जबलपुर. रांझी थानान्तर्गत बाल संप्रेक्षण गृह से आठ नाबालिग फरार हो गये. नाबालिगों ने पहले तकनीक अपनाते हुए बैरक का ताला खोलकर बाहर आये. इसके बाद एक सुरक्षा कर्मी को कमरे में बंद कर दिया. दूसरे सुरक्षा कर्मी के सिर पर ताला से हमला कर फरार हो गये. पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर फरार नाबालिगों की तलाश प्रारंभ कर दी है.
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सूर्यकांत शर्मा से प्राप्त जानकारी के अनुसार रांझी थानान्तर्गत गोकलपुर स्थित बाल संप्रेक्षण गृह से रात लगभग डेढ़ बजे आठ नाबालिग बच्चे गार्ड पर हमला कर फरार हो गये. वार्डन ने थाने पहुंचकर घटना के संबंध में रिपोर्ट दर्ज करवाई. पुलिस ने अपराध कायम कर फरार नाबालिग बच्चों की तलाश प्रारंभ कर दी है. फरार बच्चों को शीघ्र पकड़ लिया जायेगा.
रांझी थाना प्रभारी मानस द्विवेदी ने बताया कि एक बैरक में 16 से 17 साल के आठ बच्चों को रखा गया था.
सभी बच्चे अलग-अलग स्थानों में रहने वाले थे. रात को लगभग डेढ़ बजे बच्चों ने तकनीक का प्रयोग करते हुए बैरक के ताले को खोला. इसके बाद एक सुरक्षा गार्ड को एक कमरे में बंद कर दिया. इसके बाद दूसरे सुरक्षा गार्ड राजन सिंह के सिर पर ताले से हमला कर उसे घायल कर फरार हो गये. फरार हुए बच्चों के खिलाफ हत्या के प्रयास,आर्म्स एक्ट व चोरी के प्रकरण दर्ज है. पुलिस ने घायल गार्ड को उपचार के लिए भिजवाकर प्रकरण दर्ज कर लिया है. फरार बच्चों की तलाश में उनके संभावित ठिकानों में दबिश जारी है.
पूर्व में हो चुकी है ऐसी घटनाएं
बाल संप्रेक्षण गृह से नाबालिग बच्चों के फरार होने की घटना पूर्व में भी कई बार घटित हुई है. पूर्व में हुई घटना के बावजूद भी सुरक्षा व्यवस्था पर विशेष ध्यान नहीं दिया गया.
नाबालिग ने किया था पिता को फोन
जानकारी के मुताबिक फरार होने से पहले एक नाबालिग ने चौकीदार के मोबाइल से अपने पिता को फोन किया था. उसने पिता को बताया कि वह लोग बाल संप्रेषण गृह से फरार हो गए हैं. इसके बाद नाबालिग आरोपी के पिता ने मेन रोड पर अपनी कार खड़ी कर रखी थी. माना जा रहा है कि फरार आरोपियों को कार से ले जाया गया है.
फरार सभी नाबालिग आरोपी आदतन अपराधी
जबलपुर पुलिस ने 15 दिन पहले ही फरार तीन से चार लड़कों को अवैध पिस्तौल लेकर घूमने, मारपीट करने के आरोप में पकड़कर बाल न्यायालय में पेश किया था. जिसके बाद इन्हें बाल संप्रेषण भेजा गया था. बताया जा रहा है कि फरार हुए सभी नाबालिग आदतन अपराधी हैं, जो इससे पहले भी कई बार बाल संप्रेषण गृह में आ चुके हैं.