नई दिल्ली. अमेरिका ने पिछले दिनों 104 अवैध भारतीय प्रवासी को वापस भारत भेजा. अब अमेरिका ने 487 अवैध अप्रवासी भारतीयों को भारत भेजने के लिए चिह्नित किया है. इस बीच केंद्र सरकार ने बताया कि उन्हें अमेरिकी अधिकारियों ने बताया है कि 487 संभावित भारतीय नागरिक हैं जिनके पास अंतिम निष्कासन आदेश हैं. इस बात की जानकारी विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने दी.
विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने कहा कि भारत ने इस सप्ताह की शुरुआत में अमेरिका से निर्वासित अवैध प्रवासियों के साथ दुर्व्यवहार के मुद्दे को उठाया है. विदेश मंत्री एस. जयशंकर की तरफ से संसद में इस मुद्दे पर विस्तृत बयान दिए जाने के एक दिन बाद, विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने कहा कि नई दिल्ली ने लोगों को वापस लाने की स्थिति के बारे में वाशिंगटन के समक्ष अपनी चिंताएं दर्ज कराई हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगले सप्ताह फ्रांस और अमेरिका की यात्रा से पहले मीडिया ब्रीफिंग के दौरान मिस्री ने कहा, “यह मुद्दा उठाना जायज है और मैं आपको आश्वस्त करना चाहता हूं कि हम इन सभी मामलों के संबंध में अमेरिकी अधिकारियों के संपर्क में हैं.
अमेरिका में 7.25 लाख अवैध अप्रवासी भारतीय
प्यू रिसर्च के अनुसार, अमेरिका में 7 लाख 25 हजार से ज्यादा अवैध अप्रवासी भारतीय रहते हैं. इमिग्रेशन एंड कस्टम एनफोर्समेंट (ICE) ने नवंबर 2024 में बताया था कि अब तक बिना वैध दस्तावेज वाले 20,407 भारतीयों को चिह्नित किया है. इनमें से 2,467 भारतीय इमिग्रेशन एंड कस्टम एनफोर्समेंट (ICE) के डिटेंशन सेंटर्स में कैद थे. इन्हीं में से 104 को हाल में भारत डिपोर्ट किया गया.
इसके अलावा 17,940 भारतीय ऐसे हैं, जिन्हें गिरफ्तार नहीं किया गया है, लेकिन उनके पैरों में डिजिटल ट्रैकर (एंकल मॉनीटर) लगाए गए हैं. ICE इनकी लोकेशन चौबीसों घंटे ट्रैक करती है.
बता दें कि बुधवार को सी-17 अमेरिकी सैन्य विमान में जंजीरों और बेड़ियों से बंधे 104 भारतीय प्रवासियों को वापस भारत भेजा गया था. प्रवासियों को लेकर एक अमेरिकी सैन्य विमान बुधवार को अमृतसर में उतरा. ये राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के प्रशासन के तहत पहला सामूहिक निर्वासन था.
इस विमान में 104 भारतीय सवार थे. इन भारतीयों ने अवैध चैनलों के माध्यम से संयुक्त राज्य अमेरिका में प्रवेश करने का प्रयास किया था. कथित तौर पर इन भारतीयों को उड़ान के दौरान उन्हें बेड़ियों और बंधनों जकड़ा गया था.