मेक्सिको सिटी, 2 फरवरी (आईएएनएस)। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के कनाडा, मेक्सिको और चीन के खिलाफ टैरिफ लगाने के लिए एक आदेश ने एक व्यापार युद्ध छेड़ दिया है। मेक्सिको की राष्ट्रपति क्लाउडिया शिनबाम ने शनिवार को अमेरिकी आयात पर जवाबी टैरिफ लगाने की बात कही।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक एक्स पर लिखे एक लंबे लेख में शीनबाम ने कहा कि उनकी सरकार अपने शीर्ष व्यापारिक साझेदार के साथ टकराव के बजाय बातचीत चाहती थी, लेकिन मेक्सिको को भी उसी तरह जवाब देने के लिए मजबूर होना पड़ा है।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शनिवार (1 फरवरी) को एक कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर किए, जिसमें मेक्सिको से आने वाले सामानों पर 25% टैरिफ लगाया गया। कनाडा से आने वाले सामानों पर भी 25% टैरिफ लगाया गया है, लेकिन कनाडा के ऊर्जा संसाधनों पर 10% टैरिफ ही लगेगा। इस ऑर्डर में चीन से आयात पर भी 10% टैरिफ लगाया गया है।
शीनबाम ने पोस्ट किया, “मैंने अपने अर्थव्यवस्था मंत्री को प्लान बी को लागू करने का निर्देश दिया है, जिस पर हम काम कर रहे हैं, जिसमें मेक्सिको के हितों की रक्षा के लिए टैरिफ और गैर-टैरिफ उपाय शामिल हैं।” हालांकि उन्होंने यह स्पष्ट नहीं किया कि उनकी सरकार किन अमेरिकी वस्तुओं को टारगेट करेगी।
मीडिया रिपोट में सूत्रों के हवाले से कहा गया कि मेक्सिको अमेरिका से आयातित वस्तुओं पर संभावित जवाबी शुल्क लगाने की तैयारी कर रहा है, जो 5% से 20% तक हो सकता है, जिसमें पोर्क, पनीर, ताजा उत्पाद, निर्मित स्टील और एल्युमीनियम शामिल हो सकते हैं। ऑटो उद्योग को शुरुआत में छूट दी जा सकती है।
अर्थव्यवस्था मंत्री मार्सेलो एबरार्ड ने एक्स पर कहा कि ट्रंप के टैरिफ आदेश यूएस-मेक्सिको-कनाडा समझौते का ‘घोर उल्लंघन’ है। उन्होंने कहा, “प्लान बी पर काम चल रहा है। हम जीतेंगे!”
अपनी पोस्ट में, शीनबाम ने व्हाइट हाउस के इस आरोप को भी ‘अपमानजनक’ बताते हुए खारिज कर दिया कि ड्रग कार्टेल का मैक्सिकन सरकार के साथ गठबंधन है, एक ऐसा बिंदु जिसका इस्तेमाल ट्रंप प्रशासन ने टैरिफ को सही ठहराने के लिए किया।
ट्रंप ने कहा कि मेक्सिको के खिलाफ टैरिफ घातक फेंटेनाइल ड्रग को अमेरिका में आने से रोकने में नाकामी के साथ-साथ अनियंत्रित प्रवासन के कारण लगाया गया।
शीनबाम ने अक्टूबर में पदभार ग्रहण करने के बाद से अपनी सरकार के रिकॉर्ड का बखान किया – जिसमें फेंटानिल की 20 मिलियन खुराकें जब्त करने के अलावा ड्रग तस्करी से जुड़े 10,0000 से अधिक लोगों को हिरासत में लिया गया।
–आईएएनएस
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