सिवनी, देशबन्धु. पेंच नेशनल पार्क के खवासा क्षेत्र में बाघिन ने दो शावकों को छोड़ा था, जिसमें से भूख-प्यास के कारण एक की मौत हो गई. इसका शव ईको विकास समिति दुर्गापुर के अध्यक्ष को दिखा तो उन्होंने इसकी सूचना अधिकारियों को दी.
वन विभाग की टीम ने पहाड़ी नाले में रात भर निगरानी की, लेकिन बाघिन नहीं आई. पेंच टाइगर रिजर्व के उपसंचालक रजनीश कुमार सिंह के अनुसार, घटनास्थल पर यह सोचकर ट्रैप कैमरा लगाए गए कि बाघिन रात में आकर जीवित शावक को ले जा सकती है. दो टीमें रातभर निगरानी के लिए तैनात की गईं. रात में जीवित शावक फिर मृत शावक के पास आया, लेकिन कुछ देर बाद लौट गया. बाघिन नहीं आई.
कई दिनों से भूखे थे दोनों शावक- दोनों शावक कई दिनों से भूखे और कमजोर थे. माना जा रहा है कि उनकी कमजोरी के कारण बाघिन ने उन्हें छोड़ दिया था. घटनास्थल पेंच टाइगर रिजर्व सिवनी के वन परिक्षेत्र खवासा बफर के बीट मोहगांव यादव में स्थित है.
अंतिम संस्कार किया- जहां पर एनटीसीए के दिशा निर्देशों के तहत शव परीक्षण कराया गया. शव परीक्षण में शावक के सभी अंग सुरक्षित पाए गए. प्रथम दृष्टया भूख एवं प्यास से मौत होना पाया गया. एनटीसीए के दिशा निर्देशों के तहत भष्मीकरण समिति के समक्ष शावक का अंतिम संस्कार किया गया. रेस्क्यू कर लाए गए जीवित शावक का चिकित्सा परीक्षण एवं उपचार विशेषज्ञ वन्यप्राणी चिकित्सकों द्वारा किया जा रहा है.