जबलपुर. श्रीवास परिवार के यहाँ बिजली विभाग द्वारा स्मार्ट मीटर लगाया गया था, जिसके चलते उनका बिजली बिल अत्यधिक आने की शिकायत की गई थी. उपभोक्ता की शिकायत के बाद बिजली विभाग ने स्मार्ट मीटर के साथ एक चेक मीटर भी स्थापित किया. लेकिन 20 दिनों में चेक मीटर ने 86यूनिट बिजली खपत दिखाई, जबकि स्मार्ट मीटर ने 495 यूनिट बिजली खपत दर्ज की!
जब उपभोक्ता ने इस विसंगति की शिकायत की, तो बिजली विभाग ने गलती मानने के बजाय उनके घर की बिजली काट दी, जिससे श्रीवास परिवार पिछले एक महीने से अंधेरे में रहने को मजबूर हो गया.
आज श्रीवास परिवार ने अपनी पीड़ा कांग्रेस हेल्पलाइन पर रखी. मामले को गंभीरता से लेते हुए बिजली समस्या निवारण प्रकोष्ठ के सदस्य तुरंत उनके घर पहुंचे और स्मार्ट मीटर की वास्तविकता को देखा. इसके बाद बिजली विभाग के अधिकारियों को मौके पर बुलाया गया, लेकिन उन्होंने अपनी गलती मानने से इनकार कर दिया. अधिकारियों का कहना था कि “इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस कभी-कभी खराब हो जाते हैं, और इन्हें लैब में जांच के लिए भेजा जाएगा.”
इस मामले ने बिजली उपभोक्ताओं में गहरी नाराजगी पैदा कर दी है. स्मार्ट मीटर में गड़बड़ी की यह कोई पहली घटना नहीं है, और प्रशासन को जल्द से जल्द उपभोक्ताओं की शिकायतों का निवारण करना चाहिए ताकि अन्य लोगों को इस तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े. आज इस दौरान सौरभ नाटी शर्मा अध्यक्ष शहर जिला कांग्रेस कमेटी, पी ,पी पटेल, सुबोध पहाड़िया,चमन प्यासी, विजय पुराणिक, रितेश गुप्ता, राजू तोमर , अनुज श्रीवास्तव, इमरान कुरेशी, सोनू तिवारी , मयंक पुराणिक, श्रीकांत, कोमल रैकवार, विजय कोरी, संजय पांडे, आदि उपस्थित थे!