नई दिल्ली, 1 फरवरी (आईएएनएस)। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शनिवार को संसद में बजट 2025-26 पेश किया। इस बजट में मध्यम वर्ग के करदाताओं का विशेष ध्यान रखा गया है। इसमें 12 लाख रुपये तक के आय वालों को आयकर से छूट दिया गया है। वाराणसी के सरकारी अध्यापकों ने न्यूज एजेंसी आईएएनएस से बात करते हुए केंद्र सरकार के इस फैसले का स्वागत किया है।
उदयप्रताप कॉलेज के प्रोफेसर डॉ. अभिषेक सिंह ने कहा, “बजट में 12 लाख आय वालों को आयकर में छूट दिया गया है। इससे मध्यम वर्ग को बहुत फायदा होगा। आम लोगों को टैक्स में रियायत दी गई है, जो काफी काफी अच्छा है।
यूपी कॉलेज के प्रोफेसर संजीव कुमार ने सरकार के आयकर में छूट देने के प्रावधान की तारीफ करते हुए कहा, बहुत सालों से लोगों को सरकार से उम्मीद थी। ऐसा लगता था कि सरकार लोगों से दूर जा रही है, खासतौर पर सर्विस क्लास के लोगों से। लेकिन मुझे लगता है कि इस बार वित्त मंत्री ने सर्विस क्लास को राहत दिलाने की ठान ली थी। उनके इस फैसले से बहुत लाभ होने वाला है। जिन्होंने एजुकेशन लोन लिया है, उनको भी काफी फायदा होगा। पीएम मोदी और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को हम धन्यवाद देना चाहते हैं।”
हरिश्चंद्र कॉलेज के प्रोफेसर अशोक कुमार सिंह ने बताया, “पहली बार मध्यम वर्ग के लोगों को ध्यान दिया गया है। हम लोग सरकारी नौकरी वाले हैं और पूरी ईमानदारी से सरकार को टैक्स देते हैं। ऐसे में 12 लाख रुपये आय वालों को आयकर में रियायत दी गई है, तो बहुत अच्छी बात है। ये काम देर से हुआ, लेकिन काफी फायदेमंद है।”
प्रोफेसर नरेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि “बहुत दिनों बाद सर्विस क्लास के लिए ये बजट स्वागतयोग्य है। पिछले कुछ समय से देखा जा रहा था कि सर्विस क्लास ही प्रभावित हो रहा था। सर्विस क्लास ईमानदारी से टैक्स देता है, इसलिए हम लोग सरकार के इस फैसले का स्वागत करते हैं।”
प्रोफेसर अजय प्रकाश ने आयकर में छूट को मध्यमवर्ग के लिए बहुत बड़ी राहत बताई है। उन्होंने कहा, “12 लाख रुपये तक के आय को छूट देना, अभी तक के बजट में सबसे अभूतपूर्व कार्य है। वास्तव में मध्यमवर्ग के लिए 12.75 लाख रुपये आय तक टैक्स की छूट दी गई है। इससे सैलरी क्लास वाले लोगों को हर साल करीब एक से सवा लाख रुपये का फायदा होगा।”
–आईएएनएस
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