होने के कारण भारत यूक्रेन युद्ध पर बातचीत शुरू करने में केंद्रीय भूमिका निभा सकता है।
अपनी पहली भारत यात्रा पर आई मेलोनी ने कहा, बहुपक्षीय समुदाय को एक साथ रखना महत्वपूर्ण है और हमें उम्मीद है कि इंडियन प्रेसिडेंसी इसे और भी अधिक कर सकते हैं।
प्रधानमंत्री मोदी जानते हैं कि वह जी20 शिखर सम्मेलन के लिए हमारे सहयोग पर भरोसा कर सकते हैं। मेरा मानना है कि हम एक साथ बहुत कुछ कर सकते हैं।
दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों पर बोलते हुए मोदी ने हिंद-प्रशांत क्षेत्र में इटली की सक्रिय भागीदारी का स्वागत किया।
मोदी ने कहा, यह खुशी की बात है कि इटली ने हिंद-प्रशांत महासागर पहल में शामिल होने का फैसला किया है।
मेलोनी ने संयुक्त बयान में कहा, हम इस संबंध को और बढ़ाना चाहते हैं और यही कारण है कि हमने अपनी साझेदारी को रणनीतिक साझेदारी में बदलने का फैसला किया है क्योंकि हमारे बीच बहुत ठोस संबंध हैं।
मोदी ने कहा कि देश भारत और इटली के बीच एक स्टार्ट अप ब्रिज स्थापित करेंगे।
उन्होंने बताया, हम इसका स्वागत करते हैं। एक और क्षेत्र है जिसमें दोनों देश एक नया अध्याय शुरू कर रहे हैं, वह रक्षा सहयोग है।
भारत में रक्षा निर्माण क्षेत्र में सह-उत्पादन और सह-विकास के अवसर पैदा हो रहे हैं जो दोनों देशों के लिए फायदेमंद हो सकते हैं। हमने नियमित संयुक्त अभ्यास और प्रशिक्षण पाठ्यक्रम आयोजित करने का भी फैसला किया है।
आतंकवाद और अलगाववाद के खिलाफ लड़ाई में, भारत और इटली कंधे से कंधा मिलाकर चल रहे हैं। हमने इस सहयोग को और मजबूत करने के लिए विस्तार से चर्चा की है।
मोदी ने कहा, इस साल भारत और इटली द्विपक्षीय संबंधों की 75वीं वर्षगांठ मना रहे हैं। भारत अक्षय ऊर्जा, हाइड्रोजन, आईटी, टेलीकॉम, सेमीकंडक्टर और अंतरिक्ष के क्षेत्र में इटली के साथ अपने संबंधों को और मजबूत करेगा।
इससे पहले मोदी ने मेलोनी का स्वागत करते हुए कहा कि इटली के लोगों ने उन्हें वोट दिया और वह इटली की पहली महिला और सबसे कम उम्र की प्रधानमंत्री बनीं।
उन्होंने कहा, मैं भारतीयों की ओर से उन्हें इस ऐतिहासिक उपलब्धि के लिए बधाई देता हूं।
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नई दिल्ली, 2 मार्च (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को कहा कि यूक्रेन संकट को बातचीत और कूटनीति से ही सुलझाया जा सकता है।
इटली की प्रधानमंत्री जियोर्जिया मेलोनी के साथ द्विपक्षीय वार्ता के बाद एक संयुक्त बयान में मोदी ने कहा, भारत ने शुरू से ही स्पष्ट कर दिया है कि यूक्रेन विवाद को बातचीत और कूटनीति के जरिए सुलझाया जा सकता है।
अपनी ओर से, मेलोनी ने आशा व्यक्त की कि जी20 अध्यक्ष होने के कारण भारत यूक्रेन युद्ध पर बातचीत शुरू करने में केंद्रीय भूमिका निभा सकता है।
अपनी पहली भारत यात्रा पर आई मेलोनी ने कहा, बहुपक्षीय समुदाय को एक साथ रखना महत्वपूर्ण है और हमें उम्मीद है कि इंडियन प्रेसिडेंसी इसे और भी अधिक कर सकते हैं।
प्रधानमंत्री मोदी जानते हैं कि वह जी20 शिखर सम्मेलन के लिए हमारे सहयोग पर भरोसा कर सकते हैं। मेरा मानना है कि हम एक साथ बहुत कुछ कर सकते हैं।
दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों पर बोलते हुए मोदी ने हिंद-प्रशांत क्षेत्र में इटली की सक्रिय भागीदारी का स्वागत किया।
मोदी ने कहा, यह खुशी की बात है कि इटली ने हिंद-प्रशांत महासागर पहल में शामिल होने का फैसला किया है।
मेलोनी ने संयुक्त बयान में कहा, हम इस संबंध को और बढ़ाना चाहते हैं और यही कारण है कि हमने अपनी साझेदारी को रणनीतिक साझेदारी में बदलने का फैसला किया है क्योंकि हमारे बीच बहुत ठोस संबंध हैं।
मोदी ने कहा कि देश भारत और इटली के बीच एक स्टार्ट अप ब्रिज स्थापित करेंगे।
उन्होंने बताया, हम इसका स्वागत करते हैं। एक और क्षेत्र है जिसमें दोनों देश एक नया अध्याय शुरू कर रहे हैं, वह रक्षा सहयोग है।
भारत में रक्षा निर्माण क्षेत्र में सह-उत्पादन और सह-विकास के अवसर पैदा हो रहे हैं जो दोनों देशों के लिए फायदेमंद हो सकते हैं। हमने नियमित संयुक्त अभ्यास और प्रशिक्षण पाठ्यक्रम आयोजित करने का भी फैसला किया है।
आतंकवाद और अलगाववाद के खिलाफ लड़ाई में, भारत और इटली कंधे से कंधा मिलाकर चल रहे हैं। हमने इस सहयोग को और मजबूत करने के लिए विस्तार से चर्चा की है।
मोदी ने कहा, इस साल भारत और इटली द्विपक्षीय संबंधों की 75वीं वर्षगांठ मना रहे हैं। भारत अक्षय ऊर्जा, हाइड्रोजन, आईटी, टेलीकॉम, सेमीकंडक्टर और अंतरिक्ष के क्षेत्र में इटली के साथ अपने संबंधों को और मजबूत करेगा।
इससे पहले मोदी ने मेलोनी का स्वागत करते हुए कहा कि इटली के लोगों ने उन्हें वोट दिया और वह इटली की पहली महिला और सबसे कम उम्र की प्रधानमंत्री बनीं।
उन्होंने कहा, मैं भारतीयों की ओर से उन्हें इस ऐतिहासिक उपलब्धि के लिए बधाई देता हूं।
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नई दिल्ली, 2 मार्च (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को कहा कि यूक्रेन संकट को बातचीत और कूटनीति से ही सुलझाया जा सकता है।
इटली की प्रधानमंत्री जियोर्जिया मेलोनी के साथ द्विपक्षीय वार्ता के बाद एक संयुक्त बयान में मोदी ने कहा, भारत ने शुरू से ही स्पष्ट कर दिया है कि यूक्रेन विवाद को बातचीत और कूटनीति के जरिए सुलझाया जा सकता है।
अपनी ओर से, मेलोनी ने आशा व्यक्त की कि जी20 अध्यक्ष होने के कारण भारत यूक्रेन युद्ध पर बातचीत शुरू करने में केंद्रीय भूमिका निभा सकता है।
अपनी पहली भारत यात्रा पर आई मेलोनी ने कहा, बहुपक्षीय समुदाय को एक साथ रखना महत्वपूर्ण है और हमें उम्मीद है कि इंडियन प्रेसिडेंसी इसे और भी अधिक कर सकते हैं।
प्रधानमंत्री मोदी जानते हैं कि वह जी20 शिखर सम्मेलन के लिए हमारे सहयोग पर भरोसा कर सकते हैं। मेरा मानना है कि हम एक साथ बहुत कुछ कर सकते हैं।
दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों पर बोलते हुए मोदी ने हिंद-प्रशांत क्षेत्र में इटली की सक्रिय भागीदारी का स्वागत किया।
मोदी ने कहा, यह खुशी की बात है कि इटली ने हिंद-प्रशांत महासागर पहल में शामिल होने का फैसला किया है।
मेलोनी ने संयुक्त बयान में कहा, हम इस संबंध को और बढ़ाना चाहते हैं और यही कारण है कि हमने अपनी साझेदारी को रणनीतिक साझेदारी में बदलने का फैसला किया है क्योंकि हमारे बीच बहुत ठोस संबंध हैं।
मोदी ने कहा कि देश भारत और इटली के बीच एक स्टार्ट अप ब्रिज स्थापित करेंगे।
उन्होंने बताया, हम इसका स्वागत करते हैं। एक और क्षेत्र है जिसमें दोनों देश एक नया अध्याय शुरू कर रहे हैं, वह रक्षा सहयोग है।
भारत में रक्षा निर्माण क्षेत्र में सह-उत्पादन और सह-विकास के अवसर पैदा हो रहे हैं जो दोनों देशों के लिए फायदेमंद हो सकते हैं। हमने नियमित संयुक्त अभ्यास और प्रशिक्षण पाठ्यक्रम आयोजित करने का भी फैसला किया है।
आतंकवाद और अलगाववाद के खिलाफ लड़ाई में, भारत और इटली कंधे से कंधा मिलाकर चल रहे हैं। हमने इस सहयोग को और मजबूत करने के लिए विस्तार से चर्चा की है।
मोदी ने कहा, इस साल भारत और इटली द्विपक्षीय संबंधों की 75वीं वर्षगांठ मना रहे हैं। भारत अक्षय ऊर्जा, हाइड्रोजन, आईटी, टेलीकॉम, सेमीकंडक्टर और अंतरिक्ष के क्षेत्र में इटली के साथ अपने संबंधों को और मजबूत करेगा।
इससे पहले मोदी ने मेलोनी का स्वागत करते हुए कहा कि इटली के लोगों ने उन्हें वोट दिया और वह इटली की पहली महिला और सबसे कम उम्र की प्रधानमंत्री बनीं।
उन्होंने कहा, मैं भारतीयों की ओर से उन्हें इस ऐतिहासिक उपलब्धि के लिए बधाई देता हूं।
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नई दिल्ली, 2 मार्च (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को कहा कि यूक्रेन संकट को बातचीत और कूटनीति से ही सुलझाया जा सकता है।
इटली की प्रधानमंत्री जियोर्जिया मेलोनी के साथ द्विपक्षीय वार्ता के बाद एक संयुक्त बयान में मोदी ने कहा, भारत ने शुरू से ही स्पष्ट कर दिया है कि यूक्रेन विवाद को बातचीत और कूटनीति के जरिए सुलझाया जा सकता है।
अपनी ओर से, मेलोनी ने आशा व्यक्त की कि जी20 अध्यक्ष होने के कारण भारत यूक्रेन युद्ध पर बातचीत शुरू करने में केंद्रीय भूमिका निभा सकता है।
अपनी पहली भारत यात्रा पर आई मेलोनी ने कहा, बहुपक्षीय समुदाय को एक साथ रखना महत्वपूर्ण है और हमें उम्मीद है कि इंडियन प्रेसिडेंसी इसे और भी अधिक कर सकते हैं।
प्रधानमंत्री मोदी जानते हैं कि वह जी20 शिखर सम्मेलन के लिए हमारे सहयोग पर भरोसा कर सकते हैं। मेरा मानना है कि हम एक साथ बहुत कुछ कर सकते हैं।
दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों पर बोलते हुए मोदी ने हिंद-प्रशांत क्षेत्र में इटली की सक्रिय भागीदारी का स्वागत किया।
मोदी ने कहा, यह खुशी की बात है कि इटली ने हिंद-प्रशांत महासागर पहल में शामिल होने का फैसला किया है।
मेलोनी ने संयुक्त बयान में कहा, हम इस संबंध को और बढ़ाना चाहते हैं और यही कारण है कि हमने अपनी साझेदारी को रणनीतिक साझेदारी में बदलने का फैसला किया है क्योंकि हमारे बीच बहुत ठोस संबंध हैं।
मोदी ने कहा कि देश भारत और इटली के बीच एक स्टार्ट अप ब्रिज स्थापित करेंगे।
उन्होंने बताया, हम इसका स्वागत करते हैं। एक और क्षेत्र है जिसमें दोनों देश एक नया अध्याय शुरू कर रहे हैं, वह रक्षा सहयोग है।
भारत में रक्षा निर्माण क्षेत्र में सह-उत्पादन और सह-विकास के अवसर पैदा हो रहे हैं जो दोनों देशों के लिए फायदेमंद हो सकते हैं। हमने नियमित संयुक्त अभ्यास और प्रशिक्षण पाठ्यक्रम आयोजित करने का भी फैसला किया है।
आतंकवाद और अलगाववाद के खिलाफ लड़ाई में, भारत और इटली कंधे से कंधा मिलाकर चल रहे हैं। हमने इस सहयोग को और मजबूत करने के लिए विस्तार से चर्चा की है।
मोदी ने कहा, इस साल भारत और इटली द्विपक्षीय संबंधों की 75वीं वर्षगांठ मना रहे हैं। भारत अक्षय ऊर्जा, हाइड्रोजन, आईटी, टेलीकॉम, सेमीकंडक्टर और अंतरिक्ष के क्षेत्र में इटली के साथ अपने संबंधों को और मजबूत करेगा।
इससे पहले मोदी ने मेलोनी का स्वागत करते हुए कहा कि इटली के लोगों ने उन्हें वोट दिया और वह इटली की पहली महिला और सबसे कम उम्र की प्रधानमंत्री बनीं।
उन्होंने कहा, मैं भारतीयों की ओर से उन्हें इस ऐतिहासिक उपलब्धि के लिए बधाई देता हूं।