जबलपुर, देशबन्धु. आधारताल सुहागी के पन्नी मोहल्ला में देर रात और असामाजिक तत्वों ने जमकर तांडव मचाया. तत्वों ने कई वाहनों में आग लगा दी और कई ऑटो और ई रिक्शा के कांच तोड़ दिए. इतना ही नहीं तत्वों ने घरों में भी पथराव किया और कुछ महिलाओं तथा पुरुषों के साथ मारपीट भी की जिसमें महिलाओं और दो अन्य लोगों को चोटे भी आई हैं. उक्त घटना पन्नी मोहल्ला के नगर निगम क्वार्टर में घटित हुई जहां रहने वाले लोगों में दहशत का माहौल निर्मित हो गया है.
घटना की शिकायत पीड़ितों ने अधारताल पुलिस में भी दर्ज कराई है. पीड़ितों का कहना है कि तत्वों के द्वारा पूर्व में भी इस तरह की घटनाओं को अंजाम दिया जा चुका है. लेकिन पुलिस की लापरवाह कार्य प्रणाली के चलते तत्वों के हौसले बुलंद हैं. स्पीड ब्रेकर बनाने से खफा थे तत्व : घटना का शिकार हुए आशीष केसरवानी पूरनलाल राजभर सौरभ राजभर संतोष राजभर संदीप राजभर शुभम राजभर गज्जू और रेखा राजभर ने बताया कि यहां पर सामाजिक तत्वों के द्वारा आए दिन उत्पात मचाया जाता है.
नगर निगम क्वार्टर के सामने वाली सड़क पर यहां के रहवासी स्पीड ब्रेकर बन रहे थे जो तत्वों को नागावर लगा और रात में करीब 11:30 बजे 12 से 15 आसामाजिक तत्व वहां आ गई और उन्होंने गाली गलौज करते हुए विवाद शुरू कर दिया. क्वार्टर के समीप खड़ी दो स्कूटी एक बाइक मैं आग लगा दी इसके अलावा वहीं पर खड़े तीन ऑटो रिक्शा और तीन ई रिक्शा ई रिक्शा के कांच भी तोड़ दिए तथा इनमें भी आग लगाने की कोशिश की गई.
लोगों ने जब इसका विरोध किया तो तत्व आपे से बाहर हो गए और उन्होंने घरों पर पथराव करना शुरू कर दिया तथा महिलाओं व वहां रहने वाले लोगों के साथ मारपीट भी की जिसमें तीन महिलाओं सहित दो-तीन अन्य लोगों को भी चोटे आई है. काफी देर तक हंगामा मचाने के बाद तत्व गाली गलौज करते हुए वहां से फरार हो गए.
घटना के घंटो बाद पहुंची पुलिस- पीड़ितों का कहना है कि जिस समय तत्व यहां उपद्रव मचा रहे थे उसी समय घटना की सूचना आधारताल पुलिस को दे दी गई थी लेकिन सूचना देने के दो-तीन घंटे बाद वहां पर पुलिस पहुंची और खानापूर्ति करके वापस लौट गई यहां के रहने वाले लोगों का कहना है कि इस क्षेत्र में असामाजिक तत्वों के हौसले बुलंद हैं जिसकी शिकायत अनेक बार पुलिस से भी की गई लेकिन पुलिस ने कभी इसे गंभीरता से नहीं लिया जिसके कारण तत्वों के द्वारा बेखौफ होकर घटनाओं को अंजाम दिया जा रहा है.
नगर निगम क्वार्टर के पीछे लगी बस्ती में रहने वाले यह असामाजिक तत्व सभी अवांछित गतिविधियों में लिप्त रहते हैं और आए दिन इस तरह की घटनाओं को अंजाम भी देते हैं लेकिन आश्चर्य की बात है कि पुलिस तत्वों की गतिविधियों को हल्के में लेती है जिसके चलते यहां के रहने वाले लोग न केवल दहशतजदा है बल्कि उनके यहां रहना भी मुश्किल हो गया है.
शाम ढलने के बाद तत्वों की गतिविधियां बढ़ जाती हैं नशे में धुत यह आसामाजिक तत्व आने जाने वालों से अकारण गाली गलौज और मारपीट तक करते हैं. साथ ही इतनी तेजी से वाहन चलाते हैं कि दुर्घटनाओं का अंदेशा हमेशा बना रहता है और इसी रफ्तार को नियंत्रित करने के लिए यहां के लोग स्पीड ब्रेकर बना रहे थे जो असामाजिक तत्वों को रास नहीं आया और उन्होंने इस घटना को अंजाम दे डाला. पहले भी इसी तरह की घटना हुई थी.
बीती रात हुई घटना के के पीड़ितों ने बताया कि करीब 10 15 दिन पहले भी तत्वों के द्वारा इसी तरह की घटना को अंजाम दिया गया था जिसकी शिकायत भी पुलिस में की गई थी लेकिन पुलिस ने कोई कार्यवाही नहीं की. आधार ताल पुलिस पर आरोप लगाते हुए स्थानीय लोगों ने बताया कि पुलिस के पास जाओ तो वह यह कहकर अपना पल्ला झाड़ लेती है की इतना बड़ा एरिया है.
हम कहां-कहां देखें और पुलिस की यह लचर कार्य प्रणाली ही तत्वों को भी बेखौफ बना रही है. यदि पुलिस पूर्व में हुई घटना के समय ही तत्वों पर प्रभावी कार्यवाही कर देती तो बीती रात हुई इस घटना को रोका जा सकता था लेकिन पुलिस ने ऐसा नहीं किया जो पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान लगाता है.
घटना के बाद भी खुलेआम घूम रहे आरोपी
यहां पर तत्वों के हौसले कितने बुलंद हैं इसका अंदाजा बीती रात हुई घटना के बाद से ही लगाया जा सकता है. रात में घटना को अंजाम देने के बाद भी यह असामाजिक तत्व सुबह से खुले आम घूम रहे थे. जबकि बीती रात हुई घटना की शिकायत रात में ही पुलिस को कर दी गई थी. और पुलिस ने रिपोर्ट भी दर्ज की लेकिन तत्वों की धर पकड़ के लिए पुलिस ने कोई पहल नहीं की जो आश्चर्यजनक है.
हथियारों से लैस थे तत्व
बीती रात जब असामाजिक तत्वों के द्वारा घटना को अंजाम दिया जा रहा था उस दौरान कुछ तत्व घातक हथियार भी लिए थे और इन्हीं से उन लोगों ने महिलाओं वा युवक पर हमला भी किया. तत्व खुली आम चुनौती दे रहे थे कि यदि यहां रहना है तो हमारे तरीके से रहना होगा वरना तुम लोगों को हम यहां रहने नहीं देंगे.