तेल अवीव, 8 फरवरी, (आईएएनएस)। इजरायली राष्ट्रपति इसहाक हर्जोग ने तीन इजरायली बंदियों की हालत लेकर चिंता जताई है जो रिहाई के वक्त काफी दुबले-पतले दिखाई दे रहे थे। उन्होंने तीनों की कमजोर शारीरिक स्थिति पर विरोध जताते हुए कहा कि यह मानवता के विरुद्ध अपराध है।
इजरायली राष्ट्रपति ने एक्स पर लिखा, ‘मानवता के खिलाफ अपराध कुछ ऐसा ही दिखता है!’
हर्जोग ने कहा, “पूरी दुनिया को ओहाद, ओर और एली को देखना चाहिए – जो 491 दिनों के नर्क के बाद, भूखे, दुर्बल और पीड़ा में वापस आ रहे हैं – घृणित हत्यारों द्वारा एक निंदनीय और क्रूर तमाशे में उनका शोषण किया गया। हम इस तथ्य से सांत्वना मिलती है कि उन्हें उनके प्रियजनों की बाहों में जीवित वापस लाया जा रहा है।”
राष्ट्रपति कहा, “बंधक समझौता पूरा करना एक मानवीय, नैतिक और यहूदी कर्तव्य है। गाजा में कैद के नरक से हमारे सभी बहनों और भाइयों को वापस लाना ज़रूरी है – उनमें से हर एक को।”
इससे पहले हमास ने शनिवार को तीन और इजरायली बंधकों को गाजा युद्ध विराम समझौते के तहत मुक्त कर दिया। तीनों को 7 अक्टूबर के हमले के दौरान बंधक बनाया गया था। इसके बदले में शनिवार को इजरायल फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा करेगा।
रिहा किए गए बंधकों में एली शराबी, ओहद बेन अमी और ऑर लेवी शामिल हैं। हमास ने शनिवार सुबह उन्हें रेड क्रॉस को सौंप दिया। इसके बाद इन्हें इजरायल रक्षा बलों (आईडीएफ) के हवाले किया गया और फिर इजरायल ले जाया गया।
19 जनवरी को युद्ध विराम शुरू होने के बाद से अब तक 21 बंधकों और 383 कैदियों को रिहा किया जा चुका है।
कुल मिलाकर, तीन सप्ताह में युद्ध विराम के पहले चरण के अंत तक 33 बंधकों और 1,900 कैदियों को रिहा किया जाना है। इजरायल का कहना है कि 33 में से आठ की मौत हो चुकी है।
52 वर्षीय एली शराबी को उसके भाई योसी के साथ किबुत्ज बेरी से गाजा ले जाया गया। योसी की मौत की पुष्टि हो चुकी है। एली की ब्रिटिश मूल की पत्नी लियान और दो बेटियों नोइया और याहेल की हमले में हत्या कर दी गई।
56 वर्षीय ओहद बेन अमी को भी किबुत्ज बेरी से उनकी पत्नी राज के साथ बंधक बनाकर गाजा ले जाया गया। बाद में राज को हमास ने रिहा कर दिया।
ऑर लेवी, (34), अपनी पत्नी इनाव के साथ नोवा फेस्टिवल से भाग गए, जब बंदूकधारियों ने इस कार्यक्रम पर हमला किया। लेवी को बंधक बना लिया गया और इनाव का शव उस शेल्टर में पाया गया, जहां दंपति छिपे हुए थे।
युद्ध विराम समझौते के तहत इजरायल शनिवार को 183 फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा करने वाला है। 70 से ज्यादा कैदी आजीवन कारावास या लंबी सजा काट रहे हैं; अन्य गाजा के नागरिक हैं जिन्हें युद्ध के दौरान हिरासत में लिया गया था।
हमास ने 7 अक्टूबर 2023 को इजरायल पर हमला करके 251 बंधकों को पकड़ लिया और लगभग 1,200 लोगों को मार डाला था जिसके बाद युद्ध शुरू हो गया।
गाजा के हमास द्वारा संचालित स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, इजरायल के हमले में कम से कम 47,500 फिलिस्तीनी मारे गए हैं। संयुक्त राष्ट्र का कहना है कि इजरायल के हमलों से गाजा की लगभग दो-तिहाई इमारतें क्षतिग्रस्त या नष्ट हो गई हैं।
–आईएएनएस
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