जबलपुर, देशबन्धु. शहर में बगैर तैयारी के हाइटैक तरीके से नकल करने के भरोसे चल रहे विद्यार्थियों के लिए यह खबर निराशाजनक हो सकती हैं कि माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की परीक्षाओं में वे किसी प्रकार की नकल नहीं कर पाएंगे. शहर को प्रदेश के उन 11 जिलों के 300 संवेदनशील व अति संवेदनशील परीक्षा केंद्रों में शामिल किया गया हैं.
जिन में बोर्ड परीक्षाओं के दौरान जैमर लगाने का निर्णय लिया गया हैं. बोर्ड परीक्षा के लिए प्रदेश भर में 562 परीक्षा केंद्र बनाए जाएंगे. इनमें से 222 केंद्र संवेदनशील और 340 अति संवेदनशील हैं. सीसीटीवी भी लगे होंगे. अति संवेदनशील केंद्रों पर पुलिस गार्ड भी तैनात रहेंगे. साथ ही इन केंद्रों पर एक प्रेक्षक की अलग से नियुक्ति की जाएगी. बोर्ड के अधिकारियों ने तय किया हैं कि कुछ केंद्रों पर जैमर लगाया जाएगा.
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ताकि वाइरल न हो पाए प्रश्नपत्र- ज्ञात हो कि मप्र बोर्ड की 10वीं व 12वीं की बोर्ड परीक्षा 25 फरवरी से शुरू हो रही हैं. 10वीं व 12वीं की परीक्षा में करीब 17 लाख विद्यार्थी शामिल हो रहे हैं. परीक्षा के लिए इस साल प्रदेश में 3887 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं. माध्यमिक शिक्षा मंडल(माशिमं) की 10वीं व 12वीं की बोर्ड परीक्षा 25 फरवरी से आयोजित होने वाली है.
इस बार नकल प्रकरण और प्रश्नपत्र बहुप्रसारित होने से बचाने के लिए मंडल कई एहतियात बरत रहा है. परीक्षा के दौरान मोबाइल पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगाया है, ताकि प्रश्नपत्र वायरल न हो पाए. इसके लिए इस बार केंद्राध्यक्ष से लेकर कोई भी कर्मचारी भी मोबाइल परीक्षा केंद्र के अंदर ले जाता है तो पाए जाने पर जुर्माना लगाया जाएगा.
डिजिटल डिवाइस भी प्रतिबंधित- इस बार पहली बार प्रदेश के 11 जिलों के 300 संवेदनशील और अति संवेदनशील केंद्रों पर जैमर लगाया जाएगा, ताकि पूरी तरह से डिजिटल डिवाइस पर प्रतिबंध लगाया जा सके. इसमें जबलपुर के साथ ग्वालियर, भोपाल, इंदौर, उज्जैन और मुरैना के संवेदनशील व अतिसंवेदनशील केंद्र शामिल है. परीक्षा में नकल प्रकरण पर रोक लगाई जा सके. इसके लिए इस बार मंडल सख्ती बरत रहा है. इस बार परीक्षा के दौरान की पूरी निगरानी आनलाइन की जा सके. इसके लिए मंडल में कंट्रोल रूम बनाया जाएगा.
साथ ही हर जिले का प्रभारी बनाया गया है, ताकि सभी अपने-अपने जिले के परीक्षा केंद्रों की निगरानी कर सकें. इस साल प्रदेश में 3887 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं. जहां सीसीटीवी होंगे,वहीं बनेंगे केंद्र- हर साल संवेदनशील व अतिसंवेदनशील केंद्रों पर नकल की संख्या सबसे ज्यादा शिकायतें मिलती हैं. इन्ही केंद्रों से प्रश्नपत्रों के बहुप्रसारित होने की आशंका बनी रहती है. इसे देखते हुए मंडल डिजिटल डिवाइस पर पूरी तरह प्रतिबंध लगाया है.
इस बार उन्हीं केंद्रों पर अधिकत्तर परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं, जहां पर सीसीटीवी लगे हैं. सरकारी स्कूलों में बने परीक्षा केंद्रों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जा रहे हैं. दो साल पहले मोबाइल के कारण ही प्रश्नपत्रों के वायरल होने का कारण सामने आया था. इस कारण इस बार मोबाइल के साथ-साथ सभी इलेक्ट्रानिक डिवाइस प्रतिबंधित होगा. पूरी व्यवस्था की निगरानी ऑनलाइन होगी.