मैहर, देशबन्धु। मैहर पहुंचे महाकुंभ दर्शनार्थी को अवैध क्लीनिक संचालित कर रहे डॉक्टर ने ठग लिया। यह मामला तब सामने आया जब पीडि़त महिला के पति ने पुलिस के पास शिकायत दर्ज कराई। यहां गौर करने वाली बात यह रही कि कई साल से यह क्लीनिक बिना पंजीयन धड़ल्ले से चल रहा था।
शिकायत होने पर इस बात की पोल भी खुली कि स्वास्थ्य विभाग के जिम्मेदार इस ओर ध्यान नहीं दे सके थे। अब शिकायत हुई तो मैहर कलेक्टर रानी बाटड के निर्देश पर क्लीनिक को सील करते हुए जांच कार्रवाही शुरू कर दी गई है। साधारण इलाज करने के एवज में र्थियों
यह है मामला
मैहर के घंटाघर चौक में डॉ. आरके चौरसिया का डॉ. चौरसिया के नाम से क्लीनिक है। इस क्लीनिक में डॉ. चौरसिया के अलावा डॉ. क्षितिज चौरसिया, डॉ. संयम चौरसिया, डॉ. पारुल चौरसिया भी मरीजों का इलाज करने के लिए आते हैं। बताया गया है कि उज्जैन निवासी महिला सुनीता की महाकुंभ यात्रा के दौरान तबीयत बिगड़ गई थी।
जब वह परिवार के साथ मैहर पहुंची तो उनके पति नारायण नायमा इलाज कराने के लिए डॉ. चौरसिया क्लीनिक पहुंचे। यहां इंजेक्शन और आईवी फ्लूड से इलाज करने के बाद डॉक्टर ने 2300 रुपए मांगे। इस इलाज के इतने रुपए देने का विरोध पीडि़त दम्पति ने किया और फिर पुलिस के पास शिकायत दर्ज कराई।
कलेक्टर ने लिया संज्ञान
महाकुंभ यात्री से जुड़े इस प्रकरण को सोशल मीडिया में देख कलेक्टर रानी बाटड ने गंभीरता से लेते हुए खण्ड चिकित्सा अधिकारी डॉ. पियूष पांडेय को जांच के निर्देश दिए। जांच के बाद पाया गया कि क्लीनिक बिना पंजीयन संचालित है और डॉक्टर ने मरीज से अवैध अधिक पैसा लेकर इलाज किया है। ऐसे में क्लीनिक को सील कराते हुए सात दिन के अंदर दस्तावेज पेश करने के निर्देश दिए गए हैं।
पहले पंजीयन जरूरी
खण्ड चिकित्सा अधिकारी डॉ. पियूष पांडेय ने डॉ. आरके चौरसिया को पत्र जारी कर बताया है कि 15 फरवरी को महाकुंभ दर्शनार्थी का उपचार कर दर्शनार्थी से 2300 रुपए की मांग की गई। जिसका सत्यापन डॉ. व्हीके गौतम, डॉ. सुदीप अवधिया ने किया। इस दौरान पाया गया कि बिना पंजीयन के यह क्लीनिक संचालित था। यह बात सामने आई है कि कई साल से स्वास्थ्य विभाग से तालमेल बनाकर बिना पंजीयन के क्लीनिक चलाया जा रहा था। जब कलेक्टर ने जांच कराई तो अब स्वास्थ्य विभाग के अफसरों ने नियम कायदे बताना शुरू कर दिया है।
इधर, डॉक्टर पर एफआईआर
यहां सतना शहर में डॉ. वीके तिवारी के खिलाफ पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है। इस संबंध में आशुतोष पयासी की ओर से पुलिस को आवेदन दिया गया था। गौरतलब है कि आयुर्वेद डॉक्टर होते हुए एलोपैथ इलाज का मामला सामने आया था। एसडीएम राहुल सिलाडिया, ड्रग इंस्पेक्टर प्रियंका चौबे समेत अन्य अधिकारियों की मौजूदगी में डॉ. वीके तिवारी के जवाहर नगर स्थित क्लीनिक पर छापा मारते हुए क्लीनिक को सील किया गया था। अब इसी मामले में एफआईआर कराई गई है।