मुंबई, 24 फरवरी (आईएएनएस)। अभिनेता यश की ‘टॉक्सिक’ पहली ऐसी भारतीय फिल्म है, जिसका लेखन और फिल्मांकन अंग्रेजी और कन्नड़ दोनों में किया गया है। निर्देशक गीतू मोहनदास का कहना है कि उनका विजन एक ऐसी कहानी गढ़ना है, जो “भारत और वैश्विक स्तर पर” दोनों जगह दर्शकों को पसंद आए।
निर्देशक गीतू मोहनदास कहती हैं, “ ‘टॉक्सिक’ के लिए हमारा विजन एक ऐसी कहानी गढ़ना था, जो भारत और वैश्विक स्तर पर दर्शकों को पसंद आए।”
‘टॉक्सिक: ए फेयरी टेल फॉर ग्रोन-अप्स को हिंदी, तेलुगू के साथ तमिल और मलयालम समेत अन्य भारतीय और विदेशी भाषाओं में डब किया जाएगा।
मोहनदास ने कहा, “हमने कहानी की बारीकियों को कन्नड़ और अंग्रेजी दोनों में पकड़ने का प्रयास किया है, ताकि विभिन्न भाषाई और सांस्कृतिक पृष्ठभूमि के दर्शकों को एक प्रामाणिक अनुभव मिल सके।”
उन्होंने फिल्म की कहानी को एक ऐसी यात्रा बताया, जो सीमाओं, भाषाओं और सांस्कृतिक सीमाओं से परे है, जिसे दुनिया भर के दिल और दिमाग से जुड़ने के लिए डिजाइन किया गया है।
केवीएन प्रोडक्शंस और यश के मॉन्स्टर माइंड क्रिएशंस के तहत वेंकट नारायण ने फिल्म ‘टॉक्सिक’ का निर्माण किया। फिल्म में जॉन विक और फास्ट एंड फ्यूरियस फ्रैंचाइजी में काम करने वाले जेजे पेरी ने एक्शन सीक्वेंस और डीएनईजी के विजुअल इफेक्ट्स का काम संभाला है।
यश के जन्मदिन पर निर्माताओं ने पिछले महीने फिल्म की एक झलक पेश करते हुए प्रशंसकों को फिल्म के बारे में जानकारी दी थी। फिल्मांकन अगस्त 2024 में शुरू हुआ।
निर्माता वेंकट के नारायण ने फिल्म को लेकर कहा, ” ‘टॉक्सिक’ के लिए हमारा लक्ष्य बिल्कुल स्पष्ट था। एक ऐसी फिल्म जो भारत और विश्व स्तर पर गूंजती हो। शुरू से ही हम इस कहानी और इसकी क्षमता में गहरे विश्वास से प्रेरित थे। इस विश्वास ने हमारे “ऑल-इन” नजरिए को आकार दिया, जो इस सिनेमाई अनुभव के लिए जरूरी था।”
उन्होंने आगे कहा, “हमने इस चुनौती को पूरे दिल से स्वीकार किया, हमें विश्वास है कि ‘टॉक्सिक’ ना केवल दुनिया भर के दर्शकों को पसंद आएगी, बल्कि यह वैश्विक मंच पर भारतीय सिनेमा की प्रतिभा को भी प्रदर्शित करेगी।”
–आईएएनएस
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