जबलपुर, देशबन्धु. राज्य सेवा परीक्षा 2025 में पदों को लेकर अभी फिलहाल कोई फेरबदल सामने नहीं आया हैं लेकिन सूत्रों की मानें तो परीक्षा में पदों की संख्या में इजाफा प्रारंभिक (प्री) के परिणाम (रिजल्ट) घोषित होने के पूर्व तक हो सकता है, क्योंकि पदों की संख्या से ही मुख्य (मेन्स) के लिए पात्र उम्मीदवारों का चयन होता है. मप्र लोक सेवा आयोग (एमपीपीएससी) की राज्य सेवा परीक्षा 2025 में केवल 158 पद हैं.
प्री हो चुकी है और प्रश्नपत्र का स्तर बेहतर रहा है. इससे कटऑफ कम होने की उम्मीद की जा रही है. लेकिन कम पद चुनौती बने हुए हैं. कई उम्मीदवारों को आस है कि पदों की संख्या में इजाफा होगा और वे प्री क्वालीफाई कर सकेंगे.
पदों को लेकर उम्मीदवार लगातार यहां वहां से जानकारियां एकत्रित करने में जुटे हैं. जिसमें वर्तमान मे यह बात संज्ञान में आ रही हैं कि राज्य सेवा परीक्षा 2025 में पदों की संख्या में इजाफा प्री के रिजल्ट घोषित होने के पूर्व तक हो सकता है, क्योंकि पदों की संख्या से ही मेन्स के लिए पात्र उम्मीदवारों का चयन होता है.
इसके लिए आयोग ने विभागों से बात की है और भोपाल व जीएडी (सामान्य प्रशासन विभाग) को भी पत्र लिखा है. इसमें पदों की जानकारी और मांगी गई है, भले ही वह फैक्स कर दें, ईमेल कर दें, जिससे इन्हें जोड़ा जा सके. लेकिन शुक्रवार (21 फरवरी) तक की स्थिति में आयोग को अभी रिक्त पदों की जानकारी नहीं मिली है.
यानी अभी पद जस के तस हैं, इसमें इजाफा नहीं हो रहा है. आयोग अभी और दस तक इंतजार कर सकता है. लगातार चर्चा जारी है कि पदों की संख्या और मिल जाए तो इसे बढ़ा दिया जाए.
एक पखवाड़ा शेष- एमपीपीएससी 2025 की मेंस 9 जून से घोषित हुई है. सूत्रों की मानें तो आयोग विवाद नहीं चाहता है इसलिए रिजल्ट के बाद 90 दिन का समय मेन्स में देगा, यानी रिजल्ट 8-9 मार्च तक देने की कोशिश की जा रही है. ऐसे में पद बढ़ाने के लिए आयोग के पास भी मुश्किल से एक पखवाड़ा यानि मात्र 15 दिन का समय है. इतने दिन के भीतर ही विभागों को रिक्त पद भेजने होंगे.
700 की थी मांग, आए 158 पद – पदों की कम संख्या लगातार विवाद का कारण बनी हुई है. इस बार तो विज्ञप्ति के पहले लंबा तीन दिन तक आंदोलन भी चला. इसमें 700 पद की मांग हुई, लेकिन आए केवल 158 पद ही. इसके पहले 2024 में केवल 110 पद, 2023 में 229, 2022 में 457, 2021 में 290 पद, 2020 में 261 पद, 2019 में 571 पद आए थे.